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- जानिये भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम में कौन से इनवेस्टर ने सबसे ज्यादा पैसा लगाया
भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 2022 की पहली तिमाही में 506 स्टार्टअप ने फंडिंग डील्स को दर्ज किया और पिछले कुछ वर्षों में सालाना आधार पर सबसे अधिक फंडिंग डील्स को चिह्नित किया गया।इस तिमाही में भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा 11.8 अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए गए, जो 2021 की पहली तिमाही में जुटाए गए फंड से 186 प्रतिशत से ज्यादा है।
वर्ष 2022 की पहली तिमाही में एंटरप्राइज़टेक स्टार्टअप ने निवेशकों का ज्यादा ध्यान खींचा और पिछले वर्ष यानी की 2021 की पहली तिमाही की तुलना में 5 गुना ज्यादा वेंचर कैपिटल को हासिल किया। इसके अलावा, ई-कॉमर्स, फिनटेक, एडटेक और उपभोक्ता सेवाओं में काम करने वाले स्टार्टअप्स ने भी क्रमशः यूएसडी 1.90 बिलियन, यूएसडी 1.80 बिलियन, यूएसडी 1.50 बिलियन और यूएसडी 1.29 बिलियन हासिल करते हुए निवेशकों की रुचि को प्राप्त किया है। चलिए उन टॉप 20 निवेशकों की सूची के बारे में बताते है जिन्होने स्टार्टअप्स को सपोर्ट किया
1.एंजेललिस्ट इंडिया: इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म एंजेललिस्ट इंडिया ने 2022 की पहली तिमाही में 82 स्टार्टअप में निवेश करके सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट डील्स की हैं। सुपरशेयर, हिवर, क्रिब कुछ उल्लेखनीय स्टार्टअप हैं जिन्हें इसके द्वारा सपोर्ट किया गया है।
2.सिकोइया कैपिटल: वेंचर कैपिटलिस्ट सिकोइया कैपिटल इंडिया ने 2022 की पहली तिमाही में दूसरी सबसे बड़ी संख्या में निवेश दांव लगाया है। इसने 2022 की पहली तिमाही में 31 स्टार्टअप फंडिंग डील्स में भाग लिया।
इसमें से, वनकार्ड, पॉलीगों और क्रेडएवेन्यू कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्हें इसके द्वारा सपोर्ट किया गया है। वेंचर कैपिटलिस्ट मुख्य रूप से भारतीय बिजनेस इकोसिस्टम में कंज्यूमर, टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर स्टार्टअप्स में निवेश करता है।
3.टाइटन कैपिटल: कुणाल बहल और रोहित बंसल के नेतृत्व वाले वीसी फंड टाइटन कैपिटल ने 2022 की पहली तिमाही में 25 स्टार्टअप फंडिंग डील्स में भाग लिया है। फंड ने हटिका, खेलगली और क्लेमबड्डी जैसे स्टार्टअप का सपोर्ट किया है।टाइटन कैपिटल 200 से ज्यादा स्टार्टअप के पोर्टफोलियो को मैनेज करता है जो कंज्यूमर इंटरनेट, सास, फिनटेक और वेब3 सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं।
4.अल्टेरिया कैपिटल: मुंबई स्थित वेंचर डेट फंड अल्टेरिया कैपिटल ने वर्ष 2022 की हली तिमाइ में 24 स्टार्टअप्स में निवेश किया है। स्टैंजा लिविंग, रुपीफी और मेडीबड्डी कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्हें 2022 की पहली तिमाही में इसका सपोर्ट मिला था। वेंचर डेट फंड अनिवार्य रूप से ऐसे इनोवेटिव स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित करते है जो मजबूत वीसी स्पोंसर द्वारा सपोरट मिलता हैं।
5.आह! वेंचर्स: मुंबई स्थित आह! वेंचर्स ने 2022 की पहली तिमाही में 20 फंडिंग डील्स में भाग लिया। बिबो, वी360.एआई और आद्ययावे कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्हें हाल ही में इसका सपोर्ट मिला है।
6.बैटर कैपिटल: शुरुआती चरण की वेंचर कंपनी बेटर कैपिटल ने 2022 की पहली तिमाही में 20 स्टार्टअप में निवेश किया है। तिमाही में इसके कुछ भारतीय स्टार्टअप निवेशों में फिलो, फ्लिंट और एम2पी शामिल हैं। बेटर कैपिटल के पास स्लाइस, खाताबुक, टीचमिंट, युलु और शॉपकिराना सहित 150 से अधिक कंपनियों का पोर्टफोलियो है।
7.एक्सेल पार्टनर्स: वेंचर कैपिटलिस्ट एक्सेल पार्टनर्स ने 2022 की पहली तिमाही में 19 स्टार्टअप्स में पैसा लगाया। नियो, रिटेन आईक्यू और स्क्रिपबॉक्स कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं, जिन पर निवेशकों की नजर इस साल की पहली तिमाही में थी। मार्च 2022 में एक्सेल ने सातवें फंड, एक्सेल इंडिया VII के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं में यूएसडी 650 मिलियन जुटाए, जिसका उद्देश्य भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में स्टार्टअप्स को फंडिंग करना था।
8.इनोवेन कैपिटल: वेंचर डेट कंपनी इनोवेन कैपिटल ने 2022 की पहली तिमाही में 18 इनवेस्टमेंट डील्स किया हैं। मेडीबड्डी, रुपीफी और स्क्रिपबॉक्स कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्हें इसके द्वारा सपोर्ट किया गया है। वर्ष 2008 में स्थापित, इनोवेन कैपिटल मुख्य रूप से शुरुआती और विकास-चरण टेक्नोलॉजी व्यवसायों पर केंद्रित है। वेंचर कैपिटलिस्ट ने अब तक 450 मिलियन डॉलर से अधिक का पूंजी निवेश किया है।
9. कैपियर इनवेस्टमेंट : शुरुआती चरण के वेंचर कैपिटलिस्ट कैपियर इन्वेस्टमेंट्स ने 2022 की पहली तिमाही में 16 भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया। इस साल की पहली तिमाही में, इसने सुपरशेयर, ईट बेटर, अपस्विंग और अन्य का सपोर्ट किया। यह अनिवार्य रूप से टेक स्टार्टअप पर केंद्रित है। इसके पोर्टफोलियो में फिनटेक, एग्रीटेक, सास और डी2सी ब्रांडों के स्टार्टअप की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
10.आईसीड वेंचर्स : शुरुआती चरण के वेंचर कैपिटलिस्ट आईसीड वेंचर्स ने वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 14 भारतीय स्टार्टअप फंडिंग डील्स में भाग लिया। गोल्डसेतु, हटिका और थ्रीडॉट्स कुछ उल्लेखनीय स्टार्टअप हैं जिन्हें तिमाही में इसका सपोर्ट मिला है। वेंचर कैपिटलिस्ट डिजिटल हेल्थकेयर, कंजम्पशन अपग्रेडिंग, आईओटी और एंटरप्राइज सर्विसेज सेगमेंट में काम करने वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करता है।
11.2एएम वीसी: अर्ली-स्टेज वेंचर फंड 2एएम वीसी ने वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 11 भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया है। इनवैक्ट और सुपरस्कॉलर कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं, जिन्होंने इससे निवेश प्राप्त किया है। 2एएम वीसी भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश करने वाला एक यूएस डोमिसाइल फंड है। यह सेक्टर अज्ञेयवादी फंड होने का दावा करता है जो यूएसडी 10 के - यूएसडी 300के के बीच 1 से 9 प्रतिशत ओनरशिप का टारगेट करता है।
12. 9 यूनिकॉर्न और वेंचर कैटालिस्ट: एक्सेलेरेटर वीसी और वेंचर कैटालिस्ट्स का पहला फंड-9 यूनिकॉर्न ने 2022 की पहली तिमाही में 11 स्टार्टअप्स में निवेश किया है।केनको, मीमीचैट और पावर गुम्मीज कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं, जिन्होंने हाल ही में इससे निवेश प्राप्त किया है। 9 यूनिकॉर्न का लक्ष्य 500 करोड़ रुपये जुटाना है और यह एक त्वरक के रूप में विशिष्ट रूप से काम कर रहा है।इसका लक्ष्य लगभग तीन वर्षों में 150 से अधिक प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप को फंड देना है।
13.सिक्स्थ सेंस : मुंबई स्थित वेंचर फंड सिक्स्थ सेंस ने 2022 की पहली तिमाही में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 10 इन्वेस्टमेंट किए है।अल्टिग्रीन एनईईवी, डॉगसी च्यू और फ्रीकल्टर इसके द्वारा सपोर्ट किये गए कुछ स्टार्टअप हैं।निखिल वोरा द्वारा स्थापित, सिक्स्थ सेंस एक उपभोक्ता-केंद्रित वेंचर कैपिटल फंड है।वेंचर फंड पहली पीढ़ी के उद्यमियों को सपोर्ट करना पसंद करता है।
14.एनीकट कैपिटल: इनवेस्टमेंट कंपनी एनीकट कैपिटल ने 2022 की पहली तिमाही में 10 भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया है। बरगेरामा, गिवा और चार्जअप कुछ ऐसे भारतीय स्टार्टअप हैं जो इसके द्वारा सपोर्ट किए गए हैं। एनीकट कैपिटल मूल रूप से ग्रैंड एनीकट फंड 1 और फंड 2, कैटेगरी II अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट डेट फंड्स और ग्रैंड एनीकट एंजेल फंड, एक कैटेगरी I एंजेल फंड का इन्वेस्टमेंट मैनेजर है। वर्तमान में इसके पास 40 कंपनियों का पोर्टफोलियो है।
15.एलिवेशन कैपिटल : अर्ली-स्टेज वेंचर कैपिटलिस्ट एलिवेशन कैपिटल ने वर्ष 2022 की पहली तिमाही में नौ भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया है। पॉलीगों, स्प्रींटो और सुपर ओपीएस. एआई कुछ प्रमुख स्टार्टअप हैं जिन्हें इसका सपोर्ट मिला है।
वेंचर कैपिटलिस्ट कंज्यूमर ब्रांड, कंज्यूमर टेक्नोलॉजी, क्रिप्टो और वेब 3, उद्यम, सास और बी 2 बी, वित्तीय सेवाओं और लॉजिस्टिक सहित विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है।
16. 3वन4 कैपिटल : शुरुआती चरण के वेंचर कैपिटलिस्ट 3वन4 कैपिटल ने 2022 की पहली तिमाही में नौ भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया है। डार्विनबॉक्स, कुकू एफएम और डोज़ी कुछ ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्होंने 2022 की पहली तिमाही में इससे निवेश प्राप्त किया है।
17.ट्राइफेक्टा कैपिटल: गुरुग्राम स्थित वेंचर कैपिटलिस्ट ट्रिफेक्टा कैपिटल ने वर्ष 2022 की पहली तिमाही में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 8 इनवेस्टमेंट डिल्स किए हैं। इनोविटी, किश्त और रूपीफी कुछ उल्लेखनीय स्टार्टअप हैं जो इसके द्वारा समर्थित हैं। ट्राइफेक्टा कैपिटल मॉनीटरी सहायता, इक्विटी और एडवाइज़री सर्विस सहित कई पेशकशें देती है।
18.कलारी कैपिटल: शुरुआती चरण के वेंचर कैपिटलिस्ट कलारी कैपिटल ने वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 8 भारतीय स्टार्टअप में निवेश किया है। बाज बाइक्स, हाइवर और थ्रीडॉट्स इसके द्वारा समर्थित कुछ स्टार्टअप हैं। कलारी कैपिटल एक टेक्नॉलोजी-केंद्रित वेंचर कैपिटल फर्म है। यह सीड और सीरीज ए स्टार्टअप्स में निवेश करता है। यह यूएसडी 740 मिलियन से अधिक जुटाने का दावा करता है और 90 से अधिक स्टार्टअप को वित्त पोषित करता है।
19.सॉवी.वीसी: वेंचर कैपिटल फंड सॉवी.वीसी ने 2022 की पहली तिमाही में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 8 इनवेस्टमेंट डील्स किए हैं। एचवॉयपीडी उल्लेखनीय स्टार्टअप्स में से एक है जिसे इसके द्वारा समर्थित किया गया है। वेंचर कैपिटलिस्ट एक कंज्यूमर सेंट्रीक फंड है जो एफएंडबी, पर्सनल केयर और अपैरल सेगमेंट में काम करने वाले स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित करता है।
20 जेआईटीओ : जेआईटीओ ने 2022 की दूसरी तिमाही में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 8 इनवेस्टमेंट डील्स निवेश किए। प्लांटविटा, सुपरस्कॉलर और टैबलेट कुछ उल्लेखनीय स्टार्टअप हैं जिन्हें इसका सपोर्ट मिलता है। जेआईटीओ की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी- जेआईटीओ इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन है जो जेआईटीओ एंजेल नेटवर्क और सेलो जेआईटीओ इनक्यूबेशन सेंटर के साथ एक पूर्ण स्टार्टअप इकोसिस्टम प्रदान करती है।
आगर हम छोटे व्यवसाय की बात करे तो शुरूआत से किसी बिज़नेस को चलाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योकि आपको अपने बिज़नेस को चलाने के लिए फंड की जरूरत होती है और कई बार तो ऐसा होता है की फंड न मिलने के कारण या अपने बिज़नेस में पैसा न लगाने के कारण बिज़नेस फेल हो जाते है, तो कई उद्मी ऐसा भी सोचते है की हमारा व्यवसाय आगे बढ़ता रहे और ऐसे समय में हर किसी को इनवेस्टर की जरूरत पढ़ती है ताकि वह हमारे बिज़नेस में निवेश कर सके और उस निवेश से हमारा बिज़नेस सही तरह से आगे बढ़ सके। कई कंपनीयां इन्वेस्टर के दम पर अपने व्यवसाय को ऊंचाइयों तक पहुंचाती है।
अब आपको यह सोचना चाहिए कि आपको जो मदद मिल रही है उसे कैसे ले लेना चाहिए। आप अपने व्यवसाय की शुरूआत कर रहे है और आपको पता है कि किसी भी बिज़नेस को शुरू करने के लिए पैसो की ज़रूरत पढ़ती है जैसे की आपको 60 हजार की जरूरत है या उससे भी ज्यादा और आपको आचानक से कोई अच्छा इन्वेस्टर मिलता है तो उससे जो मदद मिल सके उसे ले लेनी चाहिए ताकि आप अपने व्यवसाय की सही तरह से शुरुआत कर सके और धीरे-धीरे ओर ज्यादा इनवेस्टर की मदद से अपने व्यवसाय को आगे तक बढ़ा सके।