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- टेक संचालित वैश्विक शिक्षा तक पहुंच आसान करने के लिए ईटीएस इंडिया व डिजी इंक का करार
टीओईएफएल और जीआरई के माध्यम से विदेश में शिक्षा प्राप्त करने का सपना करेंगे साकार
टेक संचालित वैश्विक शिक्षा तक सभी छात्रों की पहुंच हो सके, इसे ध्यान में रखते हुए ईटीएस इंडिया व डिजी इंक ने हाल ही में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौते के जरिए ईटीएस इंडिया और डिजी इंक डिजिटल प्लेटफॉर्म टीओईएफएल और जीआरई परीक्षाओं तक छात्रों की सीधी पहुंच के साथ उनकी विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के सपने को साकार करने का प्रयास करेंगे।
ईटीएस इंडिया, ईटीएस की सहायक कंपनी और टीओईएफएल और जीआरई जैसे मूल्यांकन परीक्षणों के मालिक और बंगलुरु स्थित कंपनी डिजी इंक ने विदेश में शिक्षा का लक्ष्य रखने वाले छात्रों के सपने को पूरा करने में उनकी मदद करने के लिए ही यह करार किया है। एक आधिकारिक घोषणा के अनुसार इस समझौते से टीओईएफएल और जीआरई जैसे ईटीएस के विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मूल्यांकनों को डिजी के डिजिटल कैंपस प्लेटफॉर्म, डिजीकैंपस के साथ एकीकृत करके अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। साथ ही छात्रों के लिए डिजी के उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) के नेटवर्क को ईटीएस के मूल्यांकन - टीओईएफएल और जीआरई तक सुव्यवस्थित पहुंच प्राप्त करने में सक्षम बनाया जाएगा। इसके अलावा डिजी के साझेदार एचईआई को डिजीकैंपस सुविधाओं तक सीधी पहुंच, छात्र जुड़ाव बढ़ाने और आवश्यक दस्तावेजों के प्रबंधन के लिए एक नए वर्कफ्लो के साथ विदेश में अध्ययन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने से भी लाभ होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार डिजी और ईटीएस इंडिया नए एचईआई तक पहुंचने और शैक्षिक अवसरों तक अधिक से अधिक पहुंच को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त गो-टू-मार्केट गतिविधियों पर भी सहयोग करेंगे। इस साझेदारी को लेकर ईटीएस इंडिया और दक्षिण एशिया के कंट्री मैनेजर सचिन जैन ने कहा कि यह रणनीतिक सहयोग विश्व स्तर पर छात्रों के लिए शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम साथ मिलकर लगातार यह प्रयास करेंगे कि छात्रों को प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने से लेकर उनकी शिक्षा संबंधित जरूरी सभी प्रक्रियाओं को उनके लिए सुव्यवस्थित और आसान बनाया जा सके। ताकि विदेश में अध्ययन करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक सहज मार्ग तैयार हो।
क्या है टीओईएफएल
टेस्ट ऑफ इंग्लिश फॉरेन लैंग्वेज यानी टीओईएफएल यह एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिए स्टूडेंट्स की अंग्रेजी भाषा की जानकारी चेक की जाती है। इस टेस्ट में स्टूडेंट्स की स्टैंडर्ड अमेरिकन इंग्लिश पर कैसी पकड़ है? यह पता चलता है। यह उन स्टूडेंट्स को देना होता है, जिनकी मातृभाषा इंग्लिश नहीं होती और जो इंग्लिश का दूसरी भाषा के तौर पर प्रयोग करते हैं।
क्या है जीआरई
जीआरई जनरल टेस्ट व्यवसाय और कानून कार्यक्रमों सहित स्नातक और प्रोफेशनल स्कूलों के लिए दुनिया की सबसे बड़े स्तर पर ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा है। इसे अंग्रेजी भाषी देशों और उससे भी आगे, अर्जेंटीना से जिम्बाब्वे तक, संस्थानों द्वारा स्वीकार किया जाता है और भारत में भी इसकी स्वीकार्यता बढ़ रही है। भारत भर में लगभग 100 स्नातक प्रबंधन कार्यक्रम परीक्षण स्वीकार करते हैं, जिनमें इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जैसे प्रमुख संस्थान शामिल हैं।