व्यवसाय विचार

एमएसएमई क्षेत्र मे सहयोग बढ़ा रहे भारत- उज्बेकिस्तान: पीयूष गोयल

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Aug 02, 2022 - 3 min read
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भारत-उज्बेकिस्तान द्विपक्षीय व्यापार 38.5 प्रतिशत बढ़कर 2019-20 में 247 मिलियन डॉलर(लगभग 1,976 करोड़) से बढ़कर 2021-22 में 342 मिलियन डॉलर(लगभग2,736) हो गया।

भारत और मध्य एशियाई राष्ट्र उज्बेकिस्तान ने एमएसएमई समेत सात क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनाई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल नेे भारत-उज्बेकिस्तान के संबंधों को श्एकीकृत विस्तारित पड़ोसश् भारत के दृष्टिकोण की बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने एमएसएमई के अलावा डिजिटल भुगतान, अंतरिक्ष सहयोग, कृषि,डेयरी, फार्मा, रत्न, आभूषण, और अंतर-क्षेत्रीय सहयोग को सात उभरते क्षेत्रों के रूप में शामिल किया है।

हाल ही में नई दिल्ली में भारत-उज्बेकिस्तान अंतर-सरकारी आयोग (आईजीसी) के 13वें सत्र को संबोधित करते हुए, गोयल ने ष्नए क्षेत्रों जैसे प्रौद्योगिकी, डिजिटल भुगतान समाधान और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में निवेश में संबंधों को आगे ले जानेष् का आह्वान किया।

गोयल ने कहा कि भारत-उज्बेकिस्तान द्विपक्षीय व्यापार 38.5 प्रतिशत बढ़कर 2019-20 में 247 मिलियन डॉलर (लगभग 1,976 करोड़ रुपये) से बढ़कर 2021-22 में 342 मिलियन डॉलर (करीब 2,736 करोड़ रुपये) हो गया। उल्लेखनीय है कि गोयल का यह संबोधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस साल सितंबर में होने वाली उज्बेकिस्तान यात्रा से पहले आया है।

उज्बेकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री, निवेश और विदेश व्यापार मंत्री जमशेद खोदजायेव ने कार्यक्रम में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा का उपयोग पारस्परिक हित के कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को महत्वपूर्ण बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित भारत-उजबेकिस्तान बिजनेस फोरम में खोदजाव ने भारतीय व्यवसायों को उज्बेकिस्तान के साथ फार्मा और आईटी उत्पादों को एकीकृत करने और संयुक्त रूप से उत्पादन करने के लिए आमंत्रित किया। फिनटेक और साइबर सुरक्षा जैसे कई क्षेत्रों के विकास की दिशा में भी दोनों देशों ने काफी काम किया है।

ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में उज्बेकिस्तान को भारत के निर्यात में फार्मास्युटिकल उत्पादों के बाद मशीनरी, परमाणु रिएक्टर, बॉयलर, टैनिंग या रंगाई के अर्क आदि सबसे ऊपर थे। उज्बेकिस्तान से आयात के मामले में, गोंद और किशमिश, चिकित्सा उपकरण, जस्ता, रेशम, कपास, आदि 2021 में भारत द्वारा खरीदे गए प्रमुख उत्पाद थे।

जमशिद खोदजायेव और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच हालही में नई दिल्ली में आयोजित बैठक में सार्थक चर्चा हुई। इस दौरान, दोनों देशों के मध्य कृषि क्षेत्र में जारी सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति हुई।

तोमर ने उज्बेकिस्तान का उप-प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने पर खोदजायेव को बधाई देते हुए कहा कि इससे पहले कृषि मंत्री होने का उनका अनुभव नई भूमिका में बहुत मददगार होगा। तोमर ने कहा कि दोनों देशों के बीच काफी अच्छे राजनयिक व व्यापारिक संबंध है, उज्बेकिस्तान के साथ भारत के राजनयिक संबंध को 30 साल पूरे हो रहे हैं, वहीं भारत के लिए यह आजादी के अमृत महोत्सव का अवसर है।

तोमर ने दोनों देशों के बीच कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिए जाने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने बताया कि हमने उज्बेकिस्तान से अंगूर, प्लम व स्वीट चेरी के लिए बाजार पहुंच प्रदान करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए अधिसूचना जल्द प्रकाशित की जाएगी। वहीं भारत को आम, केला व सोयाबीन ऑयल केक के निर्यात के लिए उज़्बेक पक्ष से अनुमोदन प्राप्त हुआ है, जिसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।

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