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- आईआईटी दिल्ली और सशस्त्र बलों ने चिकित्सा उपकरण अनुसंधान के लिए किया समझौता
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को मजबूत करने के लिए सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
नए एमओयू के तहत, विभिन्न इलाकों में सेवारत सैनिकों के लिए नए चिकित्सा उपकरण विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक सहयोगी अनुसंधान कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इस समझौते में संकाय आदान-प्रदान कार्यक्रमों, संयुक्त शैक्षणिक गतिविधियों और संयुक्त पीएचडी कार्यक्रमों के विकास की योजनाएं भी शामिल हैं।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह एएफएमएस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह और आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
दोनों अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सहयोग से चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्र में शोधकर्ताओं के ज्ञान और विशेषज्ञता का विस्तार होगा और सैनिकों के सामने आने वाली स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिलेगी।
प्रो. बनर्जी ने कहा कि आईआईटी दिल्ली में एक मजबूत जैव चिकित्सा अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र है, जो सशस्त्र बलों में विकलांगों के पुनर्वास सहित विभिन्न चिकित्सा चुनौतियों में अनुसंधान के लिए तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह समझौता ज्ञापन अनुसंधान और प्रशिक्षण की संभावनाओं से भरा है, जिससे न केवल राष्ट्र बल्कि सशस्त्र बलों को भी लाभ होगा।