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- चार्जिंग स्टेशन खोलने से पहले हिमाचल सरकार की आने वाली योजना को जानें
हिमाचल प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार योजना बना रही है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाली ही में कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन विकसित करने के लिए एक प्रभावी योजना लाएगी। शिमला में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि योजना पहुंच, सुविधा और रोजगार के रास्ते खोलने सहित विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देगी। चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए निजी ऑपरेटरों को भी 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ जोड़ा जाएगा। राज्य में पहले से और वर्तमान में स्थापित किये जा रहे चार्जिंग स्टेशनों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
राज्य को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए मॉडल राज्य के रूप में विकसित किया जा रहा है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के सहयोग से इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अलावा पहले चरण में छह ग्रीन कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों सहित इन कॉरिडोर की लंबाई 2137 किलोमीटर है।
हिमाचल सड़क परिवहन निगम भी चरणबद्ध तरीके से अपने बेड़े में और अधिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल कर रही है और सुक्खू ने हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) को नई इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए मार्गों की पहचान करने को कहा है। सार्वजनिक परिवहन को इलेक्ट्रिक परिवहन में बदलने से जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता काफी हद तक कम हो जाएगी। निर्माण गतिविधियों और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए भूमि के उपयोग पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भूमि निर्माण कार्यों के लिए वैज्ञानिक रूप से उपयुक्त हो। भूमि का वैज्ञानिक अध्ययन कराने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इस प्रक्रिया में व्यावहारिक पहलुओं का अध्ययन आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण की भौतिक स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने इन परियोजनाओं के निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन अमोनिया और बायो गैस प्लांट स्थापित करने की संभावना तलाशने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पायलट आधार पर प्लांट स्थापित करने के लिए 31 अक्टूबर, 2023 तक एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने को भी कहा। ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत है और 1,000 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजनाएं वर्ष 2023-24 में पूरी हो जाएंगी।
हिमाचल में कितने चार्जिंग स्टेशन है
हिमाचल में कुल 12 चार्जिंग स्टेशन हैं, जो की बिलासपुर, हमीरपुर, किन्नौर, लाहुल एंव स्पीति, शिमला, सोलन, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सिरमौर और ऊना में है।
इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जर कितने प्रकार के होते हैं
1.अल्ट्रा स्लो चार्जर: ये चार्जर घर पर बिजली सेटअप में उपयोग होते हैं और वाहन को धीमी गति से चार्ज करने के लिए उपयुक्त होते हैं। इसके द्वारा वाहन को चार्ज करने में सामान्यतः कई घंटे लग सकते हैं।
2.स्लो चार्जर : स्लो चार्जर भी घर की बिजली सेटअप के साथ काम करते हैं, लेकिन अल्ट्रा स्लो चार्जर की तुलना में थोड़ी तेज़ी से चार्ज करते हैं। इन चार्जर का उपयोग वाहन को चार्ज करने के लिए किया जा सकता है, और इसके लिए कुछ घंटे तक का समय लग सकता है।
3.फास्ट चार्जर: फास्ट चार्जर वाहन को तेज़ी से चार्ज करने के लिए उपयुक्त होते हैं। ये चार्जर ईवी चार्जिंग स्टेशन पर लगाए जा सकते हैं और वाहन को कुछ ही समय में पूर्णतया चार्ज कर सकते हैं। फास्ट चार्जर का उपयोग लंबी यात्राओं के दौरान और सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन पर किया जाता है।
चार्जिंग स्टेशन ऐसे स्थापित करें
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए आपको नियमों और विधियों का पालन करना होगा और सरकारी अनुमती को प्राप्त करना होगा। इसके बाद आप इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
विश्लेषण और योजना बनाएं: चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए सबसे पहले आपको विश्लेषण करना होगा और योजना बनानी होगी कि कहा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाए, कितने चार्जिंग स्टेशन की आवश्यकता है ताकि लोगों तक आसानी से पहुंच प्रदान की जा सके।
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन निर्माण: योजना के अनुसार चार्जिंग स्टेशन का निर्माण करें। आपको लोकेशन का चयन करना होगा की कहा पर आप चार्जिंग स्टेशन बना सकते है जैसे कि पार्किंग लॉट्स, पब्लिक स्थल, पेट्रोल पंप के पास अन्य । उपयुक्त चार्जिंग उपकण का चयन करें जो इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने की सुविधा प्रदान करेगा। यह चार्जिंग स्टेशन के प्रकार पर निर्भर करेगा जैसे कि एसी चार्जिंग, डीसी चार्जिंग या फास्ट चार्जिंग। चार्जिंग स्टेशन को सुरक्षित बनाने के लिए सुरक्षा उपायों को जोड़ें जैसे कि सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा गेट, और अलार्म सिस्टम।
चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करें: चार्जिंग स्टेशन शुरू करने से पहले आपको चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को तैयार करना होगा, जिसमें विद्युत, चार्जिंग उपकरण, लाइटिंग और सुरक्षा सुविधाए शामिल होनी चाहिए। चार्जिंग स्टेशन के लिए सही लोकेशन का चयन करें। यह आपके वाहनों की प्राथमिकता के आसपास होना चाहिए, जैसे कि पार्किंग लॉट्स, महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे या अन्य स्थल।
चार्जिंग सेवाएं प्रदान करें: इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन को शुरू करने के बाद आपको व्यापारिक या सार्वजनिक चार्जिंग सेवाएं प्रदान करनी होगी। इसका मतलब है कि लोग आपके स्टेशन पर इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज कर सके। चार्जिंग स्टेशन पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करते समय अनुकूल भुगतान विकल्पों को प्रदान करना महत्वपूर्ण होता है। उपयोगकर्ता आपके स्टेशन पर विभिन्न तरीकों से भुगतान कर सकते हैं जैसे कि क्रेडिट, डेबिट कार्ड, डिजिटल वॉलेट या ऐप्लिकेशन के माध्यम से।
मार्केटिंग और प्रचार: चार्जिंग स्टेशन की जानकारी को सार्वजनिक प्रचार करना होगा ताकि लोग इसका उपयोग कर सके। चार्जिंग स्टेशन को एक व्यक्तिगत ब्रांड के रूप में प्रचार करें। आपका लोगो, ब्रांड नाम और विशेष विशेषताएं प्रमुख होनी चाहिए ताकि यह लोगों के लिए पहचाने जा सकें। वेबसाइट और मोबाइल ऐप्लिकेशन तैयार करें जिसका उपयोग उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग स्टेशन की जानकारी देने बुकिंग करने और चार्जिंग सेशन को सुविधाजनक बनाने के लिए किया जा सके।
सेवाएं: चार्जिंग स्टेशन की सेवा पर ध्यान देना होगा और उसकी देखभाल करना महत्वपूर्ण है। सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से चेक करें और सुनिश्चित करें कि सभी उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हैं की नहीं। चार्जिंग स्टेशन का मुख्य उद्देश्य होता है इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने की सुविधा प्रदान करना। यह सेवा इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं को उनके वाहन को चार्ज करने की अवसर प्रदान करती है। कुछ चार्जिंग स्टेशन वाहनों को तेजी से चार्ज करने की फास्ट चार्जिंग सेवा प्रदान करते हैं। यह उपयोगकर्ताओं को जल्द चार्ज करने की सुविधा प्रदान करता है और यात्रा की व्यवस्था को सुगम बनाता है।