- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- औषधीय पौधों के कारोबार या अरोमाथैरेपी में निवेश करना एक फायदेमंद बिजनेस आइडिया हो सकता है।
मेडिसिनल हर्ब्स या औषधीय पौधें चार तरीके से फायदेमंद हो सकते हैं - स्वास्थ्य-सेवा में, टिकाऊ अर्थव्यवस्था के निर्माण में, पर्यावरण संरक्षण में और पर्यावरण के नवीनीकरण में। इन सारे फायदों पर गौर करने पर ये साफ समझ में आता है कि प्रकृति से इंसान को मिली सबसे मूल्यवान चीजों में औषधीय पौधे भी शामिल हैं। यहां अरोमैटिक प्लांट्स के चार ऐसे फायदे दिए गए हैं, जिनके कारण एसेंशियल ऑयल्स का कारोबार पूरी दुनिया में समृद्ध होता जा रहा है:
स्वास्थ्य-सेवा
मेडिसिनल हर्ब्स का सबसे बड़ा फायदा ये है कि वो किफायती, नुकसान ना करने वाले और स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध होते हैं। आज अरोमैटिक प्लांट्स और उनसे मिलने वाले एसेंशियल ऑयल्स की दुनिया के हेल्थकेअर सिस्टम में खास जगह है। विविध प्रकार के एसेंशियल ऑयल्स में कुछ ऐसे गुण हैं, जिनसे घातक बैक्टीरिया पनप नहीं पाते। ये त्वचा, सांस और पाचन की कई आम तकलीफों में आराम पहुँचाने और सेहत का संतुलन बनाए रखने के लिए उपयोग में लाए जाते हैं। रसोई में इस्तेमाल की जाने वाली कई जड़ी-बूटियों और मसालों में चमत्कारी औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद जैसे परंपरागत वैद्यकीय शास्त्रों ने कई तरह से उन्हें इस्तेमाल किया है।
आर्थिक रूप में फायदेमंद
दिन-ब-दिन औषधीय पौधों की बढ़ती मांग और उस मांग को पूरा न किए जाने के कारण उनके आर्थिक मूल्यों में वृद्धि होती जा रही है। नतीजतन उनका व्यवसाय फायदेमंद होता जा रहा है। आज बहुत बड़े पैमाने पर औषधीय पौधों की खेती हो रही है और उनसे अलग-अलग प्रोडक्ट्स बना कर उन्हें पूरी दुनिया के बाजारों में बेचा जा रहा है। ऑर्गेनिक या जैविक खेती कठिन होती है और इसमें मेहनत भी ज्यादा लगती है, लेकिन इससे दुनिया के कई गरीब और देहाती इलाकों की अर्थव्यवस्था उबरने और फलने-फूलने में मदद हो रही है। कई जगहों पर कॉर्पोरेट्स के खेती-व्यवसाय अपनाने के कारण कुछ समाज खतरे में आ गए हैं। उन्हें बचाने और उनका खुद की जमीन का हक कायम रखने में ऑर्गेनिक खेती की मदद हो रही है।
किफायती
स्थानीय स्तर पर या जंगलों में उगाई गई औषधियाँ एलोपैथिक ट्रीटमेंट्स और फार्मास्यूटिकल ड्रग्स के मुकाबले किफायती होती हैं। वो पोषक तत्व बढ़ाने और बीमारियों की रोकथाम करने में बहुत उपयोगी होती हैं। मेडिसिनल हर्ब्स में निवेश करने से आप स्थानीय लोगों के लिए किफायती दवाइयाँ उपलब्ध करवा सकते हैं। संक्रमण के लिए प्रतिरोधक वातावरण निर्माण करने वाले ज्यादातर प्रमुख तेल जैसे कि टी ट्री, यूकलिप्टस, ऑरगैनो और थाइम तुलना में किफायती होते हैं, क्योंकि उनकी उपज तेजी से होती है और उनसे काफी मात्रा में तेल निकाला जा सकता है। उसके लिए जरूरी उपकरण भी सादे, सस्ते होते हैं और प्रक्रिया भी बहुत सरल होती है। इसीलिए ये उद्योग स्थानीय स्तर पर कम से कम लागत में शुरू किया जा सकता है। इन तेलों के कम मूल्य और तेज असर के कारण ये विकासशील देशों में महंगे आयातित एंटीबायोटिक्स की जगह इस्तेमाल किए जाने लगे हैं।
पर्यावरण-अनुकूल
औषधि वनस्पतियाँ पर्यावरण-अनुकूल होती हैं। पर्यावरण बचाने में और बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। उच्च प्रति के जैविक पौधों की खेती से या जंगल क्षेत्र में जड़ी-बूटी जैसे दोयम फॉरेस्ट प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने से बायो-डाइवर्सिटी (जैव-विविधता) का रक्षण और देखभाल भी होती है। जंगलों और सुनसान इलाकों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट्स में औषधीय पौधों को शामिल किया जा रहा है। उस कारण जंगलों की कटाई और अन्य विनाशकारी गतिविधियां कम हो रही हैं। फाइटरोमेडिएशन (वातावरण में फैले विषैले पदार्थों को शुद्ध करने और पर्यावरण व्यवस्थाओं में फिर से जान डालने के लिए वनस्पतियों का उपयोग) में भी कुछ औषधि वनस्पतियों का उपयोग किया जाता है। पर्यावरण संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली नीम जैसी कई औषधियाँ बंजर और कम-उपजाऊ जमीन में पाई जाती हैं। वेटीवर ग्रास जैसी कुछ औषधियों से अरोमैटिक तेलों का उत्पादन किया जाता है।
किसी भी नजरिए से देखा जाए, आज के जमाने में मेडिसिनल हर्ब्स का व्यापार यकीनन एक बेहतर बिजनेस आइडिया है।