पिछले कुछ समय से देश और दुनियाभर से प्रमुख ब्रांड्स का अधिग्रहण और उनके साथ बिक्री करार कर रही रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड आरआइएल के खाते में एक और मशहूर ग्लोबल ब्रांड आ गया है। आरआइएल की सहयोगी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की कंपनी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड (आरबीएल) ने इस सप्ताह सोमवार को बताया कि उसने इटली के मशहूर लाइफस्टाइल ब्रांड टॉड्स एसपीए के सभी लक्जरी प्रोडक्ट्स की भारत में बिक्री से संबंधित लंबी अवधि का एक करार किया है।
कंपनी का कहना है कि लंबी अवधि के इस फ्रैंचाइज करार के बाद वह भारतीय बाजार में टॉड्स के फुटवियर, हैंडबैग व एक्सेसरीज समेत सभी लक्जरी प्रोडक्ट्स की आधिकारिक रिटेलर बन गई है। इसके साथ ही भारतीय बाजार में वर्तमान परिचालन के लिए जिम्मेदार मैनेजमेंट टीम अब रिलायंस ब्रांड्स के स्वामित्व में आ जाएगी। यह टीम अब भारत में कंपनी के ब्रांड्स को मजबूती देने, संभावनाओें की तलाश करने और डिजिटल माध्यमों से बिक्री को बढ़ावा देेने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
दोनों कंपनियों की सोच एक
इस नए अधिग्रहण के बारेे में रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड के एमडी दर्शन मेहता ने कहा कि टॉड्स को अपनी बेजोड़ कारीगरी को नए ग्राहकों के अनुरूप ढालकर नए प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए जाना जाता रहा है। अपनी इस आदत के चलतेे कंपनी ने दुनियाभर के लक्जरी बाजार में अपने लिए एक विशिष्ट स्थान बनाया है। ग्लोबल बाजार में कंपनी की छवि लैदर व अन्य बेहतरीन मैटीरियल्स से विभिन्न उत्पादों के निर्माण की रही है। हम कंपनी की उत्कृष्ट कारीगरी, नवीन सोच और नए ग्राहकों के अनुरूप उत्पाद पेश करने की इसी परंपरा और आदत को भारतीय बाजार में बरकरार रखना और नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं।वहीं, टॉड्स के जनरल ब्रांड मैनेजर कार्लो अल्बर्टो बेरेटा का इस गठजोड़ के बारे में कहना था कि हम भारत के अग्रणी लक्जरी रिटेलर रिलायंस के साथ इस करार से बेहद खुश हैं। वर्तमान दौर की विशिष्ट जीवनशैली और गुणवत्ता हम दोनों टॉड्स और रिलायंस ब्रांड्स की खासियत रही है। हमें पूरी उम्मीद है कि इस गठजोड़ से भारतीय बाजार में हम अपने साझा उद्देश्यों की पूर्ति में सफल होंगे।
करीब डेढ़ दशक से भारत में है टॉड्स
टॉड्स एसपीए वर्ष 2008 से, यानी करीब डेढ़ दशक से भारतीय बाजार में परिचालन कर रही है। वर्तमान में भारतीय बाजार में कंपनी के दो आउटलेट हैं। ये आउटलेट नई दिल्ली के डीएलएफ इंपोरियो और मुंबई के पलाडियम मॉल में हैं। इसके अलावा कंपनी रिलायंस की ही वेबसाइट आजियो लक्स के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री कर रही है। कंपनी अपने सभी प्रोडक्ट्स सिर्फ इटली में बनाती है, जिसके चलते ग्राहकों में इसकी विशिष्टता की विशेष पहचान है। कंपनी छह नवंबर, 2000 को मिलान स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हुई थी। वर्ष 2013 में कंपनी ने महिलाओं और वर्ष 2014 में पुरुषों के लिए रेडी-टु-वियर का संपूर्ण कलेेक्शन लांच किया था। वर्तमान में दुनियाभर में कंपनी के 88 फ्रैंचाइज स्टोर हैं।
रिलायंस के पास हैं दर्जनों ग्लोबल ब्रांड्स
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड आरआरवीएल की शाखा रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड वर्ष 2007 में अस्तित्व में आई थी। कंपनी का उद्देश्य भारतीय बाजार में लक्जरी व प्रीमियम फैशन-लाइफस्टाइल ब्रांड्स लांच व पेश करना था। पिछले पांच वर्षों के दौरान रिलायंस ने भारतीय डिजाइनर फैशन ब्रांड्स में भी बड़ा निवेश किया है। इनमें रितु कुमार, मनीष मल्होत्रा, राघवेंद्र राठौड़, अब्राहम एंड ठाकोर तथा अनामिका खन्ना के ब्रांड्स शामिल हैं। रिलायंस ब्रांड्स के पोर्टफोलियो में इस समय अरमानी एक्सचेंज, बैली, बोटेगा वेनेता, ब्रूक्स ब्रदर्स, बर्बरी, कनाली, कोच, डीजल, ड्यून, ईए7, इंपोरियो अरमानी, जॉर्जियो अरमानी, अर्मेनेगिल्डो जेग्ना, जी-स्टार रॉ, गैस, हैमलेज, ह्यूगो बॉस, हंकमोलर, आइकोनिक्स, जिमी चू, केट स्पेड न्यूयॉक, माइकल कोर्स, मदरकेयर, मुजी, पॉल एंड शार्क, पॉल स्मिथ, पॉटरी बार्न, पॉटरी बार्न किड्स, रिप्ले, साल्वाटोर फेरागामो, सत्य पॉल, स्टीव मैडन, सुपरड्राई, स्कॉच एंड सोडा, टिफनी एंड कंपनी, टोरी बर्क, टुमी, वर्साचे, विलरॉय तथा बोश एंड वेस्ट ईएलएम जैसे ब्रांड्स हैं।
पहला विदेशी अधिग्रहण तीन वर्ष पहले
रिलायंस ब्रांड्स ने किसी विदेशी ब्रांड के अधिग्रहण से संबंधित पहला सौदा वर्ष 2019 में किया था। कंपनी ने उस वर्ष ब्रिटेन के खिलौना रिटेलर हैमलेेज को खरीदा था। वर्तमान में 15 देशों में हैमलेेज के 213 स्टोर्स हैं। घरेलू व विदेशी बाजारों में रिलायंस रिटेल के अन्य महत्वपूर्ण अधिग्रहणों और हिस्सेदारी करार में नेटमेड्स, जिवामे, एस्टीरिया एयरोस्पेस, नाउफ्लोट्स टेक्नोलॉजीज, रैडिसिस, बालाजी टेलीफिल्म्स, इरोज इंटरनेशनल, मिल्कबास्केट, अर्बन लैडर, जस्ट डायल, पोर्टिको, दुंजो, श्री कन्नन डिपार्टमेंटल स्टोर, एडवर्ब टेक्नोलॉजीज तथा लिथियम वर्क्स के नाम प्रमुख हैं।