व्यवसाय विचार

ये चार शानदार व्यावसायिक योजनाएं बदल सकती हैं आपके हेल्थकेयर बिजनेस का मुनाफा

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Oct 13, 2023 - 3 min read
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चिकित्सा जगत एक ऐसा सेक्टर है जिसकी सालाना वृद्धि दर 22 प्रतिशत दर्ज की गई। वर्ष 2022 की बात करें तो इसका मार्केट 372 करोड़ रहा। हेल्थकेयर सेक्टर में आए दिन आने वाले बदलावों, बदलती तकनीकों के चलते इस व्यवसाय में लाभ ही लाभ है। अगर आपने भी कोई ऐसा व्यवसाय करने की योजना बनाई है तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है।

चिकित्सा जगत में व्यवसाय करने का मन हो तो फिर देर मत करिए। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी ही चार शानदार व्यावसायिक योजनाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें चुनकर आप अपने लाभ ही लाभ कमाने वाले व्यवसाय के सपने को हकीकत में बदल सकते हैं। अब हो सकता है कि आप सोच रहे हों कि हेल्थकेयर सेक्टर में व्यवसाय तो करना है लेकिन उसकी कोई पढ़ाई या फिर ऐसा कोई तकनीकी ज्ञान नहीं है आपके पास। इसके बाद भी आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम जिन व्यवसायों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, उनके लिए आपका पढ़ा-लिखा होना तो जरूरी है लेकिन किसी तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। हां बस ध्यान यह रखना है कि बाजार को समझने की और उस आधार पर व्यवसाय को आगे ले जाने की सोच जरूर होनी चाहिए। अब जान लेते हैं इन पांच मुनाफे ही मुनाफे वाले व्यवसायों के बारे में.....

चिकित्सीय उपकरणों की बिक्री
चिकित्सा जगत में व्यवसाय के लिए आजकल ज्यादातर व्यवसायिओं के लिए चिकित्सीय उपकरणों का व्यवसाय पहली पसंद बनकर उभर रहा हैं। चिकित्सीय उपकरणों का वैश्विक स्तर पर मार्केट साइज वर्ष 2022 में 512 करोड़ का था, वर्तमान में यह बढ़कर 536 करोड़ का हो गया है और वर्ष 2030 के लिए 799 करोड़ के मार्केट साइज का अनुमान है। चिकित्सीय उपकरणों के व्यवसाय में कार्डियोलॉजी संबंधी उपकरणों का टर्नओवर काफी अच्छा है।

ट्रेडिंग हैं मेडिकल बिलिंग सर्विसेज भी
चिकित्सा जगत में मेडिकल बिलिंग सर्विसेज भी काफी ट्रेंडिंग व्यवसाय है। इसके लिए आपको किसी विशेष ट्रेनिंग या फिर पढ़ाई की भी जरूरत नहीं है। हांलांकि आपको मेडिकल सेक्टर का ज्ञान जरूर होना चाहिए। मेडिकल बिलिंग सर्विसेज का वैश्विक स्तर पर मार्केट साइज वर्ष 2022 में 14 करोड़ का था और वर्तमान में 15 करोड़ के आसपास है। वर्ष 2030 के लिए 31 करोड़ होने का अनुमान लगाया है।

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मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन भी लाजवाब व्यवसाय

मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन बिजनेस व्यापार का बेहद आसान मॉडल है। इसमें उद्यमी को अपने ग्राहकों को डॉक्टर एवं मरीज के बीच हुई रिकॉडेड या लाइव बातचीत को ट्रांसक्राइब (अनुवाद) करना होता है। हालांकि यहां यह जरूरी नहीं है डॉक्टर-मरीज के बीच का ही संवाद हो यह किसी रोग पर रिसर्च करने या जांच से भी संबंधित हो सकता है। या फिर एक डॉक्टर का दूसरे डॉक्टर से किसी महत्वपूर्ण विषय पर होने वाला संवाद भी हो सकता है। इसके अलावा डॉक्टर की मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ हुई बातचीत का अनुवाद करने की भी जिम्मेदारी हो सकती है। फिलहाल यह व्यवसाय विदेश में ज्यादा प्रचलित है। लेकिन धीरे-धीरे भारत में भी इसकी मांग बढ़ती जा रही है।   

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मेडिकल टूरिज्म
भारत को उच्च गुणवत्ता कम लागत वाली मेडिकल केयर सर्विसेज के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि मेडिकल टूरिज्म सेक्टर यानी कि चिकित्सा पर्यटन को भी बढ़ावा मिला। यह दुनिया के कोने-कोने से रोगियों को आकर्षित करता है। चिकित्सा मूल्य पर्यटन के संबंध में भारत अपने कम लागत वाले उपचारों के कारण 20 बाजारों में सातवें स्थान पर है। यही नहीं चिकित्सा मूल्य पर्यटन के लिए भारत में प्रति वर्ष 560 लाख से अधिक यात्राएं होती हैं, जिससे लगभग 1336 करोड़ की आय होती है। इसके अतिरिक्त यह कल्याण केंद्रित अर्थव्यवस्था वाले एशिया प्रशांत देशों में तीसरे स्थान पर है।

निष्कर्ष: चिकित्सा जगत में यहां बताए गये ये चार ऐसे व्यवसाय हैं, जिनका मार्केट साइज साल दर साल बढ़ता ही रहा है जो इसमें लाभ ही लाभ होने की पुष्टि करता है। आंकड़ों के आधार पर लाभ-हानि का गणित देखना है तो आप यहां बताए गये इन पांच शानदार ऑप्शन में से कोई भी व्यवसाय चुन सकते हैं।

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