कहा जाता है कि पर्यटन किसी भी व्यक्ति की जिंदगी और उसकी सोच हमेशा के लिए बदल देेने की क्षमता रखता है। लेकिन पर्यटन उद्योग उन चुनिंदा सेक्टरों में एक है, जिसे कोरोना संकट ने देश ही नहीं, दुनियाभर में सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। कोरोना संक्रमण रोेकने के लिए देशभर में लगाए गए प्रतिबंधों के चलते करीब डेढ़ वर्ष तक इस सेक्टर का कारोबार ठप रहा। हालांकि पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में गतिविधियां सामान्य होती दिखीं, लेकिन सेक्टर को रिकवरी में अभी लंबा समय लगेगा। ऐसे में इस सेक्टर को वापस लाभकारी स्थिति में लानेे और कंपनियों को सामान्य माहौल देने के लिए तमिलनाडु सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य के पर्यटन मंत्री डॉ. एम. मतिवेंतन हाल ही में चेन्नई में आयोजित स्मॉल बिजनेस अवार्ड,2022 के दौरान फ्रेंचाइज इंडिया ग्रुप की एडिटर-इन-चीफ ऋतु मार्या से स्थानीय पर्यटन उद्योग के विकास और विस्तार को गति देने के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में विस्तृत बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश:
प्रश्न: तमिलनाडु की वर्तमान सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई दूरगामी और साहसिक कदम उठाए हैं। सरकार इस सेक्टर को गति देने के लिए निजी भागीदारी पर भी विचार कर रही है। आपकी नजर में इन सब कदमों का कितना असर दिखने वाला है?
- जैसा कि हम सबको पता है, कोरोना संकट के चलते कई सेक्टरों को बहुत अधिक नुकसान हुआ। इनमें भी पर्यटन के अलावा आतिथ्य सत्कार यानी हॉस्पिटेलिटी सेक्टर सर्वाधिक व सबसे पहले नुकसान उठाने वालों में शमिल थे। इन दोनों सेक्टरों के कारोबारियों को कोरोना प्रतिबंधों के चलते लंबे समय तक कारोबार बंद रखना पड़ा। इनमें वैसे कारोबारी भी थे जो प्राइसिंग को लेकर खासे संवेदनशील थे और जिन्हें पहले भी र्प्याप्त कमाई नहीं हो पा रही थी। कोरोना संकट के चलते राज्य सरकार का तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम जैसा स्थापित उपक्रम भी घाटे में चला गया और पूरे सेक्टर की स्थिति खराब रही। इन परिस्थितियों को देखते हुए हमारे आदरणीय मुख्यमंत्री ने कई साहसिक फैसले लिए हैं। राज्य में कोरोना वैक्सीन डोज के दायरे में आने वाली करीब 95 प्रतिशत आबादी को पहली डोज लग गई हैै और लगभग 71 प्रतिशत आबादी दूसरी डोज ले चुकी है। इन सभी प्रयासोें के बाद अब हम उस दौर में हैैं जब बाजार पूरी तरह खुल गए हैं और पर्यटन स्थलों समेत कारोबार में गहमागहमी दिखने लगी है। पर्यटन उद्योग अब पिछले दो वर्षों की बाधाओं को भूलकर तेजी से आगे बढ़नेे की दिशा में है।
प्रश्न: पर्यटन उद्योग की रिकवरी और विकास को गति देने के लिए सरकार अब कौन से नए कदम उठा रही है?
पर्यटन समेत सभी छोटे-बड़े उद्योगों की मजबूती के लिए सरकार ने पिछले वर्ष भी बजट में पर्याप्त प्रावधान किए थे। यह इस बार भी जारी रहने वाले हैं। इस बीच, आदरणीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऐसा कदम उठाया है जो इससे पहले कभी सोचा नहीं गया था और जो राज्य के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकता है। इसके तहत हमने हर वर्ष 15-20 नए पर्यटन स्थलों के विकास का निर्णय लिया है। इसमें डैम यानी जलाशयों, पहाड़ी इलाकों और धार्मिक महत्व के स्थलों समेत उन सभी इलाकों को शामिल किया जाएगा, जहां पर्यटन की संभावना दिख रही है। इस कार्यक्रम के तहत पिछले वर्ष हमनेे ऐसे करीब नौ-दस स्थलों की पहचान की है जिन्हें पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। वहां सरकार मूलभूत सुविधाओं का विकास कर रही है।
प्रश्न: इन कदमों से स्थानीय पर्यटन उद्योग को कितनी और किस तरह की मदद मिलने की उम्मीद है?
आप देखिए, पर्यटन के इतिहास में अब तक ऐसे कदमों के बारे में पहले कभी सोचा नहीं गया है। ये बिल्कुल नई योेजनाएं हैं। जिन स्थलों पर भी पर्यटन केंद्र का विकास होगा, वहां उद्योग और छोटे-बड़े कारोबार की गुंजाइश बनेगी। उन केंद्रों पर खाने-पीने, रोमांच और मौज-मजे से जुड़े उद्योगों को फलने-फूलने का मौका मिलेगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेंगे। उन इलाकों में नए निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी, लोग कारोबार के लिए पूंजी निवेश करेंगे। यह सब स्थानीय स्तर पर विकास को नया आयाम देगा।
प्रश्न: रेस्टोरेंट उद्योग की भी इस विकास में भागीदारी हो और उन्हें भी इसका एक हिस्सा मिले, इसके लिए सरकार क्या कदम उठा रही है?
होटल व रेस्टोरेंट उद्योग पर सरकार का पहले से विशेष ध्यान रहा है। पर्यटन उद्योग के विकास के साथ-साथ उन्हीं लोेकेशंस पर होटल व रेस्टोरेंट्स का भी विकास हो, यह सरकार की प्राथमिकताओं में है। पर्यटन उद्योग का जहां भी विकास होगा, वहां होटल व रेेस्टोरेंट्स सहज ही फलेंगे-फूलेंगे। हम देशभर के छोटे-मझोले रेस्टोरेंट व होटल कारोबारियों व उनके कारोबार को अपने यहां फलता-फूलता देखना चाहते हैं। आपके माध्यम से मैं इस सेक्टर के सभी कारोबारियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उन्हें पूरा सम्मान देने व उनके स्वागत के लिए तैयार है। जिस किसी के पास भी कोई नया और ऐसा विचार हो जिसे बड़े कारोबारी अवसर में बदला जा सकता हो, हम उनका पूरी उत्सुकता से इंतजार और पूरी आत्मीयता से स्वागत करेंगे।