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- नवाचार को वैश्विक मंच पर ले जाने के लिए आईआईटी मद्रास शुरू कर रहा रिसर्च फाउंडेशन
आईआईटी मद्रास, वैश्विक आकांक्षाओं और बाजार तक उसकी पहुंच समेत अनुसंधान और नवाचार हेतु धन जुटाने के लिए 'आईआईटी मद्रास रिसर्च फाउंडेशन' की शुरुआत कर रहा है। यह फाउंडेशन स्टार्टअप्स, अकादमिक कार्यक्रमों, व्यावसायीकरण के लिए पेटेंट और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का समर्थन करेगा। उद्योग साझेदारी और वैश्विक स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
आईआईटीएम रिसर्च फाउंडेशन (आईआईटीएमआरएफ) संस्थान के अत्याधुनिक तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र परिदृश्य से बाहर आने वाले स्टार्टअप के लिए एक उत्प्रेरक होगा। यह संस्थान को रणनीतिक विश्वविद्यालय सहयोग के माध्यम से अपने अकादमिक मास्टर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों को बढ़ाने में भी मदद करेगा।
आईआईटीएम रिसर्च फाउंडेशन के पहले सीईओ थिरूमलाई माधवनारायण इसका नेतृत्व कर रहे हैं, जो व्यावसायिक प्रबंधन और तकनीक के अनुभवी पेशेवर हैं।
स्टार्टअप के मामले में वैश्विक नेतृत्वकर्ता
आईआईटी मद्रास रिसर्च फाउंडेशन का प्राथमिक लक्ष्य वैश्विक स्तर पर इंस्टीट्यूट की पहुंच को स्थापित करना है, जहां नवाचार और उद्यमिता समेत उद्योगों और शोध साझेदारों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना है। आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने स्टार्टअप के मामले में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के तौर पर खुद को स्थापित करने के भारत के दृष्टिकोण को आईआईटीएमआरएफ के स्ट्रैटजिक महत्व को हाईलाइट करते हुए उसके साथ मिलाकर आगे बढ़ाने की बात की।
व्यावसायिकरण के लिए पेटेंट और तकनीकों समेत फाउंडेशन का मुख्य लक्ष्य आईआईटीएम के फैकल्टी, छात्रों और शोधकर्ताओं को बाजार को आगे ले जाने संबंधी विचार, जैसे कि आईआईटी मद्रास द्वारा स्टार्टअप्स को स्थायी वृद्धि, वैश्विक प्रदर्शन और संसाधन मुहैया कराना है।
आईआईटी मद्रास में एलुमनाई और काॅरपोरेट रिलेशंस के डीन प्रो. महेश पंचगनुला ने इंस्टीट्यूट ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए आईआईटीएमआरएफ के ट्रांसफोरमेटिव पोटैंशियल पर जोर डाला। बतौर सीईओ नियुक्त किए गए प्रो. माधव नारायण को विविध वैश्विक बाजारों में व्यवसाय का संचालन करने का बीते 37 वर्षों का अनुभव है।
संस्थान के अंतरराष्ट्रीयकरण की ओर कदम
आईआईटी मद्रास में ग्लोबल एंगेजमेंट के डीन प्रो. रघुनाथन रेंगास्वामी, इसे संस्थान के अंतरराष्ट्रीयकरण की ओर कदम बढ़ाना मानते हैं। शोध और नवाचार के मजबूत पोर्टफोलियो के साथ आईआईटी मद्रास के यूएस में 161 पेटेंट्स हैं और पूर्व छात्रों का एक मजबूत नेटवर्क उद्योगों के लिए तरंगें पैदा कर रही हैं।
माधव नारायण ने फाउंडेशन के लक्ष्य के बारे में बताया कि आईआईटी मद्रास एसेट्स, ड्राइविंग इनोवेशन, उद्योगों के साथ साझेदारी और रिसर्च पार्टनरशिप के लिए एक मंच तैयार करना चाहता है। दुबई के अग्रणी संगठनों के साथ संस्थान के पिछले अनुबंधों और तकनीकी विभाग में अपनी विशेषज्ञता को रेखांकित करते हुए स्ट्रैटजिक (सामरिक) सूझबूझ की सराहना होने की ओर भी उन्होंने सबका ध्यान दिलाया।