अगर आप भी सोच रहे हैं कि कम से कम निवेश करके अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सकें और यह निवेश आपको हेल्थ सेक्टर में ही करना है। ऐसे में हम आपको ऐसे व्यवसाय की जानकारी दे रहे हैं, जहां आप न्यूनतम एक लाख का बजट लेकर भी अपने कारोबार करने के सपने की शुरुआत कर सकते हैं। यह व्यवसाय है मेडिकल कुरियर सर्विस का। इस लेख में हमने जिन लोगों से बात की है, उन्होंने भी लघु स्तर पर ही इसकी शुरुआत की और धीरे-धीरे व्यवसाय को विस्तार दिया। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारत व विदेश में मेडिकल कुरियर सर्विस की सुविधाएं दे रहे बेवन्स इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संतोष बताते हैं कि मेडिकल कुरियर सर्विस कम निवेश में अधिक मुनाफे का सौदा है। लेकिन इसे शुरू करने से पहले इसके लिए जरूरी नियम व शर्तों को जरूर जान लें। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे पहले तो आपके पास फार्मासिस्ट की डिग्री (इसमें बीफार्मा, डीफार्मा व एमफार्मा) होनी जरूरी है। बिना इस शैक्षिक योग्यता के व्यवसासय को शुरू नहीं किया जा सकता। इसके अलावा यह भी ध्यान रखना होगा कि आप जिन भी कर्मचारियों की नियुक्ति करेंगे, उनके पास भी यह डिग्रियां हों। इसके अलावा कारोबार शुरू करने के लिए कम से कम 120 स्कॉयर फीट का कमरा हो। आपके व्यावसायिक स्थल के आसपास किसी भी तरह की गंदगी न हो। कुछ ऐसी दवाइयां होती हैं, जिनको कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता होती है, तो इनके लिए तापमान नियंत्रित होने की व्यवस्था हो। ऐसे में फ्रिज होना बेहद जरूरी शर्त है। जो दवाइयां एक्सपायर हो जाती हैं, उनके लिए अलग से काउंटर हो या कोई ऐसी व्यवस्था की जाए, जहां उन्हें अलग रखा जाए। वह किसी अन्य दवा में मिक्स न होने पाएं।
फार्मा सेक्टर में काम करना है, तो इनसे बेहतर नहीं मिलेंगे विकल्प
बस्ती मेडिकल व्यवसायी वरूणमणी पांडेय बताते हैं कि मेडिकल कुरियर सर्विस को शुरू करने के लिए कम से कम एक लाख के निवेश की आवश्यकता होती है। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं हैं। इसमें नई-नई टेक्नॉलीज का प्रयोग करके आप इसे और भी हाईटेक बना सकते हैं। अगर आपका खुद का मेडिकल स्टोर है तब तो आप अपने स्टोर पर आने वाले प्रिस्क्रिप्शन्स पर दवाईयां डिलिवर करवा सकते हैं और अगर आप दवाई डिलीवर करने के लिए क्लाइंट से डॉक्टर का प्रिसक्रिप्शन लेते हैं तो पहले उन्हें कलेक्ट कर लें। इसके अलावा वे आपको व्हाट्सएप के जरिए भी डॉक्टर का पर्चा भेज सकते हैं। तब आपको मेडिकल स्टोर से उनके लिए दवाई खरीदनी होगी और उसके बाद आपको डिलीवरी करनी होगी या आपने जो भी कर्मचारी रखे हैं, उनके जरिए दवा को गंतव्य स्थान तक सुरक्षित पहुंचाना होगा। ध्यान रखें कि अगर आप किसी अन्य मेडिकल स्टोर से जुड़कर मेडिकल कुरियर सर्विस व्यवसाय से जुड़े हैं तो इसमें मेडिकल स्टोर संचालक भी आपको कुछ कमीशन देते हैं। इसके बारे में स्टोर से अपने व्यवसाय को लिंक करते समय ही बात कर लें। कई बार यह भी होता है कि आप किसी हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर से जुड़कर यह व्यवसाय कर रहे हैं तो इस मामले में आप सीधे ग्राहकों को दवाइयां डिलिवर करेंगे और उनसे पैसा प्राप्त करने के बाद आप मेडिकल स्टोर संचालक को उसके बिल का पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं और अपना सर्विस चार्ज ले सकते हैं।
प्राथमिक उपचार बिजनेस के बारे में सुना है आपने! लाभ ही लाभ है, आप भी शुरू कर सकते हैं...
अधिक मुनाफे के लिए इन तरीकों को आजमा सकते हैं
संतोष बताते हैं कि मेडिकल कुरियर सर्विस बिजनेस को आगे बढ़ाने और ऑथेंटिक बनाने के लिए आप अपने सर्विस का एक आकर्षक नाम रख सकते हैं। इसके साथ ही एक विजिटिंग कार्ड भी प्रिंट करा लें। मेडिसिन पैकिंग के लिए अपने ब्रांड नेम वाले प्रिंटेड लिफाफे बनवा लें। इसके अलावा आज के समय को देखते हुए आप सोशल मीडिया साइट्स का भी सहारा ले सकते हैं। अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपना बिजनेस पेज बना सकते हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप बिजनेस का भी लाभ उठा सकते हैं। कुल मिलाकर बात सिर्फ इतनी है कि अगर आपको ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाना है तो आपको इन सारे प्लेटफार्म का उपयोग करना होगा। ताकि आपके बिजनेस की पहुंच ज्यादा लोगों तक हो और व्यवसाय मुनाफे में रहे। अब अगर आपके मन में यह सवाल आए कि मेडिकल कुरियर सर्विस में तो खर्चे और मेहनत ही ज्यादा है तो बता दें कि इसमें मुनाफा भी बहुत है। अगर आप अपने क्षेत्र के किसी जाने-माने मेडिकल स्टोर के साथ टाईअप कर लेते हैं, तो इसके बाद मेडिकल स्टोर संचालक आपको अपने ग्राहकों तक दवाई पहुंचाने के लिए ऑर्डर देगा। इसके बदले आपको लाभ मिलेगा। साथ ही आपके अपने ग्राहकों की तरफ से जो आर्डर मिलेंगे, उससे भी आपको अच्छा कमीशन मिल जाता है। तो इस तरह से इस बिजनेस में शुरुआती दौर में तो 500 रूपए प्रतिदिन का लाभ है लेकिन जैसे-जैसे आपके व्यवसाय का आकार बढ़ेगा, आप इसमें अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं।