लोहिया ऑटो इंडस्ट्री की स्थापना 2008 में हुई थी। तब से लेकर अब तक कंपनी ने बहुत विकास किया है। इलेक्ट्रिक दो पहिया और तीन पहिया को लॉन्च करने के साथ-साथ तीन पहिया डीजल को भी कंपनी ने लॉन्च किया है। अब यह कंपनी ट्रांसपोर्ट सल्युशन के और भी बेहतर तरीकों के निर्माण की ओर बढ़ रही है। यह कंपनी सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स से भी जुड़ी हुई है और सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल के संस्थापक सदस्यों में से एक है। यह एकमात्र ऐसी भारतीय कंपनी है जो यूनाइटेड नेशन फ्रेमवर्क कंवेन्शन ऑन क्लाइमेट चेंज में रजिस्टर्ड है।
आयुष लोहिया के इंटरव्यू के कुछ अंश नीचे दिए गए है।
लोहिया ऑटो को उनके इलेक्ट्रिक वाहनों से जाना जाता है। अब कंपनी आईसी इंजन आधारित वाहन बनाने के क्षेत्र में भी अपने कदम रख चुकी है। आप कंपनी का भविष्य कहां देख रहे हैं?
लोहिया ऑटो अपनी आईसी इंजन और डीजल इंजन की तकनीक और ज्ञान के साथ पूरी तरह से तैयार है। साथ ही हमारी कंपनी को दोपहिया और तीन पहिया वाहन बनाने के लिए जाना जाता है तो हमारा यह कदम बहादुरी भरा न होकर एक स्पष्ट विस्तार की ओर बढ़ा कदम है। हमें पेट्रोल और डीजल दोनों ही प्रकारों में अपने तीन पहिए वाहनों की श्रेणी में भी उपस्थिति दर्ज करनी है।
भारतीय और विदेशी बाजार में आपकी वर्तमान की उपस्थिति कैसी है?
वर्तमान में लोहिया ऑटो इंडस्ट्री ने भारतीय बाजार में अपना स्थान बना लिया है। यह अब पैन इंडिया में है और इसके पास 100 से भी अधिक सहयोगियों का विस्तृत डीलर नेटवर्क है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हम दक्षिणी एशिया और उनके पड़ोसी देशों में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं क्योंकि भविष्य में इनके बाजारों में बहुत संभावनाएं है। पहली बार डिस्ट्रीब्यूटर की नियुक्ति के साथ हमने नेपाल में काम शुरू कर दिया है और वहां पर पेट्रोल वाहन लॉन्च कर दिया है।
आप 500 करोड़ के टर्नओवर को प्राप्त करने के लिए क्या योजना बना रहे हैं?
इलेक्ट्रिक दो और तीन पहिया वाहनों में उभरते हुए कारोबारी के तौर पर हमें पूरा विश्वास है कि हम 2020 तक 500 करोड़ रूपए के टर्नओवर का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। हमारे वर्तमान के पोर्टफोलियो और नए लॉन्च हमें आने वाले तिमाही में डीलर नेटवर्क के विस्तार से इस जादुई अंक को प्राप्त करने में मदद करेगा और हमारे विकास को बढ़ाता जाएगा। वर्तमान में लोहिया मैन्युफैक्चरर्स, इलेक्ट्रिक और डीजल वाहनों में दो और तीन पहिए बनाती है। कंपनी भविष्य में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के इस सेग्मेंट का विस्तार पैसेंजर श्रेणी में नई किस्म और कारगो सेग्मेंट में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। हमारी रिसर्च और विकास की टीम मिलकर एक नए और उच्च स्तरीय उत्पादों का विकास करने के लिए नियमित रूप से काम कर रही है जो भविष्य के लिए नए प्रोडक्ट की एक श्रेणी बनाएंगे।
क्या आप विस्तार से अपने नए प्रोडक्ट के बारे में बताएंगे?
हमारे पास वर्तमान में तीन प्रोडक्ट पोर्टफोलिओ में हैं- इलेक्ट्रिक दो पहिया, इलेक्ट्रिक रिक्शा और डीजल तीन पहिया। इलेक्ट्रिक रिक्शा और डीजल तीन पहिया में हमारे पास विकल्प मौजूद हैं जो पैसेंजर और सामान ले जाने वाले वाहन है। कंपनी हाई स्पीड एडवांस स्कूटर भी लाने की योजना बना रही है और इलेक्ट्रिक वाहनों में हम ई-रिक्शा और डीजल तीन पहिया कारगो के प्रकार के लिए एक नया आधार बना रहे हैं। हमारी उपस्थिति फोसिल फ्यूल वाहनों में भी है लेकिन हमारा मुख्य ध्यान इलेक्ट्रिफिकेशन में है। हम चाहते हैं कि हमारी संस्था को एक इलेक्ट्रिक वाहन की संस्था के रूप में जाना जाए। हमारे उत्पादों की श्रृंखला इस सेक्टर की नई तकनीक से लैस होगी।
डीलरशिप के विस्तार के लिए आपकी क्या योजना है?
वर्तमान में, लोहिया ऑटो के पास 100 से भी ज्यादा डीलर हैं और इस साल के अंत तक 50 अन्य को इसमें जोड़ा जाएगा। हम उत्तरी भारत के क्षेत्र में डीलरशिप को नियुक्त करने की प्रक्रिया में हैं और हम दक्षिण की तरफ इस आर्थिक वर्ष तक जाएंगे।
आप भविष्य में अपने कंपनी को कहां पर देखते है? आपको कहां से नए अवसर आते दिखाई दे रहे हैं?
संभावनाएं और अवसर बहुत ज्यादा हैं। हम सभी जानते हैं कि इलेक्ट्रिक और ऑल्टरनेटिव फ्यूल वाहनों में नवीनता, एंवायरमेंट फ्रेंडली और सरकार की बहुत सी प्रमोशनल पॉलिसी के कारण इनकी मांग बढ़ रही है। हमारी कंपनी ने 50 करोड़ के निवेश से शुरुआत की है फैसिलिटी विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन के निर्माण में और हम आने वाले दो सालों में 10 करोड़ रूपए और निवेश करने जा रहे हैं। हमारा नया लक्ष्य अपने बाजार का विकास और ऑल इंडिया डीलर नेटवर्क के एक्सटेन्सिव का निर्माण करना है। हम हाई पावर और लंबे समय के लिए लिथियम बैटरी का प्रयोग कर इलेक्ट्रिक दो पहिए और इलेक्ट्रिक रिक्शा के विकास की प्रक्रिया में हैं।