वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट ने असम के उद्योग और वाणिज्य, सार्वजनिक उद्यम विभाग, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, स्किल, कौशल, रोजगार, उद्यमिता और पर्यटन विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की ताकि स्थानीय एमएसएमई को ई- कॉमर्स के माध्यम से आगे बढ़ने में मदद मिल सके।
वॉलमार्ट ने कहा इस त्रिपक्षीय समझौते के तहत एमएसएमई को वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट की सहायता से अपने संचालन को डिजिटल बनाने और पूरे भारत में अपनी पहुंच का विस्तार करने में मदद मिलेगी। वे अपनी निर्यात क्षमता को आगे बढ़ा सकते हैं और वॉलमार्ट वैश्विक सप्लाई चेन में शामिल हो सकते हैं। कौशल, रोजगार और उद्यमिता, पर्यटन विभाग और असम के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग मंत्री जयंत मल्लबरुआ ने कहा वॉलमार्ट वृद्धि प्रोग्राम उन्हें न केवल घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धी बनने में मदद करेगा, बल्कि विश्व स्तर पर प्रमुख निर्यात स्थलों से भी जुड़ेगा।
गैर-सरकारी संगठन स्वस्ति के साथ अपनी पार्टनरशिप के माध्यम से वॉलमार्ट वृद्धि सप्लायर विकास कार्यक्रम छोटे व्यवसायों को आवश्यक प्रशिक्षण और ज्ञान के साथ अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बढ़ाने और विस्तारित करने में मदद करता है। यह कार्यक्रम 2019 में 50,000 भारतीय एमएसएमई को वॉलमार्ट सप्लायर, फ्लिपकार्ट सेलर अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बनने के लिए आवश्यक कौशल का समर्थन करने के लिए लॉन्च किया गया था।
वॉलमार्ट में स्पलायर डेवलप्मेंट इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट निधि मुंजाल ने कहा असम एमएसएमई के लिए एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। वॉलमार्ट वृद्धि कार्यक्रम के माध्यम से हम एमएसएमई को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में विकसित होने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करना चाहते हैं। यह सहयोग स्थानीय एमएसएमई को उनकी उच्चतम क्षमता हासिल करने में मदद करते हुए डिजिटलीकरण के हमारे प्रयासों को गति देगा।
वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट ने पहले भी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, तमिलनाडु, आदि की राज्य सरकारों के साथ इसी तरह के गठजोड़ किए थे, ताकि स्थानीय एमएसएमई का डिजिटल रूप से विस्तार किया जा सके। इस साल की शुरुआत में वॉलमार्ट ने चुनिंदा भारतीय सेलर को अपने वॉलमार्ट मार्केटप्लेस के लिए आवेदन करने के लिए आमंत्रित करने की घोषणा की, जो एक विक्रेता(सेलर) समुदाय है और हर महीने 120 मिलियन से अधिक अमेरिकी खरीदारों को सर्विस देता है। वॉलमार्ट के अनुसार भारत पहले से ही इसके शीर्ष सोर्सिंग बाजारों में से एक है, और कंपनी ने 2027 तक प्रत्येक वर्ष भारत से 10 बिलियन डॉलर (करीब 80,000 करोड़) का निर्यात करने का लक्ष्य रखा है।