फ्रैंचाइज इंडिया द्वारा प्रगति मैदान में आयोजित स्टार्टअप समिट 2022 में देश भर के विभिन्न उद्यमियों ने शिरक्त की और स्टार्टअप, ब्रांड, व्यवसाय जैसे कई विष्यों पर चर्चा की। स्टार्टअप समिट 2022 का उद्देश्य नेटवर्क बढ़ाना और इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक उद्यमी को दूसरे उद्यमी के नेटवर्क और बिजनेस को जानने का मौका भी देता है।
इस समिट में व्यवसाय एक ब्रांड कैसे बन सकता हैं और दूरदराज के क्षेत्रों में ग्राहकों तक पहुंचने के लिए कैसे इनोवेट करना चाहिए। इस विष्य पर चर्चा करते हुए ओएनडीसी के सीईओ टी कोशी ने कहा ब्रांड को अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए इनोवेट करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे इंटरनेट पारंपरिक व्यवसायों के काम करने के तरीके को बदल रहा है और जो बदलाव हुए हैं वे सकारात्मक तरीके से हैं।
कोशी ने कहा मैं इंटरनेट को एक बहुत ही लोकतांत्रिक जगह के रूप में देखता हूं। यह देश में मौजूद विविधता के आधार पर कभी पक्षपात नहीं करता। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका व्यवसाय कहां से चल रहा है और आप दुनिया भर के ग्राहकों को सर्विस दे रहे हैं। इंटरनेट के लिए सभी को धन्यवाद करना चाहिए। कुछ निर्माता अभी भी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और देश को एक प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है जो ग्राहकों और निर्माताओं को समान रूप से मदद कर सके। डिजिटल एक्सचेंज का ओपन नेटवर्क एक गेम चेंजर होगा क्योंकि यह बड़े और छोटे दोनों व्यवसायों को अवसर देता है।
मामाअर्थ के सह-संस्थापक वरुण और ग़ज़ल अलघ ने अपने व्यवसाय के सफर के बारे में बताते हुए कहा कैसे उन्होंने व्यवसाय को ब्रांड में बदला है। ग़ज़ल अपने परिवार में पहली महिला उद्यमी हैं और उन्होंने यूनिकॉर्न ब्रांड होनासा कंज्यूमर की सह-स्थापना की। उन्होंने अपने पति वरुण अलघ के साथ मिलकर मामाअर्थ और द डर्मा को जैसे ब्रांडों को बनाया है।
ग़ज़ल अलघ ने कहा अपनी स्थायी नौकरी छोड़ना और फिर अपना कुछ शुरू करना वास्तव में बहुत बड़ा निर्णय लेना होता है। मैं जो सोचती हूं वह बहुत बदतर होता। यदि आप असफल होते हैं तो भी आप बहुत कुछ सीखेंगे। हमने ग्राहकों की समस्याओं को समझा और हमने रिसर्च के दौरान यह देखा की ग्राहकों को न केवल कॉस्मेटिक के नजरिए से बल्कि डर्मेटोलॉजी से भी बने उत्पादों की जरूरत है।
जब हमने पूछा व्यवसाय ब्रांड कैसे बनता है तो इस पर वरुण ने जवाब देते हुए कहा कि ब्रांड निर्माण में इंटरनेट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आप अपने ग्राहकों को तेजी से टारगेट करना चाहते हैं, तो डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करें। ईकॉमर्स उन लोगों के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है जो पूरे देश में व्यापार करना चाहते हैं।
वरुण ने फंडिंग की तलाश कर रहे बिजनेस ओनर्स के लिए कुछ टिप्स भी शेयर किए। उन्होंने स्टार्ट-अप्स को सलाह देते हुए कहा कि वह फंडिंग के पीछे मत भागो ब्लकि बिजनेस मेट्रिक्स के पीछे दौड़ें।