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- मोरक्को में जी-20 देशों से अर्थव्यवस्था पर चर्चा करती दिखीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्राजील के अर्थव्यवस्था मामलों के मंत्री फर्नांडो हद्दाद से गुरुवार को मुलाकात की और बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करने सहित आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मोरक्को के मराकेश में जी-20 वित्त मंत्रियों तथा केंद्रीय बैंकों के गवर्नर (एफएमसीबीजी) की चौथी बैठक और मुद्राकोष-विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अलग से मुलाकात की।
ब्राजील एक दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा और 2024 में अगली जी-20 बैठक की मेजबानी करेगा। अभी जी-20 की अध्यक्षता भारत के पास है। सीतारमण ने ब्राजील की सफलता की कामना की और पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘दोनों मंत्रियों ने पारस्परिक हित के मुद्दों पर चर्चा की। इसमें एमडीबी को मजबूत करना, जलवायु परिवर्तन के लिए वित्त जुटाना, क्रिप्टो संपत्तियां, वित्तीय समावेश को आगे बढ़ाना, ब्रिक्स का विस्तार आदि शामिल हैं।’’
ग्लोबल साउथ के मुद्दों को ऊंचाई देने का अवसर
ब्राजील के 2024 में जी-20 की अध्यक्षता संभालने और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के पास इसकी अध्यक्षता जाने पर सीतारमण ने कहा, ‘‘यह वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) के मुद्दों को सकारात्मक गति तथा ऊंचाई प्रदान करने का एक उत्कृष्ट अवसर है। जैसा कि वैश्विक दक्षिण के हितों को आगे बढ़ाने के लिए जी-20 फाइनेंस ट्रैक ने भारत की अध्यक्षता में किया था।’’ वैश्विक दक्षिण से आशय विकासशील, कम विकसित या अल्पविकसित देशों से है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इससे पहले बुधवार को आईएमएफ की नीतिगत एवं इसकी सदस्यता विषय पर आयोजित एक गोलमेज चर्चा में शिरकत की। इस बैठक की मेजबानी मोरक्को के मराकोच में विश्व बैंक (आईएमएफ) की वार्षिक बैठक के मौके पर अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने की। मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए अच्छी तरह से पूंजी-संपन्न बनाए रखने की जरूरत है।
वित्त मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट जारी कर इस बैठक का ब्योरा देते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने आईएमएफ के उद्देश्य और कर्ज नीतियों के अलावा इसे एक सशक्त कोटा-आधारित और समुचित संसाधन वाला संगठन बनाने की बात कही। उन्होंने गरीबी ह्रास एवं विकास ट्रस्ट (पीआरजीटी) के वित्त पोषण और आईएमएफ के कामकाजी सुधारों के बारे में भी चर्चा की।
जी 20 समूह की प्राथमिकताओं का किया जिक्र
सीतारमण ने जी-20 समूह की प्राथमिकताओं का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने वैश्विक चुनौतियों के लिए समन्वित और सर्वसम्मति पर आधारित समाधान की दिशा में आगे बढ़ने के लिए बहुपक्षवाद के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि मुद्राकोष का खास ध्यान वृहद-आर्थिक निगरानी और नीतिगत मार्गदर्शन पर होना चाहिए। इसके अलावा सदस्यता की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखना होगा। वित्त मंत्री ने आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड में कामकाज संबंधी सुधारों और लैंगिग को भारत का समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि भारत में हाल ही में महिलाओं को संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने के कानून पारित किया है।