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- औलूमिआंत के साथ लिली इंडिया प्रवेश कर रहा है ऑटो इम्यून सेगमेंट में
कम्पनी ने भारत के ऑटो इम्यून सेगमेंट में प्रवेश दिखाते हुए एली लिली एंड कम्पनी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (लिली इंडिया) ने औलूमिआंत (बेरिसिटनिब) के लांच की घोषणा की है।
औलूमिआंत (बेरीसिटनीब) उन वयस्कों द्वारा दिन में एक बार ओरल रूप से ले जाने वाली दवाई है, जिन्हें मध्यम से तेज एक्टिव रयूमटॉइड आर्थराइटिस है और जिनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कम है या जो डिसीज मॉडीफाइंग एंटी-रयूमैटिक ड्रग्स (डीएमएआरडी) को वहन नहीं कर पाते।
औलूमिआंत को अकेले या मेथोट्रेक्स्ट के कॉम्बिनेशन में लिया जा सकता है।
भारत में औलूमिआंत अक्टूबर 2018 से 4 मिलीग्राम और 2 मिलीग्राम की डोज में उपलब्ध रहेगी। इसे दुनियाभर के 50 से ज्यादा देशों में मान्यता प्राप्त है।
लूका विसनी, मैनेजिंग डायरेक्टर, एली लिली एंड कंपनी इंडिया ने बताया, " हम इस बात को लेकर बहुत उत्साहित हैं कि वर्ल्ड ऑर्थराइटिस-डे से कुछ दिन पहले ही लिली इंडिया ने रयूमटॉइड ऑर्थराइटिस के साथ जी रहे रोगियों के लिए एक नवीन थैरेपी की घोषणा की है। यह घोषणा हमारी भारत के प्रति प्रतिबद्धता एवं परम्परा को दर्शाता है, जहां हमने पिछले 25 सालों में यहां लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया है और दीर्घकालीन बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की ना पूरी हो रही जरूरतों पर ध्यान दिया है।
उन्होंने आगे बताया, "रयूमटॉइड ऑर्थराइटिस से ग्रसित लोग बीमारी के प्रभावों से लड़ते है, दर्द बर्दाश्त करते है और इस दर्द का प्रबंधन कभी नहीं कर पाते। लम्बे समय में इससे जोड़ों को नुकसान पहुँच सकता हैं और अक्षमता भी आ सकती है। औलूमिआंत रोज एक बार ली जाने वाली ऐसी प्रभावी औषधि है, जो पारम्परिक डीएमएआरडी का असर खो चुके इस रयूमटॉइड ऑर्थराइटिस के मरीजों पर निश्चित प्रभाव दिखाएगी। क्लिनिकल परीक्षणों में दर्द, थकान एवं जोड़ों के खिंचाव के मामलों में औलूमिआंत के बहुत अच्छे प्रभाव सामने आये है।