व्यवसाय विचार

उद्यमियों के लिए ग्रैंड चैलेंज: आईआईटी मंडी ने मंगाए हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक के लिए आवेदन

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Aug 10, 2023 - 7 min read
उद्यमियों के लिए ग्रैंड चैलेंज: आईआईटी मंडी ने मंगाए हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक  के लिए आवेदन image
हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक के 7वें संस्करण में स्टार्टअप्स को मिलेगा, 6 लाख रुपये मूल्य का नकद पुरस्कार, 50 लाख रुपये तक का अनुदान और पायलटिंग के लिए अवसर।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी की टेक्नोलॉजी व्यावसायिक इंक्युबेटर, कैटलिस्ट द्वारा हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक (एचएसटी) के सातवें संस्करण का वार्षिक फ्लैगशिप इवेंट 29 सितंबर से 1 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में स्टार्टअप्स, नवाचारकों और महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए एक ग्रैंड चैलेंज पेश किया जाएगा, जिसमें 6 लाख रुपये का नकद पुरस्कार रखा गया है। वहीं शीर्ष स्टार्टअप्स को 50 लाख रुपये तक का अनुदान प्राप्त करने का भी अवसर मिलेगा। इस आयोजन में आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अगस्त 2023 है।

सातवें संस्करण के 'एचएसटी स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज' - स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता के तीन विषयों पर आयोजित होगी, जिसमें निम्नलिखित को शामिल किया जाएगा:-

  1. द न्यू एज अलायंस - ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरएक्शन (एचसीआई)

इस विषय क्षेत्र के चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को आईआईटी मंडी के आईहब और एचसीआई फाउंडेशन के साथ परामर्श के बाद चुना गया है, वहीं इस विषयक्षेत्र के लिए पुरस्कार स्वरुप दिए जाने वाले धन का प्रबंध आईहब द्वारा किया गया है।

मानव-कंप्यूटर इंटरेक्शन में समस्या

  1. फ़ुटहिल इनोवेटर्स चैलेंज - हिमालय के लिए निर्माण

इस विषयक्षेत्र के चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को राज्य के उद्योग विभाग, एचपी सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट, आईटी विभाग और श्रम आयुक्त कार्यालय -एचपी के साथ निकट बातचीत के बाद चुना गया है।

हिमालय क्षेत्र में निर्माण की चुनौतियां

  1. द हैबिटेबल वर्ल्ड चैलेंज - पर्यावरण और स्थायित्व

इस क्षेत्र के लिए चुनौतियों के चयन को पीक वेंचर्स, अलसीसर इम्पैक्ट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड- हिमाचल प्रदेश और नैशनल हेल्थ मिशन-हिमाचल प्रदेश के साथ तैयार किया गया है।

पर्यावरण और स्थायित्व में चुनौतियां

हर विषय से सम्बंधित क्षेत्र के लिए 2 लाख रुपये तक की पुरस्कार राशि निर्धारित की गयी है, जिसको शीर्ष 3 स्टार्ट-अप के बीच वितरित किया जायेगा। शीर्ष स्टार्ट-अप को प्रोटोटाइपिंग के साथ-साथ 50 लाख रुपये तक के उत्पादों के विकास के लिए इन्क्यूबेशन सहायता और फंडिंग योजनाओं तक पहुंच की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। वहीं, इन स्टार्टअप्स को राज्य में पायलटिंग के अवसर भी प्रदान किये जायेंगे।

आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने हिमाचल प्रदेश क्षेत्र के उद्यमियों और नवाचारकों से आग्रह किया है कि वह एचएसटी स्टार्टअप ग्रैंडचैलेंज 2023 के इस चरण में भाग लेकर अपने नवाचार और विचारों को प्रदर्शित कर सकते हैं।

आईआईटी मंडी कैटलिस्ट के इनक्यूबेशन निदेशक एवं फैकल्टी इंचार्ज डॉ. पूरन सिंह ने कहा, 'मुझे खुशी है कि मैं एचएसटी के अविश्वसनीय विकास और सफलता को देख और महसूस कर रहा हूं। एचएसटी हमें एक समुदाय के रूप में एकजुट करता है। साथ ही यहां स्टार्टअप्स को प्रौद्योगिकी-आधारित उपायों के साथ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने के लिए अटूट सहयोग प्रदान किया जाता है। इस वर्ष के एचएसटी के लिए हमारे हितधारकों का असीम उत्साह और समर्पण देश के सबसे प्रभावी स्टार्टअप कार्यक्रमों में से एक के रूप में हमारी स्थिति को और मजबूत करेगा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि आइए हम सब एकजुट होकर नवाचार और उद्यमिता की इस भावना को एक उत्सव के रूप में मनाएं।'

इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के उद्योग निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने कहा, 'हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक के अद्वितीय विकास को देखकर मैं खुशी महसूस कर रहा हूं। यह कार्यक्रम अब हिमालय के सबसे बड़े स्टार्टअप कार्यक्रम के रूप में सामने आ चुका है।यह हमारे राज्य में उद्यमिता के लिए आवश्यक माहौल का प्रतीक है और मुझे गर्व है कि हिमाचल सरकार भी इस यात्रा में भागीदार है। हम उत्सुकता से एचएसटी के 7वें संस्करण का इंतजार कर रहे हैं। मैं उन स्टार्टअप्स को आकर्षित करने की संभावना को लेकर उत्साहित हूं, जो हिमालय क्षेत्र की गंभीर चुनौतियों को हल करने के लिए पूरी लगन के साथ प्रतिबद्ध हैं। जहां तक भी संभव होगा, हम इन नवीन समाधानों के सफल कार्यान्वयन और तैनाती के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने में सहायता प्रदान करेंगे।'

हिमाचल प्रदेश के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने आईआईटी मंडी कैटलिस्ट द्वारा आयोजित हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक को सहयोग देने की बात कही है। यह ट्रेक अद्वितीय रूप से विकसित हुआ है, जिसमें हमारे हिमालयी क्षेत्र के नवाचार की भावना का प्रदर्शन हो रहा है। पर्यावरण संबंधित चिंताओं और उनका स्थायी समाधान करना हमारी प्राथमिकता है। मैं उत्सुकता से ऐसे स्टार्टअप्स से मिलने की प्रतीक्षा कर रहा हूं, जिन्होंने समाधान ढूंढने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है।हम साथ मिलकर एक ऐसे जीवंत स्टार्टअप के माहौल को प्रोत्साहित कर सकते हैं, जो सकारात्मक परिवर्तन ला सके और हमारे प्रिय हिमालय क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य की रक्षा कर सके। उन्होंने इस मौके पर सभी से आह्वान करते हुए कहा कि आइए इस उल्लेखनीय आयोजन के माध्यम से एक हरित और स्थायी भविष्य की कल्पना को साकार करें।

इस आयोजन में हर साल विभिन्न उद्यमियों, उद्योगपतियों, निवेशकों, विशेषज्ञों, सरकार और उभरते हुए स्टार्ट-अप सहित भारतीय स्टार्टअप तंत्र के हितधारकों को एक साथ सम्मिलित किया जाता है।

इस वर्ष का आयोजन पिछले वर्षों के आयोजनों की तुलना में बड़ा और शानदार होगा। इस बार के आयोजन में स्टार्टअप समुदाय के लिए और आईआईटी मंडी के छात्र उद्यमियों के लिए बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजन की योजना का निर्माण बड़े पैमाने पर किया गया है और इस कार्यक्रम में लगभग 1000 से अधिक लोगों के सम्मिलित होने की उम्मीद है, जिसमें देशभर से 800 स्टार्टअप संस्थापकों और महत्वाकांक्षी उद्यमियों के साथ 200 से अधिक वक्ताओं, निवेशकों और अधिकारियों के शामिल होने की सम्भावना है। इसमें शासकीय अधिकारी भी शामिल हैं।

अपने इन कार्यक्रमों के माध्यम से आईआईटी मंडी कैटलिस्ट द्वारा बुनियादी ढांचे, वित्त, सलाह और उद्योग कनेक्शन में सहायता प्रदान करके प्रारंभिक चरण की उद्यमशीलता पहल का मार्गदर्शन करता है, जिस कारण वह देशभर में स्टार्टअप के लिए एक आकर्षक स्थान बन जाता है। पिछले पांच आयोजनों में आईआईटी मंडी कैटलिस्ट को 1800 से अधिक स्टार्टअप और 150 से अधिक सलाहकारों/वक्ताओं/निवेशकों से भागीदारी प्राप्त हुई है। हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक (एचएसटी), स्टार्टअप्स और मेंटर्स दोनों के लिए एक उपयोगी कार्यक्रम साबित हुआ है।

एचएसटी लंबे समय तक लगाए गए कोविड प्रतिबंधों के बाद भी स्टार्टअप इकोसिस्टम हितधारकों के लिए व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने और नेटवर्क बनाने का एक बहुप्रतीक्षित अवसर प्रदान करता है। आईआईटी मंडी को मुख्य रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार द्वारा सहयोग मिलता है।इलेक्ट्रॉनिक्स और स्टार्टअप इंडिया मंत्रालय सहित कई सरकारी मंत्रालयों ने भी आईआईटी मंडी कैटलिस्ट का सहयोग किया है।

एचएसटी 2023 के प्रायोजकों में उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार, फ्रेसेनियस काबी ऑन्कोलॉजी लिमिटेड, पीक वेंचर और आईआईटी मंडी आईहब और एचसी आई फाउंडेशन शामिल हैं। कैटलिस्ट हिमालयन स्टार्टअप इकोसिस्टम का समर्थन करने के लिए तत्पर अन्य संगठनों का स्वागत करता है।

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