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- भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों की इस तरह मदद कर रही हैं अंतरराष्ट्रीय सहकार्यता
इस साल की शुरुआत में भारत और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के मिलने के बाद से ही नॉर्वे दूतावास भारत की उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ काम करने की योजना बना रहे हैं। नॉर्वे को उच्च स्तरीय कुशल प्रोफेशनल लोगों की बहुत जरूरत है और यह उनकी सरकार का एक लक्ष्य है कि वे नॉर्वे और विदेशी छात्रों को बेहतर शिक्षा दे सकें।
हाल ही में, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनॉलजी (आईआईटी) खड़गपुर और नॉवेजिअन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टैक्नॉलजी (एनटीएनयू) ने एक दस्तावेज़ समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। इससे दोनों संस्थानों के बीच अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की बात कही गई है।
ध्यान देने वाले क्षेत्र
एनटीएनयू, नॉर्वे के सर्वश्रेष्ठ इंस्टीट्यूट में से एक है और इसे इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और नेचुरल साइंस में विशेषता प्राप्त है। उनके पास सामाजिक ज्ञान, स्वास्थ्य विज्ञान, चिकित्सा, कला और मानविकी के छात्र, शिक्षक और शोधकर्ता भी हैं।
साथ ही, एनटीएनयू को मरीन टेक्नोलॉजी, हायड्रो पावर, गहरे समुद्र के स्रोत, ओशियन मॉडलिंग आदि में महारत हासिल है। समझौते ज्ञापन में इन्हीं क्षेत्रों से प्राप्त होने पर लाभों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
आईआईटी खड़गपुर के तीन विभाग है जो इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं - ओशियन इंजीनियरिंग एंड नेवल आर्किटेक्ट विभाग, सेंटर फॉर ओशियन, रिवर, एटमोस्फियर एंड लैंड साइंस और सिविल इंजीनियरिंग विभाग। हाइड्रोडायनेमिक्स, कोस्टल, मरीन एंड हायड्रोलिक इंजीनियरिंग और वेव मॉडलिंग, इनके मुख्य विषय हैं। यह समझौता दोनों ही देशों के इन क्षेत्रों की क्षमता को मजबूत करेगा।
चमकता भविष्य
आईआईटी और एनटीएनयू दोनों के पास बहुत से अकादमिक और शोध कार्यक्रम हैं। ये कार्यक्रम बहुत से विषय जैसे विज्ञान और प्रोद्यौगिकी, चिकित्सा, सामाजिक विज्ञान, ललित कलाएं आदि को भी सम्मिलित कर लेते हैं। दोनों ही इंस्टीट्यूट ऐसे विषय खोज रहे हैं जहां पर दोनों की रूचि हो ताकि भविष्य में उस क्षेत्र में समझौता किया जा सकें।
अन्य समझौते
आईआईटी खड़गपुर ने रेस Réseau National des Écoles Doctorales en Sciences Pour l’Ingénieur (REDOC SPI) डॉक्टरेट स्कूल के फ्रेंच नेटवर्क के साथ भी समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर किए हैं। इंस्टीट्यूट के डॉक्टरेट शिक्षा और शोध कार्यों में मजबूत करने के लिए ये हस्ताक्षर किए गए हैं। इस पहल के तहत, आईआईटी खड़गपुर और REDOC SPI अपनी वेबसाइट पर इसी पर आधारित एक सेक्शन को शुरू करेगी। जिसमें इलेक्ट्रिकल और मकैनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट शिक्षा से संबंधित जानकारी और अवसरों को बांटा व उनका प्रचार किया जाएगा