कोरोना की महामारी ने दुनिया भर में लोगों की जीवनशैली को हिला रखा था और रेस्तरां फ़्रेंचाइज़ उद्योग के साथ-साथ दुनिया भर के अधिकांश फ़्रेंचाइज़िंग क्षेत्रों में भी सेंध लगा दी।वर्ष 2020 में आई महामारी ने रेस्तरां उद्योग में भी हलचल मचा दी थी और कुछ व्यवसायों को बिलक ठप कर दिया था।
इस महामारे ने बहुत से व्यावसायिक उद्यमियों को नुकसान पहुंचाया लेकिन कुछ व्यवसाय ऐसे थे जो अपने शक्तिशाली राजस्व और व्यवसाय मॉडल में थोड़े से नुकसान के साथ अपने व्यवसाय में बने रहे और उन्होंने अपने कॉन्सेप्ट में बदलाव लाकर आवश्यकता के अनुसार एक नए युग की शुरुआत की। हम उन ब्रांड़ों को देख रहे हैं जो इस बयंकर महामारी के चपेट मे आए है और अपने फ़्रेचाइज़ विस्तार और अनुकूलन की क्षमता के माध्यम से शहर के क्षेत्रों को पुनर्जीवित किया है।
रेस्तरां उद्योग में ऊपर कही गई बातों का क्या मतलब है? इसका मतलब राजस्व की नई धाराओं से हैं जो फ़्रेचाइज़ मूल्य और उपभोक्ता के लिए नई सुविधा प्रदान करती हैं।आइए कुछ तरीकों पर एक नज़र डालते हैं जो रेस्तरां उद्योग ने इन अपरिवर्तित समय में इस अभूतपूर्व स्थिति के लिए अनुकूलित है।
वर्चुअल रेस्तरां और क्लाउड किचन का विकास:
महामारी के दौरान वर्चुअल रेस्तरां की बढ़ती मांग को प्रमुख फ़्रेंचाइज़ी अपना रही थी। यह किसी भी तरह का नया कॉन्सेप्ट नहीं है, लेकिन फ्रैंचाइज़ी स्पेस के लिए एक तरह का पहला कदम हैं, जो फ्रैंचाइज़ी को एक आकर्षक मूल्य और डिलीवरी-ओनली कॉन्सेप्ट पेश करता है। एक किचन स्पेस या मौजूदा रेस्तरां के भीतर, फ्रेंचाइज़ सजावट के खर्च, और ग्राहकों के अनुकूल किराए के सिरदर्द को अलविदा कह रही हैं। पुराने ऑडर लेने के तरीकों की जगह अब टच स्क्रीन ऑर्डरिंग ने ले ली है, यह ऑर्डर थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म के द्वारा लिये जाते हैं।
टेक-आउट एक अनिवार्य नियम है:
विश्व स्तर पर कोविड-19 के शुरुआती चरण में सबसे भारी झटका रेस्तरां उद्योग को लगा लेकिन कुछ उद्योग ने टेक- आउट को अपनाया और अपनी ऑर्डर और सर्विस को बरकरार रखा। बर्गर किंग और मेसी बाउल जैसे फ़्रेंचाइजी पूर्ण आकार के पारिवारिक भोजन की पेशकश कर रहे हैं। जोमैटो, स्विगी और उबर ईट्स जैसे ब्रांड ग्राहकों को ऑनलाइन ऑर्डर और सर्विस देखर खाने और ग्राहकों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रख रहे है साथ ही अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दे रहे हैं। फ़्रेंचाइज़ी को इस तरह की प्रक्रियाएं बहुत ही पसंद आ रही है और वह टेक-आउट सर्विसेज को अपना रही है। जैसा कि कहा जाता है की ‘आविष्कार आवश्यकता की जननी है’ तो कुछ मामलों में फूड सर्विस ऑपरेटरों को डिलीवरी मॉडल में बदल दिया है। ऐसे व्यवसाय का उद्देश्य रेस्तरां और फूड सर्विस प्रदाताओं की सहायता करना है।
ड्राइव-अप और डाइन आउट:
आज के समय में एक सभ्य फूड ट्रक को हर कोई खोलना चाहता है? क्योकि विशेष रूप से डाइन-इन रेस्तरां में भीड़ के कारण सीमित बैठने के साथ, फूड ट्रकों ने बाहरी अवसरों, निजी पार्टियों, काम के माहौल और इस तरह के आंतरिक मूल्य के माध्यम से इस बिज़नेस म़ॉडल को आकर्षक बनाया है।
फूड ट्रकों ने वर्ष 2020 के दौरान फ़्रेंचाइज़ बाज़ार में अपनी जगह बनाई है। कई ब्रांड्स ने इस तरह के अवसरों को समझा और अपने मॉडल में इनोवेटिव तरीके से अपनाया । हर एक ब्रांड ने फ़्रेंचाइज़ विकास के साथ नए व्यावसायिक क्षेत्रों में विस्तार करने का फैसला किया है।रियल एस्टेट के खर्च और और मानव पूंजी की पहुंच जो कि विस्थापित हो गई है क्योंकि कोविड ने कई नए खरीदारों को फ़्रेंचाइज़ श्रेणी में शामिल किया है।
इस रेस्तरां क्रांति के चेहरे के रूप में घोस्ट किचन, नए टेकआउट मॉडल और फूड ट्रक के साथ, सभी बदलते रेस्तरां फ़्रेंचाइज़ क्षेत्र, महामारी के बाद की जीवन शैली के नए मोर्चे पर तैयार है।