एथर एनर्जी देश के 100 शहरों में 1000 फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगाने जा रही है। वह अपने चार्जिंग स्टेशन को ‘एथर ग्रिड’ भी कहती है। कंपनी ने कहा इस वर्ष के अंत तक चार्जिंग स्टेशन की संख्या 2,500 से ऊपर हो जाएगी।
एथर एनर्जी ने सभी ओईएम को चार्जिंग कनेक्टर के लिए अपना आईपी भी जारी किया है, जिससे इंटरऑपरेबल टू-व्हीलर फास्ट-चार्जिंग प्लेटफॉर्म का रास्ता भी साफ हुआ है। अब किसी भी कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहनों को एथर एनर्जी के चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज किया जा सकता है।
कंपनी ने टियर-2 और टियर-3 शहरों में 60 प्रतिशत चार्जर लगाए हैं। इंटरसिटी राइडिंग को आसान करने के लिए एथर ने इन ग्रिडों को स्ट्रैटेजिक रूप से शहरों में स्थापित किया है। ग्राहक अब आसानी से पुणे से मुंबई, सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग या कोयम्बटूर से ऊटी तक की यात्रा की योजना बना सकते हैं।
एथर एनर्जी के चीफ बिजनेस ऑफिसर रवनीत फोकेला ने कहा एक मजबूत चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने में काफी मदद करेगा। कंपनी का ध्यान ईवी इकोसिस्टम का निर्माण करना है। हमने पहले से ही भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक फास्ट-चार्जिंग नेटवर्क बनाने में निवेश किया है।
इलेक्ट्रिक वाहनों को 80 प्रतिशत चार्ज होने में करीब एक घंटे का समय लगेगा। इसके अलावा लोग एथर ग्रिड ऐप से नजदीकी चार्जिंग स्टेशनों की उपलब्धता का पता लगा सकते हैं। अभी तक, केवल हीरो मोटोकॉर्प का विडा इलेक्ट्रिक स्कूटर एथर एनर्जी के चार्जिंग कनेक्टर का उपयोग कर रहा है।
कंपनी की वर्तमान में 80 शहरों में उपस्थिति है और मार्च 2023 तक 100 शहरों में 150 केंद्रों तक अपनी रिटेल उपस्थिति को बढ़ाने की योजना है। एथर एनर्जी ने जनवरी 2023 में 12419 यूनिट्स की सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री देखी, जिससे यह भारत में तीसरा सबसे बड़ा दोपहिया निर्माता बन गया है।
फास्ट चार्जिंग स्टेशन क्या है
फास्ट चार्जिंग को रैपिड चार्जिंग या क्विक चार्जिंग के रूप में भी जाना जाता है और इसका उद्देश्य पारंपरिक वाहनों के गैसोलीन रिफ्यूलिंग के समान कम अवधि में ईवी बैटरी को रिचार्ज करना है। फास्ट चार्जिंग के लिए आवश्यक समय 80 प्रतिशत क्षमता को चार्ज करने के लिए लगभग 20 मिनट है। फास्ट चार्जर नियमित चार्जर की तुलना में अधिक बिजली की आपूर्ति करता है।