सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजना ( इसका का उद्देश्य जमीनी स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देकर आर्थिक सशक्तीकरण बनना और अनुसूचित जाति व जनजाति समूहों के लिए रोज़गार पैदा करना है।) इसके साथ ही अन्य योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए गुजरात के अहमदाबाद में 28 सितंबर को एक राष्ट्रीय एससी-एसटी हब सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण से संबंधित के बारे में चर्चा की गई। समिति के चेयरमैन और सांसद डॉ. किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने मुख्य अतिथि के तौर मौजूद रहें, उनके साथ ही इस सम्मेलन में 300 से ज्यादा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों उपस्थित थे। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (एनएसआईसी) के चेयरमैन गौरांग दीक्षित ने इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया और इसके बाद मंत्रालय की चैयरमैन मार्सी ईपाओ ने मुख्य भाषण दिया। इस सम्मेलन के दौरान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति और नए उद्योमियों मौजूद थे। जो जेम,आरएसईटीआई, ट्राईफेड आदि जैसे प्रमुख केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के साथ बातचीत करने का मौका मिला।
इस अवसर पर अपने भाषण में डॉक्टर सोलंकी ने कहा कि गुजरात राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के और अधिक उद्यमियों को एनएसएसएच योजना के तहत लाभ उठाने चाहिए। ऑडियंस में मौजूद बैंकरों से भी उन्होंने अपील की कि वे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों को प्राथमिकता के आधार पर ऋण सहायता सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें अपने व्यवसाय की क्षमता को बढ़ाने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने प्रधानमंत्री की ‘नौकरी चाहने वाले की जगह नौकरी प्रदान करने वाले बनने’ की परिकल्पना पर जोर देते हुए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में अपना योगदान देने की अपील की।
इस कार्यक्रम में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी), फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) और इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशनलिमिटेड (आईओसीएल) जैसे क्षेत्र के उद्योगों ने भाग लिया और विक्रेताओं का पैनल तैयार करने की प्रक्रिया और सेवाओं और उत्पादों की सूची के संबंध में प्रस्तुति दी। इस सम्मेलन में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक ने भाग लिया। उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमों के लिए अपनी विभिन्न ऋण योजनाओं का जानकारी साझा किया। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले तथा एमएसएमई की सहायता के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रस्तुति देने वाले अन्य सरकारी संगठनों में जीईएम, केवीआईसी, आरएसईटीआई, जिला उदयम केंद्र, एमएसएमई-डीएफओ अहमदाबाद आदि शामिल थे। इस सम्मेलन में अनुसूचित जाति और जनजाति के एमएसई भागीदारों की सुविधा के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन और जीईएम रजिस्ट्रेशन डेस्क भी बनाए गए थे।