खेल हमारे समाज का एक अभिन्न अंग बन गया है। यह छात्रों के स्कूलों के अनुभव को बदलने की क्षमता भी विकास कर रहा है। एक सर्वे के अनुसार करीब 155 मिलियन छात्र नियमित रूप से विडियो गेम खेलते हैं। एक छात्र कई घंटों या गेम के अंत तक इसे खेल सकते हैं लेकिन वे अपना होमवर्क या परीक्षा में पढ़ने के लिए 15 मिनट से ज्यादा समय बिताने की इच्छा नहीं दिखाते। छात्र खेलों के प्रति ज्यादा बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं इसलिए इन्हें दूसरी सेटिंग्स में भी विशेष रूप से कक्षाओं में इस्तेमाल करना चाहिए।
खेलों के तत्व जैसे चुनौती, सहयोग, प्रतिक्रिया, इनाम आदि को इसके कंटेंट से आसानी से निकाला जा सकता है और इसे पढ़ाने की प्रक्रिया को ज्यादा रोचक बनाने के लिए इसमें लागू किया जा सकता है।
यहां पर बताया जा रहा है कि कैसे आप अपनी शिक्षा फ्रैंचाइज़ में इस गेमीफिकेशन के जरिए ज्यादा छात्रों की रूचि पैदा कर सकते हैं।
पुराने स्कूली गेम
पुराने स्कूली खेल जैसे स्कैवेन्जर हंट्स, बिंगो, डायस गेम, और स्क्रैबल को भी कक्षा में पढ़ाने के लिए अपनाया जा सकता है। छात्र जब ग्रुप में काम कर रहे हो तो वे कंटेट विशिष्ट सवालों के उत्तर का जवाब देते हुए उनकी स्पेलिंग बोलकर स्क्रैबल खेल सकते हैं। आप छात्रों को फोटो लेने, वीडियों बनाने या ऑनलाइन संबंधी किसी विशिष्ट विषय का उत्तर ढूंढने के लिए भेजकर एक डिजिटल स्कैवेन्जर हंट का निर्माण कर सकते हैं। इस तरह छात्र को हर एक असाइंमेंट और टेस्ट इनाम की तरह अहसास देगा।
बैज
बैज महानता और उपलब्धि का सार्वजनिक मान्यता है। हर एक पूरे किए कए असाइनमेंट के लिए छात्र को इनाम के तौर पर अंक और बैज दें ताकि उनके विकास का रिकॉर्ड रखा जा सकें और उसकी ढृढ़ता को प्रोत्साहित करें। ये ग्रेड से बेहतर काम करेंगे क्योंकि ये केवल अकादमिक उपलब्धि से कहीं ज्यादा का प्रतिनिधित्व करते हैं। बैज यह बताता है कि छात्र का पाठ का पूरा हो गया है या उस विषय या कुशलता में उसे महारत पाने का यह चिन्ह है।
विफलता को पुनः परिभाषित करें
वीडियो गेम में यदि खिलाड़ी एक लेवल या चुनौती मे असफल होता है तो उसे एक और अवसर या लाइफ मिलती है। इससे खेलने वाले अपनी गलतियों से सीखते है, दोबारा कोशिश करते हैं और सफलता पाते हैं। ठीक उसी तरह छात्रों को भी दूसरा अवसर मिलना चाहिए। अगर कोई छात्र किसी असाइनमेंट को पूरा करने में असफल होता है तो उसे एक और अवसर दिया जाना चाहिए। ये उन्हें स्वयं उसमें महान कौशलता पाने में और अपनी उपलब्धियों को बढ़ाने, असफलता के दबाव और कलंक को खत्म करने में प्रेरणा देगा। असफलता सफलता के लिए अत्यावश्यक तत्व है। गेमीफिकेशन अपने पाठ्क्रम में शामिल कर छात्र अपनी गलतियों को अपना पाएंगे और इससे सीखेंगे कि दोबारा प्रयास करने में कोई बुराई नहीं है।