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- जियो-बीपी ओमेक्स की प्रोपर्टी पर ईवी चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रा स्थापित करेगी
रियल एस्टेट डेवलपर्स ओमैक्स ने जियो-बीपी के साथ अपनी पार्टनरशिप का ऐलान किया है। इसका उद्देश्य बैटरी चार्जिंग इकोसिस्टम को तैयार करना है। एग्रीमेंट के अनुसार जियो-बीपी दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद, न्यू चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, जयपुर, सोनीपत और बहादुरगढ़ में ओमेक्स की प्रोपर्टी पर ईवी चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करेगा।
जियो-बीपी देश में डेवलपर और रियल एस्टेट कंपनियों के साथ काम कर रही है। वह ओमेक्स की प्रॉपर्टीज पर 2 और 4 पहिया वाहनों के लिए 24 घंटे ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करेगी।
जियो-बीपी ने पिछले साल भारत के दो बड़े इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग हब का निर्माण किया था। वह एक ऐसे चार्जिंग इकोसिस्टम का निर्माण कर रही है, जिससे ईवी वैल्यू चेन के सभी हितधारकों को फायदा होगा। जियो-बीपी की ईवी सेवाएं जियो-बीपी पल्स ब्रांड के तहत काम करती है। जियो-बीपी पल्स मोबाइल ऐप के साथ ग्राहक आसानी से आस-पास के चार्जिंग स्टेशन ढूंढ सकते हैं और अपने ईवी को चार्ज कर सकते हैं। पिछले 34 वर्षों में ओमेक्स ने उत्तर भारत और मध्य भारत के कई शहरों में एक मजबूत प्रोजेक्ट को स्थापित किया है। इसने इंटीग्रेटेड टाउनशिप से लेकर ऑफिस, मॉल और हाई स्ट्रीट प्रोजेक्ट समेट रियल एस्टेट प्रोजेक्टेस की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान की है।
जियो-बीपी
जियो-बीपी ब्रांड के तहत रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और बीपी के बीच एक भारतीय ईंधन को लेकर मोबिलिटी ज्वाइट वेंचर हुआ है। यह ज्वाइट वेंचर जियो डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश भर में रिलायंस की उपस्थिति और उसके लाखों उपभोक्ताओं को लाभ देता है।बीपी हाई क्वालिटी वाले ईंधन, लुब्रीकेंट, रिटेल, और वाहनों से निकलने वाले कार्बन एमिशन को कम करने के लिए बेहतर मोबिलीटी सॉल्यूशन देता है।
फ्यूल की ट्रेडिशनल मार्केटिंग के अलावा, आरबीएमएल अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग पॉइंट, और बैटरी स्वैपिंग स्टेशन (बीएसएस) जैसे एडवांस मोबिलिटी सॉल्यूशन और वैकल्पिक ईंधन विकल्प प्रदान करता है। कंपनी का एविएशन ब्रांड 'एयर बीपी-जियो' पूरे भारत में एविएशन टर्बाइन फ्यूल का प्रमुख सप्लायर है। ब्रांड 'जियो-बीपी फ्यूल4यू' डीजल की ऑन-डिमांड डिलीवरी को घरो तक पहुचाता है और इस सेगमेंट में वह मार्केट लीडर है।
ओमेक्स
रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्टिंग में 129.25 मिलियन वर्ग फीट की जगह के साथ, ओमेक्स भारत की अग्रणी और विश्वसनीय रियल एस्टेट कंपनी में से एक है।
ओमेक्स की स्थापना 1987 में पहली पीढ़ी के दूरदर्शी उद्यमी और सिविल इंजीनियर रोहतास गोयल द्वारा कंस्ट्रक्शन और कॉन्ट्रैक्टिंग बिजनेस को करने के लिए की गई थी। इसके बाद, कंपनी ने 2001 में रियल एस्टेट के साथ-साथ दूसरे सेक्टरों में भी कदम रखा और 2007 में बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड दोनों में सूचीबद्ध हो गई।
कंपनी ने आठ राज्यों के 27 शहरों में अपनी रियल एस्टेट परियोजनाओं को विकसित किया है और वर्तमान में 21 रियल एस्टेट परियोजनाओं का निर्माण कर रही है जिसमे तीन समूह आवास, 12 टाउनशिप, छह कमर्शियल मॉल, ऑफिस स्पेस, होटल और एससीओ भी शामिल है।
भारत का ईवी बाजार
भारतीय ईवी बाजार भी तेजी से विकसित हो रहा है क्योंकि 2021 में करीब 0.32 मिलियन(करीब 3.2 लाख) वाहन बेचे गए थे, जो कि 168 प्रतिशत सालाना था।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन को अपनाने की प्रक्रिया पेरिस एग्रीमेंट पर आधारित है,जो शहरी क्षेत्रों में वायु क्वालिटी में सुधार को लाता है और तेल आयात को कम करता है।
इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के अनुसार, भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा उद्योग है और 2030 तक तीसरा सबसे बड़ा बनने की उम्मीद है। इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस (आईईएसए) के अनुसार, भारतीय ईवी उद्योग के 36 प्रतिशत के सीएजीआर से विस्तार होने की उम्मीद है।
भारी उद्योग मंत्रालय के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में, भारत में 0.52 मिलियन (5 लाख के करीब) इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं।ईवी को सरकार द्वारा अनुकूल नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने से 2021 में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई।
ईवी का वैश्विक बाजार
वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन बाजार बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। ईवी संस्करणों के अनुसार, सड़क पर 6.75 मिलियन (लगभग 67 करोड़) वाहनों के साथ कुल इलेक्ट्रिक वाहन 2021 में 8.3 प्रतिशत तक पहुंच गया और वैश्विक हिस्सेदारी वर्ष 2020 में 4.2 प्रतिशत तक पहुंची यानी की यह वर्ष 2020 में 108 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। ईवी दुनिया भर में ध्यान आकर्षित कर रहे हैं क्योंकि वे उत्सर्जन को कम करने और प्राकृतिक संसाधनों की कमी मंम मदद करते हैं।