भारतीय एयरोस्पेस एंड डिफेंस सेक्टर (एएसडी) के विकास के लिए फ्रांसीसी एयरोस्पेस और रक्षा फर्म स्टारबर्स्ट एक्सेलेरेटर (एसएआरएल) ने स्टार्टअप हब स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। कंपनी ने 100 मिलियन यूरो की फंडिंग के साथ स्टार्टअप का इनोवेटिव हब स्थापित करने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) के साथ साझेदारी की है।
यह साझेदारी भारत में विमानन, अंतरिक्ष और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में तेजी लाने, और नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। स्टारबर्स्ट एक्सीलेरेटर (एसएआरएल) और आईआईटी मद्रास के साथ की गई यह साझेदारी भारत में एएसडी पारिस्थितिकी को स्थापित करने और उसे बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।
आईआईटी मद्रास के अनुसार, स्टारबर्स्ट का इरादा वेंचर कैपिटल फंड्स तैयार करने का है, विशेषकर एएसडी टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखकर। इसका उद्देश्य वैश्विक बाजार में एकीकरण को ध्यान में रखकर भारतीय अर्थव्यवस्था में बदलाव लाना है। यह साझेदारी निर्यात को विस्तार देने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्टारबर्स्ट का वैश्विक नेटवर्क बढ़ाने के लिए भारतीय एएसडी स्टार्टअप्स को सहायता देने के उद्देश्य से किया गया है।
एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए
आईआईटी मद्रास की ओर से मंगलवार को जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि आईआईटी मद्रास कैंपस में इस साझेदारी को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर स्टारबर्स्ट एयरोस्पेस के संस्थापक और सीईओ फ्रैंकोएस चैपर्ड, स्टारबर्स्ट एयरोस्पेस के इनोवेशन एंड वेंचर डायरेक्टर सेड्रिक वैलेट, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि और आईआईटी मद्रास के डीन आईसीएसआर प्रो. मनु संतनाम भी उपस्थित थे।
स्टारबर्स्ट एक्सीलेरेटर (एसएआरएल) को वैश्विक स्तर पर एयरोस्पेस और डिफेंस एक्सीलेरेटर प्रोग्राम के लिए जाना जाता है, जो कॉरपोरेट, निवेशकों और सरकारी उपक्रमों के साथ स्टार्टअप्स को जोड़ता है। लॉस एंजेलिस, पेरिस, म्युनिक, सिंगापुर, सियोल, तेल अवीव और मैड्रिड जैसे विश्वस्तरीय शहरों के साथ-साथ स्टारबस्ट के साथ 17 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स जुड़े हुए हैं।
निर्यात को बढ़ावा देने में सक्षम
यह साझेदारी निर्यात को बढ़ावा देने में सक्षम होगा, जबकि फ्रांसीसी फर्म के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार का पता लगाने के लिए भारतीय एएसडी स्टार्टअप को सहायता प्रदान करेगी। इस साझेदारी का मुख्य फोकस उद्यमियों, अनुसंधान पार्कों, सार्वजनिक और निजी निवेशकों, सरकारी और कॉरपोरेट फर्मों पर होगा। इसका मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप नवाचार और उन्हें भविष्य के एयरोस्पेस व नए अंतरिक्ष विश्वव्यापी कार्यक्रमों के साथ मिलकर तेजी से आगे बढ़ने में मदद करना है।
इस अवसर पर आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर कामकोटि ने कहा, “युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि हम मल्टी-ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में हैं। इस संदर्भ में उभरते क्षेत्रों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक्सेलेरेटर के साथ इस तरह का सहयोग महत्वपूर्ण और सामयिक है।”