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- ओला ने बनाया स्वदेशी लिथियम-आयन सेल, 2023 तक बाजार में मिलने लगेगा सेल
जानकारी के मुताबिक ओला द्वारा विकसित सेल बेहद खास और तकनीकी रूप से अग्रणी है। इस सेल के विकास के बाद कंपनी के बाजार का विस्तार काफी तेजी से होगा। ओला के बनाए लिथियम-आयन सेल एडवांस होने के साथ-साथ बेहद किफायती भी होंगे, जिनसे इलेक्ट्रिक वाहन के दाम में बड़ी कमी आने की उम्मीद है। इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम में बड़ी गिरावट दिख सकती है।
अगले वर्ष से शुरू होगा उत्पादन।
ओला अपने लिथियम-आयन सेल का उत्पादन अगले वर्ष तक अपनी गीगा फैक्ट्री से करेगी; जानकारों का कहना है कि यह उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाएगा। जानकारी के अनुसार ओला के इस आविष्कार से भारत में लिथियम-आयन बैटरी के आयात पर निर्भरता काफी घटाई जा सकती है। अगर यह सफल रही तो आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम तेजी से घटेंगे।
पिछले साल अगस्त में ओला ने अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर भारत में पेश किया था और अब कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कार पर काम कर रही है। ओला एस-1 प्रो सबसे महंगे इलेक्ट्रिक स्कूटर में एक है। इसमें 3.97 किलोवाट आवर यानी केडब्ल्यूएच की क्षमता वाली लिथियम-आयन बैटरी मिलती है। यह स्कूटर एक बार की चार्ज में 181 किलोमीटर तक चल सकती है और इसे 6.5 घंटे में फुल चार्ज कर सकते है।
इसके साथ ही ओला का हाइपरचार्जर नेटवर्क 18 मिनट की चार्जिंग में 75 किमी की रेंज देने में सक्षम है। कंपनी के एस-वन प्रो में मूव ओएस 2.0 भी दिया गया है, जिसमें इको मोड, म्यूजिक प्लेबैक, नेविगेशन, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, मोबाइल ऐप के जरिए कीलेस लॉक/अनलॉक और बहुत कुछ शामिल है। इस स्कूटर में बेहतर ब्रेकिंग भी मिलती है, साथ ही अलॉय व्हील और ट्यूबलेस टायर इसकी खूबियां हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की कई घटनाएं देखी गई हैं। इनमें अधिकतर दोपहिया वाहन थे। इसलिए इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली सभी कंपनियों ने अपनी बैटरी को मजबूती देने की कई कोश्शिें की हैं। ओला का यह प्रयास वाहनों में आग लगने की घटानाओं को कम कर सकता है।