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- प्रश्नों को ध्यान से समझें, फिर तय करे हार्ड वर्क करना है या समार्ट वर्क: पीएम मोदी
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के साथ बातचीत की। वह कार्यक्रम के दौरान, परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित छात्रों के प्रश्नों का उत्तर भी देते हैं। लाइव टेली कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावक प्रधानमंत्री से परीक्षा के तनाव को कम करने और अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सवाल पूछते है, जिसका जवाब पीएम वीडियो-इंटरैक्शन में उन्हें लाइव देते है। चलिए आपको बताते है इस बार की ‘परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम’ के बारे में।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से ‘परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम’ के दौरान बातचीत की। परीक्षा पे चर्चा का यह छठा संस्करण था जिसे दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया। छात्रों ने पीएम से कई सवाल पूछे और उन्होंने उनके सवालों का जवाब भी दिया।
परीक्षा पे चर्चा पर पीएम मोदी ने कहा हमारे शिक्षक छात्रों के साथ जितना अपनापन बढ़ाएंगे उतना बेहतर होगा। जब छात्र आपसे सवाल करता है तो उसका लक्ष्य आपके ज्ञान को परखना नहीं है। छात्र की जिज्ञासा ही उसकी बहुत बड़ी अमानत है। जो छात्र मेहनती है, उसकी मेहनत जिंदगी में जरूर रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले आये, लेकिन वो कभी आपकी जिंदगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी, हमें शॉर्टकट की ओर नहीं जाना चाहिए।
टाइम मैनेजमेंट
पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ परीक्षा के लिए ही नहीं, जीवन में टाइम मैनेजमेंट के प्रति हमें जागरूक रहना चाहिए। आप घर में अपनी मां को काम करते हुए देखिए, उनका टाइम मैनेजमेंट परफेक्ट होता है। आपको माइक्रो मैनेजमेंट करना है कि किस विषय को कितना टाइम देना है।
नकल करने वाले छात्रों को सलाह
पीएम ने कहा कि कुछ छात्र नकल करने के तरीके ढूंढने में तेज होते हैं। ऐसे छात्र छोटे-छोटे अक्षरों के पर्चें बनाते हैं। इसके बजाय ऐसे छात्रों को इस टैलेंट का इस्तेमाल सीखने में लगाना चाहिए। छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब जिंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है। इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा, लेकिन जिंदगी कभी पार नहीं कर पाएगा।
छात्रों ने पीएम से पूछे सवाल
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने पीएम से सवाल पूछा की हार्ड वर्क या फिर स्मार्ट वर्क में क्या जरूरी है। उन्होंने छात्रों के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा अपनी समस्या या प्रश्नों को ध्यान से समझें, फिर तय करें कि हार्ड वर्क करना है या समार्ट वर्क। स्मार्टली हार्डवर्क करने की जरूरत है।
छात्र ने अगला सवाल पूछा की एवरेज छात्र कैसे अच्छे अंक लाए। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा आपके लिए आपकी क्षमता का पता होना बेहद जरूरी है। अभिभावक और शिक्षक छात्रों का सही मूल्यांकन करें। जब आप जान लेते हैं कि आपकी क्या क्षमता है तो आप उससे बेहतर करने का प्रयास करते है, तभी भविष्य में कुछ बड़ा करते है। इस प्रेशर में न रहें कि आप एक्सट्रा ओडिनरी नही है। हर एक के पास इश्वर ने एक अद्भुत क्षमता दी है, जरूरत है तो सिर्फ उसे समझने की।
छात्र ने टाइम टेबल पर सवाल पूछते हुए कहा कि हम पढाई कहां से शुरू करे और हमे टाइम टेबल किस तरह से बनाना चाहिए। इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा काम न करने से कंफ्यूजन होता है, थकान महसूस होती है कि हम कहा से और कैसे शुरू करें। एक बार जब आप काम शुरू करते हैं तो आपको सबकुछ समझ में आने लगता है। छात्र सबसे कठिन विषयों पर ज्यादा समय दें। फिर उसी तरह सभी विषयों को प्राथमिकता के साथ पढ़ाई करें। जोर जबरदस्ती के साथ पढ़ाई न करें।
छात्रों ने इस बार भी पीएम के पास जो सवाल भेजे हैं उनमें सबसे ज्यादा इसी बात को लेकर हैं कि परीक्षा के दौरान तनाव दूर भगाने की तरकीब क्या है? एनसीईआरटी के पास जो सवाल आए हैं उनमें ऐसे सवालों की संख्या भी बहुत ज्यादा है कि परिवार के लोग ही उनके लिए तनाव बढ़ा रहे हैं और इसे दूर करने का तरीका भी पूछा गया है।
कई छात्र इस बात से परेशान है कि अभिभावक उनके जरिए अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं और उनकी पसंद की परवाह किसी को नहीं है। कई बच्चों के सवाल इस बात को लेकर है कि आस पड़ोस, रिश्तेदारों के बच्चों से तुलना करके उनसे भी वही परफॉर्मेस देने की उम्मीद की जाती है।
परीक्षा पे चर्चा का अच्छा असर सिर्फ छोत्रों पर नहीं बल्कि शिक्षक और अभिभावक पर भी होता है। पीएम मोदी उन्हें भी अपने अनुभव से महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि पीएम मोदी ने छात्रों को भी जीवन में वक्त और खेल की अहमियत समझाई हैं।
रजिस्ट्रेशन
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए इस साल 38.80 लाख से ज्यादा छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। पिछले साल करीब 15 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे यानी की पिछले साल के मुकाबले इस बार चर्चा के लिए दोगुना से ज्यादा छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। यह छठा संस्करण था जिसे दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया और पहला संस्करण 16 फरवरी 2018 को हुआ था।
छात्र परीक्षा पे चर्चा सर्टिफिकेट को डाउनलोड कर सकते है
छात्र परीक्षा पे चर्चा सर्टिफिकेट को डाउनलोड करने के लिए my gov पेज की आधिकारिक साइट innovateindia.mygov.in से किया जा सकता है।कार्यक्रम समाप्त होने के तुरंत बाद, प्रमाणपत्र डाउनलोड करने का लिंक उपलब्ध कराया जाता है, जिससे छात्र आसानी से सर्टिफिकेट को डाउनलोड कर सकते है।