दूरसंचार एक ऐसी इंडस्ट्री है जो हमेशा से बढ़ती रही है। मोबाइल फोन में बढ़ोतरी और डाटा लागत में गिरावट ने भारत में लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को जोड़ा है। 493.96 मिलियन इंटरनेट ग्राहकों के साथ, मोबाइल-आधारित इंटरनेट भारतीय इंटरनेट की मुख्य पहचान है।
इस प्रकार ग्राहकों के इस वर्ग को आकर्षित करने के प्रयास में दूरसंचार कंपनियां नई योजनाएं और रणनीतियों को आगे बढ़ा रही हैं। भारती एयरटेल ने हाल ही में ग्राहकों को अनुकूलित सेवाएं की पेश करने के लिए फ्लिपकार्ट, नेटफ्लिक्स और मेक माई ट्रिप जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ सहयोग किया है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म में बदलना
आज के ग्राहक एक ही स्थान पर हर सेवा पाना पसंद करते हैं। उनके पास चुनिंदा सेवाओं के लिए विभिन्न प्लेटफॉर्म देखने के लिए समय और धैर्य नहीं है। दूरसंचार कंपनियां न केवल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं की पेशकश कर रही हैं बल्कि पूरे लाभ भी दे रही हैं। वे एक डिजिटल प्लेटफॉर्म में बदल रहे हैं जो लंबे समय तक ग्राहकों को आपके साथ जोड़े रखेगा जिससे आपको अधिक धन कमाने में मदद मिल सकेगी।
एयरटेल अपने विशेषाधिकार प्राप्त सदस्यता कार्यक्रम #एर्टेल थैंक्स के तहत उन ग्राहकों को कई फायदे पहुंचा रहा है जो एयरटेल को महीनें में औसतन 100 रुपए से अधिक का योगदान देते हैं। नेटफ्लिक्स के साथ अपने टाई-अप के कारण इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में कंपनी अपने ग्राहकों को मुफ्त नेटफ्लिक्स की सदस्यता दे रही हैं। यह कार्येक्रम रिचार्ज के सिद्धांत पर चलता है जितना ज्यादा रिचार्ज उतने ज्यादा लाभ।इसके साथ फ्लिपकार्ट से कैश बैक ऑफर्स भी मिलते हैं।
कॉम्पिटीशन के बीच स्थिर रहना
दूरसंचार इंडस्ट्री में भयंकर कॉम्पिटीशन हैं। कंपनियों ने अधिक सब्सक्राइबर हासिल करने के लिए अपनी और डाटा की कीमतें कम कर दी हैं।इस कॉम्पिटीशन के माहौल के बीच मोबाइल फोन ऑपरेटर कंपनियां दूसरे से अलग सेवाएं और प्रोडक्ट देने की कोशिश में लगी हैं ताकि बाद में मुनाफा कमाया जा सके।
कंसल्टेंसी फर्म केपीएमजी के साथी जयदीप घोष ने कहा, 'मौजूदा कॉम्पिटीशन में कंपनियां अपनी डाटा सर्विस और दूरसंचार सर्विस को लेकर काफी दबाव महसूस कर रही हैं। अब उन्हें और बेहतर सेवाएं मुहैया कराने की जरूरत है।'
रिलायंस जियो
दूरसंचार इंडस्ट्री के इस परिवर्तन में रिलायंस जियो की एक बड़ी भूमिका हैं। जियो की पेशकश ने दूरसंचार कंपनियों को अपने खेल को कम करने के लिए मजबूर किया है। जियो खुद के डिजिटल रिटेल प्लेटफॉर्म, ऑफलाइन रिटेल स्टोर और सामग्री को अपने ग्राहकों को ऑफ़र अनुकूलित करने के लिए सेवाएं प्रदान करता है। ग्राहक सस्ती कीमत पर विभिन्न प्रकार की सेवाओं का आनंद ले सकते हैं।
दूरसंचार कंपनियों को इसे प्राप्त करने के लिए भागीदारी में शामिल होना होगा। चूंकि एयरटेल के पास अपनी सामग्री और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म नहीं है इसलिए उसने 350 मिलियन से अधिक ग्राहकों को टैप करने के लिए टाई-अप का रास्ता चुना।
एयरटेल को अपने मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखना जरूरी है क्योंकि जियो की बेहतर सेवाओं के सामने एयरटेल के लिए यह जरूरी हो जाता हैं, तभी वो मुनाफा कमा पाएंगे।