तमिलनाडु सरकार ने निवेशकों के साथ 1.25 लाख करोड़ से ज्यादा निवेश आकर्षित करने के लिए 60 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए, जिससे 75,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। राज्य सरकार के साथ एमओयू करने वाली कंपनियों में लुकास टीवीएस, टाटा पावर और इंटरनेशनल एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड (आईएएमपीएल) भी शामिल हैं।
नए निवेश में फिनटेक और डाटा सेंटर के अलावा ऑटो कंपोनेंट, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सोलर पावर कंपोनेंट्स, लिथियम सेल, ग्रीन एनर्जी और एयरोस्पेस बनाने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट शामिल हैं। प्रमुख निवेशकों में एसीएमई ग्रीन हाइड्रोजन एंड केमिकल्स नामक कंपनी शामिल हैं, जो तूतीकोरिन और टाटा पावर में एक ग्रीन अमोनिया प्लांट के लिए 52,695 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रही है, जो 4जीडब्लयू सौर सेल बनाने के लिए 3,000 करोड़ का निवेश करेगा।
रॉल्स रॉयस और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड का संयुक्त उद्यम आईएएमपीएल होसुर में नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने में राज्य सरकार की मदद करेगा। लुकास टीवीएस तिरुवल्लूर में एक लिथियम ऑयन बैटरी प्लांट स्थापित करेगी जबकि टाटा पावर गंगइकोंडन में एक प्लांट लगाएगी। वहीं अरविंद सिरेमिक्स तंजौर में टाइल उत्पादन प्लांट स्थापित करेगी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि बुनियादी सिद्धांतों के रूप में शांति और सद्भाव के साथ विकास का द्रविड़ मॉडल वैश्विक निवेशकों को तमिलनाडु की ओर आकर्षित कर रहा है। उन्होने कहा हमारा ध्यान चार पहलुओं पर है: तमिलनाडु को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएं, इसे दक्षिण एशिया में सबसे आकर्षक निवेश बाजार बनाएं और ‘तमिलनाडु में बने’ उत्पादों को सुनिश्चित करें। दुनिया के कोने-कोने में पहुंचें। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य भर में व्यापक रूप से निवेश हो।मैंने पिछले वर्ष की तुलना में प्राप्त औद्योगिक निवेश को दोगुना करने का लक्ष्य दिया था। उद्योग विभाग और उनके मंत्री थंगम थेनारासु में विश्वास से उपजा, मैंने 1.5 लाख करोड़ का लक्ष्य रखा था। राज्य ने लक्ष्य को पार कर लिया है और निवेश हासिल किया है एक वर्ष में 2.2 लाख करोड़ रूपेय।
राज्य की अर्थव्यवस्था को 1,000 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए उनकी सरकार ने 'मेड इन तमिलनाडु' उत्पादों को दुनियाभर में पहुंचाने और सभी जिलों में निवेश आकर्षित करने की रणनीति बनाई है। सरकार के प्रयासों से तमिलनाडु इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है और जल्द ही यह पहले स्थान पर होगा। दो साल पहले तमिलनाडु इस रैंकिंग में 14वें स्थान पर था।
एम के स्टालिन ने 'तमिलनाडु निवेशक सम्मेलन, जुलाई 2022' के मौके पर 1,497 करोड़ रुपये मूल्य की 12 परियोजनाओं की शुरुआत भी की। इसके अलावा 21 परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी गई। स्टालिन ने कहा कि सरकार आने के बाद से तमिलनाडु में 2.20 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश वाले कुल 192 एमओयू किए जा चुके हैं।
आपको बता दें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस वर्ष के अप्रैल महिने मे कहा था की राज्य में दिसंबर 2023 में वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। उन्होंने इस बारे में विधानसभा में घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित किये जाने वाले इस सम्मेलन के जरिये और निवेश राज्य में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने कई निवेशकों के 68,375 करोड़ रुपये के निवेश के 130 समझौता ज्ञापन पत्रों पर हस्ताक्षर किया है। इससे रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा।