अगर आप एक फ्रैंचाइज़ी हैं या फिर फ्रैंचाइज़ी बनना चाहते हैं, तो आपने अपनी सफलता की संभावना को बढ़ाने के तरीके जान लेना बहुत जरूरी है।
राह में आने वाले हर पड़ाव पर समझ-बूझ के साथ विकल्प चुनने से आपके फ्रैंचाइज़ी की सफलता पर बहुत असर पड़ सकता है।
रिसर्च (अनुसंधान)
आपने अपना शैक्षिक संस्थान शुरू करने से पहले यकीनन आपके टारगेट ऑडियंस (लक्ष्य-समूह) का और मार्केट का रिसर्च किया होगा, लेकिन आपको फ्रैंचाइज़िंग के बारे में जानकारी होना भी उतना ही जरूरी है। अलग-अलग एजुकेशन फ्रैंचाइज़ी की जांच करें और उनके व्यवसाय प्रारूप और स्वरूप (बिज़नेस मॉडल और स्ट्रक्चर) को समझ लें। बाजार की वर्तमान स्थिति समझकर उस हिसाब से अपने व्यवसाय की रचना करना, लम्बे अरसे में बहुत फायदेमंद होता है।
पैशन (जूनून)
एक सफल फ्रैंचाइज़ी संभालने के लिए पैशन एक आवश्यक विशेषता होती है। आज के कॉम्पिटिटिव जमाने में सर्वोच्च स्थान पाने के लिए आपका अपने व्यवसाय के प्रति दृढ़ संकल्प और जूनून होना बहुत जरूरी है।
शेरपा किड्स इंटरनेशनल (न्यू ज़ीलैण्ड) की संस्थापक डॉन एंगेलब्रेख्त कहती हैं, "शिक्षा के बारे में पैशनेट होना ही सब कुछ है। एक व्यवसाय कैसे चलाया जाए, ये सिखाया जा सकता है, लेकिन बच्चों से प्यार कैसे किया जाए, ये कोई सीखा नहीं सकता। इसीलिए आपको बच्चों के बारे में पैशनेट होकर उनकी ज़िन्दगी में अंतर लाना जरूरी है।"
ट्रेनिंग (प्रशिक्षण)
फ्रैंचाइज़िंग में प्रशिक्षण निरंतर होना चाहिए। आपके कर्मचारी आपके शैक्षिक व्यवसाय का चेहरा हैं। उन्हें नियमित रूप से प्रशिक्षित करते रहें। आपके कर्मचारी आपके लिए अहमियत रखते हैं, ये जताने का प्रशिक्षण एक अच्छा जरिया है।
फ्रैंचाइज़र्स संभावित फ्रैंचाइज़ीस को अपने बिज़नेस मॉडल, उसके काम करने के तरीके और उससे जुड़ने के लाभों के बारे में प्रशिक्षित कर सकते हैं। ऐसा करने से वो आपके नेटवर्क की ओर आकर्षित होंगे और आपके व्यवसाय का फायदा होगा।
फ्रैंचाइज़ी-फ्रैंचाइज़र सम्बन्ध
एक सफल फ्रैंचाइज़ी में, आपकी एक आपसी भागीदारी होनी चाहिए, जहां फ्रैंचाइज़र और फ्रैंचाइज़ी, दोनों का ही एक साथ विकास हो। ऐसी भागीदारियां अपने फ्रैंचाइज़ीस की सुनती हैं और पारस्परिक लाभ के लिए फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क की सहायता करती हैं।
जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड के चीफ डिजिटल अफसर आनंद ठाकुर बताते हैं, "फ्रैंचाइज़ी-फ्रैंचाइज़र सम्बन्ध सर्वोपरि हैं, क्योंकि जमीनी स्तर पर सारे ऑपरेशन फ्रैंचाइज़ी संभालती है, वहां पर पीएनएल की क्या स्थिति है, बिक्री कैसे हो रही है, ग्राहकों से किस तरह व्यवहार हो रहा है, फ्रैंचाइज़र को इन सब बातों की मालूमात होना ज़रूरी है। इसीलिए दोनों के बीच का रिश्ता विश्वास की नींव पर बना होना आवश्यक है।"
मार्केटिंग
अच्छी मार्केटिंग किसी भी फ्रैंचाइज़ी के लिए अनिवार्य है। एक एजुकेशन फ्रैंचाइज़ी के लिए अपनी शैक्षिक सेवाओं की बिक्री और मार्केटिंग करना, ये सबसे पहला और सबसे अहम् काम है। हर जगह और हर समय अपनी मार्केटिंग करते रहें। कौन-सा तरीका कितना कारगर साबित हो रहा है, इसका जायज़ा लेते रहें। इस काम में आपका फ्रैंचाइज़र भी एक हद तक आपकी मदद जरूर करेगा।