लगातार विस्तार करती शिक्षा इंडस्ट्री ने शिक्षकों को छात्रों के लिए एक अनोखे और अलग तरीके से सीखने का अनुभव देने पर नए विचार और सुझावों के साथ लगातार आने के लिए प्रेरित किया है।
Tech.com के अनुसार, 'कई रिसर्च यह दिखाते हैं कि कॉमिक और ग्राफिक उपंयास उन पाठकों के लिए प्रेरणा देने वाले और सहायक होते हैं जो पढ़ने में कठिनाई अनुभव करते हैं। ये पाठक की कुशलता को बढ़ाती है और उन जगहों पर बहुत ही प्रभावी है जहां पर शिक्षण की तकनीक बहुत ही नीरस या उदासी भरी होती है, विशेष रूप से विज्ञान और सामाजिक ज्ञान के क्षेत्र में।'
आज का शिक्षक कार्टून पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिससे कक्षा के माहौल को अनोखे या अद्भुत तरीके से चमकदार या उसमे जोश भरा जा सकें।
ध्यान आकर्षित करते कार्टून
यह मानव प्रकृति है कि कार्टून के साथ मजे और मजाक को जोड़ना और इसके इस तथ्य का पता चलता है कि हर एक बच्चा कार्टून पसंद करता है। यहां तक की बड़े भी बच्चों की तरह कार्टून को पसंद करते हैं। जब भी हम कोई किताब खोलते हैं, सबसे पहले उस पर छपे चित्रों को देखते हैं और उसके बाद उस पर लिखे शब्दों को। इसलिए छात्रों का ध्यान आकर्षित करने के लिए शिक्षक कार्टून का प्रयोग कर रहे हैं जो आनंद के साथ शिक्षा को जोड़ने का एक बेहतर विचार है। यह माना जाता है कि छात्र उन विषयों को पढ़ने से ज्यादा उत्सुक होते हैं जिसमें विषय से संबंधित कार्टून होते हैं।
कार्टून बेहतर समझ देता है
ऐसे बहुत से विषय है जिन्हें सैद्धांतिक रूप से नहीं समझा जा सकता। उन्हें समझने के लिए व्यवहारिक अनुभवों या वास्तविक जीवन के उदाहरणों की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में कार्टून बहुत ही प्रभावी बन जाते हैं।
शिक्षक एक कॉमिक स्ट्रिप पेश कर सकते हैं जो कहानी को ज्यादा बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने में मदद करेगा। सही ढंग से कार्टून और कॉलआउट का प्रयोग करने से एक कहानी आसानी से बनाई जा सकती है जिससे छात्रों को बोझ लगने वाले विषयों को भी आसानी से समझाया जा सकता है।
कार्टून करता सार्वजनिक तौर पर बोलने का विकास
सामान्यतौर पर एक कार्टून स्ट्रिप में बहुत से किरदार होते हैं और उन सभी के अपने-अपने डायलॉग होते हैं। शिक्षक एक ऐसा सत्र का आयोजन कर सकता है जहां पर हर एक छात्र को एक किरदार दिया जाए और उसके डायलॉग को उसे पेश करने को कहा जाए।
ये बाकी बचे छात्रों के लिए भी लाभकारी होगा क्योंकि वे इससे कहानी को ज्यादा आसानी और रचनात्मक ढंग से समझ पाएंगे। पूरी कक्षा के सामने प्रदर्शन या अभिनय करने के कारण ये छात्रों के बोलने की कुशलता का भी विकास करता है।
प्री-स्कूल से माध्यमिक शिक्षा तक कार्टून बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षक कक्षा में आरामदायक और मजेदार माहौल को बनाने के लिए कार्टून का प्रयोग करते हैं और छात्रों को बहुत सी सकारात्मक कुशलता का विकास करने के लिए शिक्षक कार्टून का प्रयोग कर रहे हैं।