एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी वेदांतु ने परीक्षा की तैयारी करवाने वाले प्लेटफॉर्म ऐस क्रिएटिव लर्निंग में बडे शेयरधारको की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। यह प्लेटफॉर्म दीक्षा ब्रांड के तहत काम करती है। कंपनी ने बताया कि यह डील चार करोड़ डॉलर (करीब 330 करोड़ रुपये) में हुई है।
वेदांतु के सीईओ और को-फाउंडर वास्मी कृष्णा ने कहा कि यह अधिग्रहण कंपनी के हाइब्रिड बिजनेस मॉडल का विस्तार करने में मददगार होगा। दीक्षा कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 24 वर्षों से सक्रिय है और उसके यहां 40 ऑफलाइन केंद्र है।
कृष्णा अनुसार हम दीक्षा के ऑफलाइन केंद्रों और वेदांतु की टेक्नोलॉजी को जोड़ना चाहते हैं जिससे तीसरी और चौथी श्रेणी के शहरों में हाइब्रिड केंद्रों को बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया रणनीतिक निवेश का आकार चार करोड़ डॉलर है।
दीक्षा के को-फाउंडर डॉ. श्रीधर ने कहा दीक्षा हमेशा एक ट्रिपल इंटीग्रेशन मॉडल के माध्यम से हर बच्चे की सफलता का पोषण करने में विश्वास करती है, जो वेलनेस, एकेडमिक्स और टेक्नोलॉजी को जोड़ती है।
इस पार्टनरशिप के माध्यम से हम अपने छात्रों के लिए वेदांतु के लाइव क्लास प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएंगे और एक हाइब्रिड समाधान प्रदान करेंगे जो व्यक्तिगत शिक्षण एल्गोरिदम के माध्यम से सीखने के परिणाम देता है।
वेदांतु का हाइब्रिड लर्निंग मॉडल हमें छोटे शहरों और कस्बों के लाखों छात्रों को किफायती कीमत पर "दीक्षा अनुभव" प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। इस रणनीतिक निवेश के साथ दीक्षा अपने करीब 13 हजार छात्रों को वेदांतु के प्लेटफॉर्म पर लाएगी।