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- आपके विमानन प्रशिक्षण अकादमी में वर्चुअल रियलिटी शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
अब कमर्शियल और सैन्य विमानन प्रशिक्षण में वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और टेक्नोलॉजी मिश्रित रियलिटी व्यापक रूप से उपयोग की जा रही है। आधुनिक विमानन के ज्यादा जोखिम लेने के कारण तकनीकी प्रगति में उछाल आया है और एविएशन इंडस्ट्री उनके क्राफ्ट की सफलता तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए रास्ते अपनाने के लिए तैयार है। एविएशन इंडस्ट्री में वीआर से फ्लाइट ट्रेनिंग तथा सिमुलेशन का रूप बदल गया है। आप अपने एविएशन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में वीआर का इस्तेमाल कैसे कर सकते है, उसके लिए यहाँ कुछ रास्ते दिए गए है।
पायलट प्रशिक्षण
वीआर का सबसे स्पष्ट उपयोग पायलट प्रशिक्षण है। शुरुआती चरणों में, प्रशिक्षु कॉकपिट की प्रतिकृति वाले कंप्यूटर स्क्रीन जो नकली बाहरी दुनिया प्रदर्शित करती है, से सीखते है। इस प्रकार का प्रशिक्षण महंगा होता है।
वीआर का उपयोग इसे लागत-प्रभावी और ज्यादा अनुकूलनीय बनाता है। वीआर टेक्नोलॉजी के साथ, प्रतिकृति बनाने की आवश्यकता के बिना कॉकपिट की असीमित संख्या उत्पन्न की जा सकती है। इससे लागत और जगह की आवश्यकता कम हो जाती है और एक अकादमी को कुछ मुट्ठी भर विमानों के बदले अधिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सक्षम बनाता है।
केबिन चालक दल का प्रशिक्षण
वीआर हेडसेट केबिन क्रू प्रशिक्षण के लिए भी उपयोगी है। वीआर टेक्नोलॉजी प्रशिक्षण अकादमी को एक इंटरैक्टिव विमानघर बनाने में सक्षम बनाता है। विमान का अच्छी तरह से निरीक्षण किया जा सकता है और प्रशिक्षु विमान के विभिन्न सिस्टम्स और ऍप्लिकेशन्स को देख और इंटरैक्ट कर सकते है। यह न केवल समय और धन बचाता है बल्कि वास्तविक विमानघर में बार-बार जाने की परेशानी से भी बचाता है।
ग्राउंड स्टाफ का प्रशिक्षण
ग्राउंड क्रू को भी वर्चुअल रियलिटी टेक्नोलॉजी से काफी फायदा हुआ है। वीआर प्रशिक्षुओं को आसपास घूमने और पूरे इंजन को खोले बिना विमान के विभिन्न हिस्सों की जांच करने की अनुमति देता है। वे जेट इंजन और टर्बोप्रॉप जैसी जटिल संरचनाओं को आसानी से देख व जांच कर सकते है और कुशलतापूर्वक विमान की मरम्मत कर सकते है। इस तरह, वर्चुअल रियलिटी इंजन की मरम्मत सीखने के लिए एक सस्ता, तेज़ तरीका प्रदान करता है।
भय के उपचार
लगभग 10-20 प्रतिशत लोग उड़ने से डरते है। वीआर न केवल पायलट, ग्राउंड स्टाफ और केबिन चालक दल को सिखाने और प्रशिक्षित करना आसान बनाता है बल्कि उनके उड़ान भरने के डर को कम करने में भी मदद करता है। वर्चुअल प्लेन में किसी व्यक्ति को बिठाकर और उनकी प्रतिक्रियाओं की निगरानी करने से प्रशिक्षकों को पता चलता है कि उड़ने के कैसे अनुभव से उनको घबराहट होती है और कैसे इससे बचा जाए।