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- डीएसईयू ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के लिए शॉर्ट टर्म एडवांस सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च किया
दिल्ली स्किल्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) ने इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग(ईएसडीएम) क्षेत्र के लिए दो शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की घोषणा की है। इन कोर्से को एलियोस हेल्थ केयर के सहयोग से लॉन्च किया गया है।
इंडस्ट्री के अनुरूप ये कोर्सेस नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) 5 और 6 स्तर प्रदान करते हैं। इसमें डीएसईयू परिसर में 75 घंटों की थ्योरी क्लास और 225 घंटों की पेड ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग शामिल है, जो छात्रों के लिए सुनिश्चित जॉब प्लेसमेंट का दावा करता है। ये कोर्स, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एग्रीकल्चर (सीओई एग्री) के तहत डीएसईयू ओखला II कैंपस में शुरू होने जा रहे हैं।
डीएसईयू के कुलपति डॉ. अशोक कुमार नागावत ने कहा, “हमें ईएसडीएम में सर्टिफिकेट कोर्स का अनावरण करते हुए खुशी हो रही है, जो इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण उद्योगों में कुशल कार्य बलकी मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ये कोर्से केवल उद्योग में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बढ़ती मांग को साधते हैं बल्कि भारत सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के साथ भी पूरी तरह मेल खाते हैं। इनोवेशन को बढ़ावा देकर, उद्योग-प्रासंगिक ज्ञान प्रदान करके और उद्यमिता को बढ़ावा देकर, हम आत्मनिर्भरता और एक संपन्न इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण इकोसिस्टमके राष्ट्र के विजन में योगदान दे रहे हैं। साथ मिलकर, हम अपने छात्रों के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार दे रहे हैं और वैश्विक तकनीकी परिदृश्य पर भारत की स्थिति को मजबूत कर रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से, हमारा लक्ष्य युवाओं को तेजी से विकसित हो रहे इस क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल के साथ सशक्त बनाना है।”
लगभग 100 छात्र पहले ही इन कोर्स के लिए नामांकन कर चुके हैं। देश भर से 50 से अधिक कंपनियों ने इन पाठ्यक्रमों के छात्रों को ऑन-जॉब-ट्रेनिंग(पेड) और नौकरी की पेशकश करने में रुचि दिखाई है।
डीएसईयू ओखला-II के कैंपस निदेशक प्रोफेसर एम ए खान ने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि मजबूत उद्योग संबंध हमारे ईएसडीएम पाठ्यक्रमों की आधारशिला हैं, जिन्हें विशेष रूप से एफआईटीटी, आईआईटी दिल्ली ने डिजाइन किया है। उद्योग के साथ हमारा सहयोग यह सुनिश्चित करता है कि हमारे छात्रों को व्यावहारिक और अप टू डेट ज्ञान प्राप्त हो, जिससे वे लगातार विकसित हो रहे ईएसडीएम क्षेत्र में नौकरी के लिए तैयार हों। यह भारत सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के साथ पूरी तरह से मेल खाता है, क्योंकि हम देश के आत्मनिर्भरता लक्ष्यों में योगदान करने में सक्षम कुशल कार्यबल को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं। प्रतिभा का पोषण करके और इनोवेशन को बढ़ावा देकर, हम तकनीकी रूप से उन्नत और आत्मनिर्भर भारत के लिए बीज बो रहे हैं।“
एलियोस हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक सब्बर तौसीफ ने अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “डीएसईयू के साथ हमारी साझेदारी इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग(ईएसडीएम) क्षेत्र के लिए एक कुशल कार्यबल को आकार देने में अत्यधिक महत्व रखती है। एफआईटीटी, आईआईटी दिल्ली द्वारा डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम उद्योग-प्रासंगिक ट्रेनिंग सुनिश्चित करते हैं, जिससे हमारे छात्र उद्योग के लिए तैयार होते हैं। यह भारत सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के साथ पूरी तरह से मेल खाता है क्योंकि हम इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर क्षेत्र के केंद्र के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करते हैं। अंतरालों को पाटकर और इनोवेशन को बढ़ावा देकर, हम भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा को आगे बढ़ाने और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में वैश्विक लीडर बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।‘’