क्या आप फ्रैंचाइज़िंग की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं? क्या आपमें एक कामयाब फ्रैंचाइज़र होने के लिए आवश्यक विशेषताएं हैं? ये वो सवाल हैं, जो आपने उद्योग में कदम रखने से पहले पूछने चाहिए। हर उद्यमी की यात्रा चुनौतियों से भरपूर होती है और उन से समय-समय पर निपटना पड़ता है। व्यक्तित्व की ये विशेषताएं आपको चुनौतियों का सामना करने में मदद करती हैं।
इन विशेषताओं को अपनाने से आप समस्याओं को बिना किसी बोझ के सुलझा सकते हैं और संस्था की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं।
लचीलापन और जोखिम उठाने की तैयारी
एक फ्रैंचाइज़र के नाते, राह में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। परिस्थिति की अनुसार अपनी रणनीति बदलने का लचीलापन आप में होना चाहिए। एक ही रणनीति से चिपके रहने से अक्सर आप कामयाबी से दूर रहते हैं।
फ्रैंचाइज़र के रूप में, अनगिनत चुनौतियां आपके आड़े आएंगी और आपके धैर्य और विश्वास को डगमगाने की कोशिश करेंगी। जो अपने सोच-विचार में लचीले होते हैं और जोखिम उठाने की तैयारी रखते हैं, वही बच निकलते हैं।
संवाद-कौशल
फ्रैंचाइज़िंग एक ऐसी कला है, जो अकेले ही हासिल नहीं की जाती है। कार्य पूरा करने के लिए एक अच्छा संघ बनाना जरूरी होता है और उसके लिए संवाद-कला की कुशलताएं होना आवश्यक है। अगर आपके शब्द और भावनाएं आपस में मेल नहीं खाती हैं, तो बहुत अधिक सम्भावना है कि आपका काम पूरा नहीं होगा।
न्यू आईडिया फार्म इक्विपमेंट कंपनी के सीईओ आशीष गुप्ता साझा करते हैं, "आपको कर्मचारियों को प्रेरित करना है। यदि कोई कार्य सही तरह नहीं किया जाता है, तो निश्चित ही उचित संवाद के अभाव के कारण ही वह गलती हुई है।"
नेतृत्व-गुण और कर्मचारी-प्रबंधन
संगठन की सफलता आपके पूरे संघ पर निर्भर होती है। टीमवर्क तभी सार्थक हो सकता है, जब उचित प्रकार के कर्मचारियों को नियुक्त किया जाता है। नियुक्ति में एक इकलौती गलती भी आपकी संस्था को नुकसान पहुंचा सकती है। जैसे कि जयपुर के हीरा व्यापारी अश्वनी दुग्गल कहते हैं, "व्यवस्था को न समझने वाले दो लोगों को नौकरी पर रखने की अपेक्षा एक समझदार इंसान को नियुक्त करना कहीं बेहतर होता है।“