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- पूरे स्नैक्स की श्रेणी को हम अपने प्रतिस्पर्धी के तौर पर देखते हैं : विक्रम अग्रवाल
ग्रीनडॉट हैल्थ फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर के तले कॉर्नीटोस ब्रांड के नाचो 2009 में स्थापित हुआ था जिसमें 30 मिलियन यूएस डॉलर का हिस्सा जीसी ग्रुप एंड मैनिफैक्चर्स ऑफ कपैसिटॉर्स एंड इलैक्ट्रिक ग्रेड एमपीपी फिल्म्स का है। भारत में कॉर्नीटोस नाचो चिप्स की श्रेणी में सबसे बड़ा ब्रांड है और यह 13 देशों में निर्यात होता है। कॉर्नीटोस की सफलता के पीछे विक्रम अग्रवाल का हाथ है। हमारा देश जहां पर अभी तक लोगों की जुबान पर परंपरागत नमकीन का स्वाद राज करता है वहां पर सर्वश्रेष्ठ मैक्सिकन स्नैक्स को लाना विश्वास का चरम ही माना जा सकता है। इस लेख में जानिए कि कैसे अग्रवाल ने कॉर्नीटोस के जरिए भारत के मजबूत स्नैक बाजार को तोड़ा और कैसे इस ब्रांड ने भारत में नाचो चिप्स की श्रेणी में 80 प्रतिशत का बाजार का शेयर पर कब्जा किया।
अपने व्यापक डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल के बारें में बताएं। कैसे आप इस मॉडल को कुशलता के साथ संचालित करते है?
हमारें संपूर्ण श्रेणी के प्रोडक्ट रिटेल में पैन इंडिया, ई-रिटेल और मॉर्डन ट्रेड स्टोर में उपलब्ध हैं। हमने एयरलाइन्स, होरका, मल्टीप्लैकस और कैफे में अपनी संगठित बिक्री को प्राप्त किया है। वर्तमान में हम 30000 से भी अधिक रिटेलर के नेटवर्क की मदद से टीयर। और ।। के 300 शहरों में उपलब्ध हैं।
इस इंडस्ट्री में किस तरह की चुनौतियां है और आप उनसे कैसे निपटते है?
अमेरिका और मैक्सिको जैसे देशों में जहां पर नाचो/टॉर्टिया चिप्स अपने आप में एक स्वतंत्र प्रोडक्ट श्रेणी है वहीं भारत में इसे एक मजबूत प्रोडक्ट श्रेणी के तौर पर स्थापित करने की अपनी ही कुछ चुनौतियां थी। हमने पूरे भारत में ग्राहकों का विश्वास व्यापक मार्केटिंग गतिविधियां जैसे मॉडर्न रिटेल आउटलेट में सैम्पलिंग, मीडिया विज्ञापन, स्कूलों में हैल्दी स्नैकिंग की जागरूकता को फैलाकर और फूड ब्लॉगर से नाचो की रेसेपी को शेयर करवाकर जीतने का प्रयास किया है।
आप अपने भागीदारों को कैसे चुनते है? आपकी उनसे क्या अपेक्षाएं हैं?
सही डिस्ट्रीब्यूटर को चुनते समय हमारा दृष्टिकोण बहुत चयनात्मक होता है ताकि हमारा डिस्ट्रीब्यूटर सही जगह पर हमारें प्रोडक्ट को लगाएं। इसके लिए हम बाजार का आंकलन करते है जहां पर प्रीमियम और इंटरनेशनल स्वादिष्ट खानेपीने के प्रोडक्ट पहले से ही उपलब्ध हो। हम लोगों में इसे डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए नहीं गए बल्कि हम कम संख्या में डिस्ट्रीब्यूटरों के पास गए जोकि पहले से ही प्रीमियम और बेहतरीन प्रोडक्टों को संभाल रहें थे।
आपको क्या लगता है कि आपका प्रतिस्पर्धी कौन है?
हम संपूर्ण स्नैक्स श्रेणी को अपना प्रतिस्पर्धी मानते हैं।
आपके इस साल में विस्तार की क्या योजनाएं है?
हम इस साल में जल्द ही वैज्जी नाचोस को बाजार में लॉन्च करने की योजना बना रहें है। उपभोक्ता अब स्वास्थ्यकारी और इनोवेटिव स्नैक्स को अपना रहें हैं जैसे वैज्जी नाचोस जिसे सब्जियों के एक्स्ट्रैक्ट यानी अर्क को मक्के में मिलाकर बनाया गया है। इस वैज्जी नाचोस का सबसे बड़ा लाभ यह है कि पौष्टिकता का स्तर इस प्रोडक्ट का बहुत अधिक होता है। सब्जियों के अर्क को मक्के के साथ मिलाने से प्राकृतिक रंग, स्वास्थ्य और नाचोस को अनोखा स्वाद मिलता है।
क्या आप वैश्विक स्तर पर विस्तार करने के लिए फ्रेंचाइजिंग मॉडल को अपनाने की योजना बना रहें है?
हां, हम इस व्यवसाय मॉडल को अपना सकते है।
भारत में स्नैक व्यवसाय में सफलता पाने के लिए आप युवा उद्यमियों को क्या टिप्स देना चाहेंगे।
स्नैक्स सैग्मेंट में नए लॉन्च और निवेश ने एक निर्धारित पैटर्न का पालन किया है जिसमें लीडर ब्रांडों को फोलो करने की प्रवृत्ति है। इससे मेरे ब्रांड का भी विकास हुआ है। मैं विश्वास करता हूं ब्लू ओशियन की रणनीति का पालन करने में जिसमें अंतर पैदा करने वाले ब्रांड या विचार को जगह पर लाना है और उपभोक्ताओं के लिए ज्यादा मूल्य बनाना शामिल है। कॉर्नीटॉस को लॉन्च करते समय ध्यान निर्विरोध स्थान में प्रवेश करने पर केन्द्रित किया गया है जहां पर प्रतियोगियों को अभी आना बाकी है। हमने अपनी प्रवेश लागत को कम कर दिया और बेहतर मूल्य को प्राप्त किया है।