दिल्ली सरकार ने देश भर के युवा नेताओं को आकर्षित करने और शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, पर्यावरण, परिवहन आदि के मंत्रियों या वरिष्ठ अधिकारियों के साथ काम करने का अवसर देने के लिए मुख्यमंत्री के अर्बन लीडर फैलोशिप प्रोग्राम की घोषणा की है।
हाल के एक अध्ययन के मुताबिक, भारत के 5 मिलियन ग्रेजुएट्स में से केवल 34 प्रतिशत ही नौकरी कर रहे हैं।
साल 2022 तक लगभग 500 मिलियन लोगों को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने की चुनौती है। यही कारण है कि दिल्ली सरकार इस फैलोशिप कार्यक्रम के माध्यम से 30 युवा नेताओं की सेना बनाने में तैयारी कर रही है।
फैलोशिप का उद्देश्य
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली सरकार को अपनी नीतियों के लिए वैश्विक प्रशंसा मिली है। चाहे वो सरकारी स्कूलों में बदलाव, स्कूलों में हैपीनेस करिकुलम की शुरुआत, मोहल्ला क्लीनिक में हाई क्वालिटी स्वास्थ्य का प्रावधान, भारत में सबसे कम टैरिफ पर 24X7 बिजली प्रदान करना या सरकारी सेवाओं को घरों तक पहुंचाना हो।' इन सभी चीजों के लिए दिल्ली सरकार को प्रशंसा मिली है।
युवा नेताओं को मंत्रालयों के साथ मिलकर काम करना होगा और सीखना होगा कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत और प्रभावी नीतियों और बेहतर परिणामों के लिए काम किया जाए।
कौन आवेदन कर सकता है?
आधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि अनुभव करो कि बदलाव कैसा दिखता है। कार्यक्रम का लक्ष्य उन युवाओं को आकर्षित करना हैं जो 'सार्वजनिक सेवा के बारे में भावुक और दो साल तक काम करने के इच्छुक हो।'
कुछ वर्षों के कार्य अनुभव के साथ युवा ग्रेजुएट्स फैलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के योग्य होंगे। ये दिल्ली सरकार का कुछ युवा नेताओं का उत्पादन करने का अवसर है जो सक्रिय रूप से दिल्ली के बेहतर भविष्य की दिशा में काम करेगा।
अवसर
केजरीवाल ने कहा कि ये सही समय है जब आपको दिल्ली को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शासित शहरों में बदलने के लिए बदलाव का हिस्सा बनना होगा।
इस तरह के फैलोशिप कार्यक्रम का हिस्सा बनने के बाद किसी के करियर में लाभ और अनुभव प्राप्त हो सकता है, आपको यह जानने में मदद कि सिस्टम कैसे काम करता हैं और कौशल विकास कॉलेजों में से सभी क्या बदल सकते हैं।
हालांकि, युवा नेता इन सब चीजों को सीख कर उसे इस्तेमाल कर सकते हैं और भविष्य में एक सफल उद्यमी भी बन सकते हैं।