क्रिस मायर्स, "दी एन्लाइटन्ड फ्रैन्चाइज़ी" के लेखक लिखते हैं, "मैं कई बार आश्चर्यचकित होता हूँ, जब मैं ये देखता हूँ कि लोग फ्रैंचाइज़िंग इंडस्ट्री के इस पहलू के बारे में कितना कम जानते हैं। वो अक्सर जमीनी हक़ीकत जाने बिना ही खोज प्रक्रिया शुरू करते हैं, और नतीजतन बौखला जाते हैं या फिर निराश हो जाते हैं।"
फ्रैंचाइज़र की भूमिका
फ्रैंचाइज़र की भूमिका सिर्फ उपयुक्त फ्रैन्चाइज़ी को ढूंढ़ कर उसे अधिकार सौंपने की, लक्ष्य निर्धारित करने की और फिर खुद दरकिनार हो जाने की नहीं होती है। फ्रैंचाइज़र बिज़नेस की ग्रोथ में निर्णायक भूमिका निभाता है।
फ्रैन्चाइज़ी और फ्रैंचाइज़र के बीच और सीईओ के साथ संबंधों का उचित मूल्य करना आवश्यक है। फ्रैंचाइज़र को दोनों ओर से रिश्ते को संतुलित रखना चाहिए। दोनों पक्षों का ख्याल रखते हुए उचित रूप से सन्देश पहुंचाना चाहिए।
फ्रैंचाइज़र फ्रैंचाइज़ी और सीईओ, दोनों के साथ व्यक्तिगत और व्यावसायिक तौर पर भी सम्बन्ध विकसित कर सकता है, ताकि वह बिज़नेस की समस्याओंऔर गतिविधियों को अच्छी तरह से समझ सकें। तभी वह फ्रैंचाइज़ीस केटारगेट सेट करने में और उनकी प्रॉब्लेम्स समझने में भी कामयाब हो सकता है।
फ्रैंचाइज़ी की भूमिका
ऐसी धारणा है कि सभी फ्रैंचाइज़ी ने एक दूसरे को अपना प्रतियोगी मानना चाहिए; दरअसल उन्हें एक टीम की तरह एक साथ काम करना चाहिए। फ्रैंचाइज़ी की भूमिका सिर्फ टार्गेट्स को पूरा करना, प्रॉफिट कमाना और अपनाबिज़नेस सम्भालना, यहींतक सीमित नहीं है।
आख़िरकार सभी फ्रैंचाइज़ीस एक ही छत के नीचे बढ़ रहे हैं। इसीलिए उन्हें अक्सर आपस में मिलते हुए अपने स्ट्रेंथ्स और वीकनेसेस, आइडियाज को डिसकस करना चाहिए, ताकि वो एक दूसरे से सीख सकें,एक दूसरे से नई-नई कल्पनाएं ले-दे सकें, आपस में मदद करते हुए मजबूती से आगे बढ़ सकें।
उन्हेंएक टीम की तरह काम करना चाहिए और फ्रैंचाइज़र्स को क्राइसिस सिचुएशन्स सुलझाने तथा लम्बे समय के फायदे के लिए व्यावसायिक तथा व्यक्तिगत संबंधों को विकसित करना चाहिए।
फ्रैंचाइज़ी कंसल्टेंट्स
फ्रैंचाइज़ीस फ्रैंचाइज़ी कंसल्टैंट या इंडिपेंडेंट सेक्टर के तौर पर भी काम कर सकते हैं, जहां वो उन लोगों को मार्गदर्शन और सहायता देते हुए जोड़ सकते हैं जो किसी विशिष्ट ब्रांड की फ्रैंचाइज़ी पाना चाहते हैं।
फ्रैंचाइज़िंग करियर शुरू कर चुके या उसकी इच्छा रखने वाले लोगों को फैसला लेने से पहले फ्रैंचाइज़ी कंसल्टैंट्स की मदद की जरूरत होती है। फ्रैंचाइज़ी कंसल्टैंट ने सिर्फ एक समय के सौदे की रकम को न देखते हुए दोनों के फायदे के लिए लम्बे समय के रिश्ते बनाने को अहमियत देनी चाहिए।