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- अपने करियर काउंसलिंग व्यवसाय को सफल बनाने के लिए इन 6 क़दमों का इस्तेमाल करें
एक सर्वेक्षण के अनुसार, 20 प्रतिशत से भी कम कर्मचारी अपनी मौजूदा नौकरी से संतुष्ट हैं। करियर काउंसलर्स अपने क्लाइंट्स को ऐसे व्यवसाय या नौकरी के लिए मार्गदर्शित करते हैं, जिसमें वो खुश भी रहेंगे और अपनी कार्यक्षमता का ज्यादा इस्तेमाल भी कर सकेंगे। व्यवसायी और युवा स्नातकों को उनका ड्रीम करियर ढूंढने में मदद करने का व्यवसाय फायदेमंद भी हो सकता है और संतोषजनक भी। यहां हम करियर काउन्सलिंग व्यवसाय शुरू करने में मददगार होने वाले कुछ टिप्स दे रहे हैं।
अपनी खासियत निश्चित करें
काउन्सलिंग शुरू करने से पहले अपना लक्ष्य-समूह और आप जो सेवाएं देने जा रहे हैं, वो निश्चित कर लें। अपनी खासियत निर्धारित करते समय, अपने प्रतियोगियों के बारे में खोजबीन कर लें और अपने संभावित ग्राहकों से भी बात कर लें। आप किसी के साथ उनके जॉब सर्च स्किल्स बढ़ाने के लिए काम करना चाहते होंगे या फिर उनके लिए जॉब ढूंढ़ने और अप्लाई करने में मदद करने कि ख्वाहिश रखते होंगे। आप अपनी जो भी खासियत निश्चित करेंगे, उसमें आप औरों से विशेष क्या और कैसे कर सकते हैं इस पर ध्यान दें।
बिज़नेस प्लान
बिज़नेस प्लान को जितना महत्व दिया जाए उतना कम है। ऐसी योजना बनाएं, जिसमें व्यावसायिक जगह की आवश्यकताएं, कर्मचारी-गण की नियुक्ति, लाइसेंस और बीमे का खर्च, विज्ञापन की रणनीतियाँ, संभावित रुकावटें और वित्तीय बाधाएँ आदि सभी आवश्यक चीजें शामिल हों। इसके अलावा, आपके स्थानीय प्रतियोगियों के बारे में बारीकी से जानकारी प्राप्त करें और अपना ग्राहक-समूह भी तय कर लें। आपको कितने क्लाइंट्स की आवश्यकता है और नुकसान में न जाने के लिए आपने उनसे कितना शुल्क लेना चाहिए इसका भी हिसाब कर लें।
बिज़नेस एंटिटी (व्यवसाय का स्वरूप)
बिज़नेस एंटिटी या अपने व्यवसाय का स्वरूप निश्चित करने से पहले विस्तार की संभावनाओं का अच्छी तरह विचार कर लें। अगर आपको स्वतन्त्र रूप से कारोबार करना है, तो सोल प्रोप्राइटर के तौर पर कार्य शुरू करना ही उचित होगा। आप करियर काउन्सलिंग फ्रैंचाइज़ी शुरू करने की भी सोच सकते हैं। आपके व्यवसाय के लिए कौनसी एंटिटी सबसे फायदेमंद रहेगी ये तय करते वक्त अपने वकील की सलाह जरूर लें।
लाइसेंसिंग
आपके क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सारे नियम और तथा प्रशिक्षण सम्बन्धी सभी आवश्यकताओं के बारे में अच्छी तरह समझ लें। लाइसेंस और प्रमाणपत्र पाने के लिए साधारणतः कुछ शैक्षिक उपाधियों की आवश्यकता होती है, लेकिन वो हर कार्यक्षेत्र के लिए भिन्न भी हो सकती हैं।
कार्यक्षेत्र
आपका कार्यक्षेत्र एक ऐसी शांत, आरामदायक जगह होना चाहिए, जहां आप वोकेशनल इंटरव्यूज और करियर प्लेसमेंट टेस्ट, दोनों का आयोजन कर सकते हैं। आपको अन्य बुनियादी ऑफिस
सुविधाओं जैसे कि बैठने की व्यवस्था, संपर्क के साधन आदि का नियोजन भी करना पड़ेगा
मार्केटिंग
एक कंसलटेंट होने के नाते व्यवसाय बढ़ाने के लिए आपको अपनी सेवाओं का मार्केटिंग निरंतर करना पड़ेगा। ऐसे व्यवसायिओं और संस्थाओं से सम्बन्ध बनाएं, जिनके द्वारा आपको तय किए हुए ग्राहक-समूह से जुड़ने में मदद मिलेगी। मार्केटिंग और बिक्री के साधनों को निरंतर विकसित करते रहें। अपने क्लाइंट्स का हमेशा पूरा ध्यान रखें और नए क्लाइंट्स को आकर्षित करने के उपाय खोजें। इसके अलावा स्थानीय व्यवसायियों से भी अच्छे सम्बन्ध बनाएं, क्योंकि वो भी आपको ग्रुप काउंसलिंग का कार्य सौंप सकते हैं।