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- बगैर यूजीसी नेट और पीएचडी के भी बन सकते हैं प्रोफेसर, यहां है मौका
अगर आप बीते 15 वर्षों से किसी एक पेशे से जुड़े हैं और लगातार उसे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इतने वर्षों बाद अब आप खुद को एक शिक्षक के तौर पर भी देखना चाहते हैं, लेकिन समस्या यह है कि न तो आपके पास पीएचडी की डिग्री है और न ही आपने नेट की परीक्षा पास की है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। यूजीसी ने आपको असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का एक मौका दिया है, जानना चाहते हैं क्या तो पढ़िए...
दिल्ली टेक्नोलाॅजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 225 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इनमें प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस (पीओपी) की 67 वैकेंसी है जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर की 158 वैकेंसी है। पीओपी वैकेंसी के लिए यूजीसी नेट और पीएचडी की डिग्री होना अनिवार्य नहीं है।
डीटीयू विश्वविद्यालयों की पढ़ाई को कौशल से जोड़ने के लिए यूजीसी की पीओपी योजना के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करने जा रहा है। डीटीयू वेबसाइट dtu.ac.in पर प्रोफेसर पीओपी और असिस्टेंट प्रोफेसर दोनों तरह की असिस्टें प्रोफेसर भर्ती के नोटिफिकेशन अलग-अलग जारी किए गए हैं। पीओपी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2024 है।
इंडस्ट्री विशेषज्ञ अब प्रोफेसर
विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स और इंडस्ट्री विशेषज्ञ अब प्रोफेसर के तौर पर पढ़ा सकेंगे। प्रोफेसर की सैलरी का खर्च खुद यूनिवर्सिटी उठाएगी। पीओपी वे लोग हो सकते हैं, जो अपने मूल व्यवसाय से शिक्षक नहीं हैं और न ही उनके पास विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य के लिए पीएचडी या यूजीसी नेट जैसी निर्धारित योग्यता है। विश्वविद्यालय उनके व्यापक प्रोफेशनल अनुभव के आधार पर छात्रों को पढ़ाने के लिए नियुक्त करेगा। पीओपी छात्रों को ऐसे विषय पढ़ाएंगे, जिसमें उनका लंबा प्रोफेशनल अनुभव है।
जिन व्यक्तियों की अपने विशिष्ट पेशे में कम से कम 15 वर्षों की सेवा या अनुभव के साथ विशेषज्ञता है, वे पीओपी के लिए पात्र होंगे। ये शिक्षक नहीं होने चाहिए। यूजीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार इंजीनियरिंग, स्माॅल ग्रीन एनर्जी सिस्टम, वाटरशेड डेवलपमेंट, वाटर हार्वेस्टिंग, ऑर्गेनिक फाॅर्मिंग, विज्ञान, उद्यमिता, मीडिया, साहित्य, ललित कला, सामाजिक विज्ञान, सिविल सेवा, कानून पेशे, पंचायती राज, ग्रामीण सेवा और सशस्त्र बलों जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञ इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए यूजीसी नेट या पीएचडी डिग्री की जरूरत नहीं है। नियुक्ति का आधार सिर्फ प्रोफेशनल अनुभव होगा।
काम के आधार पर काॅन्ट्रैक्ट
पीओपी के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाले काॅन्ट्रैक्ट शुरू में एक वर्ष के लिए होगा। काम के आधार पर काॅन्ट्रैक्ट एक-एक साल के लिए बढ़ाया जाएगा। पीओपी की सेवा की अधिकतम अवधि तीन वर्ष से अधिक नहीं होगी। असाधारण मामलों में इसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। किसी भी सूरत में कुल सेवा अवधि चार वर्ष से अधिक नहीं होगी। इस भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2024 है। रिक्त पदों में 54 अनारक्षित हैं। 22 एससी, 16 एसटी, 49 ओबीसी, 17 ईडब्ल्यूएस और 6 दिव्यांग के लिए आरक्षित हैं।
वैकेंसी इन विषयों के लिए है- डिजाइन (6 पद), एनवायरमेंट इंजीनियरिंग (10 पद), आईटी (13 पद), साॅफ्टवेयर इंजीनियरिंग (5 पद), इकोनाॅमिक्स (यूएसएमई) (4 पद), मैनेजमेंट (यूएसएमई) (27 पद), बायो टेक्नोलाॅजी (9 पद), मैकेनिकल इंजीनियरिंग (34 पद), कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (50 पद)।