विकास करती शिक्षा इंडस्ट्री ने बहुत प्रकार के ट्रेंड देखे हैं जिसने भारतीय शिक्षा इंडस्ट्री को बदल दिया है। विदेशी भाषाओं की बढ़ती मांग उन्हीं में से एक है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वृद्धि के साथ, शिक्षकों ने कोचिंग और स्कूल की शुरुआत की है जो शिक्षार्थियों को विदेशी भाषाएं सीखने के सुविधा देती है।
विदेशी भाषा स्कूल/सेंटर में होती वृद्धि
शिक्षक इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि भारतीय शिक्षा तंत्र वैश्विक स्तर पर हो रही गतिविधियों के साथ कदम से कदम मिला कर चल सके।इसी कारण बहुत से उद्यमियों ने इस इंडस्ट्री में कदम रखा और विदेशी भाषा सेंटर/स्कूल को स्थापित करने का विचार किया।
वर्तमान में नए ब्रांड उभर रहे हैं जो रूचि रखने वाले शिक्षार्थियों को विदेशी भाषा के कोर्स दे रहे हैं। यह एक ऐसा शिक्षा का ट्रेंड है जो बहुत जल्दी नहीं जाने वाला है और शिक्षक इस मांग पर पर बहुत अच्छी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।
क्यों सही समय है निवेश का?
उभरते भारतीय युवा जनसंख्या द्विभाषी होने में विशेष रूचि दिखा रहे हैं। विदेशी भाषा सीखने की अवधारणा हमेशा से उपयोगी साबित हुई है।एक तो यह भाषाई कौशल प्रदान करती है और दूसरा ये विभिन्न संस्कृतियों और जीवनशैलियों को जानने में शिक्षार्थियों को कुशल बनाती है।
इंस्टीट्यूटो हिस्पानिया के डायरेक्टर जनरल लॉरा बैनिटो ने कहा, 'भारतीय शिक्षा इंडस्ट्री विश्व स्तर पर अपनी उपस्थिति को चिन्हित कर रहा है और अब ये शिक्षा के लिए सबसे अच्छी जगह बन गया है। वर्तमान में विदेशी भाषाओं की बढ़ती मांग ने हमारे जैसे बहुत से ब्रांड के लिए भारतीय बाजार में दरवाजे खोले हैं जो बेहतरीन विदेशी भाषा संबंधी शिक्षा प्रदान कर सकें।' अब स्कूल के अलावा विदेशी भाषाएं ज्यादातर कॉर्पोरेट सेक्टर में जरूरी हो गई है। ब्रांड की विश्व स्तर पर पहचान बनाने के लिए भाषा ज्ञान को जरूरी माना जा रहा है।
इसलिए यदि आप इस शिक्षा इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो विदेशी भाषा इंस्टीट्यूट की स्थापना करना आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।
रोजगार के अवसरों को बनाना
शिक्षक बहुत से रोजगार के अवसरों को निर्माण कर सकता है, जो छात्रों और कर्मचारियों को प्रतियोगिता में अलग से खड़ा कर करता है। विदेशी शिक्षा व्यवसाय से शिक्षक मन में जोश रखने वालों के लिए अवसर बना सकता है। ये उनके बीच के मतभेदों को भूलने और विस्तृत ज्ञान के सकारात्मक ढांचे को बनाने में मदद करेगा।