- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- शीघ्र प्रतिफल पाने के लिए दो-पहिया वाहनों के व्यवसाय में निवेश क्यों करें
भारतीय दो-पहिया उद्योग ने उत्पादन और बिक्री की संख्या में लम्बी छलांगे लगाई हैं। बिजनेस मैप्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बाजार ने 2006-2024 के बीच 9.5% का कुल वृद्धि दर दर्ज किया है। भारतीय स्वचालित वाहन उद्योग ने 2014 में दो-पहिए की श्रेणी में तेज बढत दिखाई है। 2014-15 इस वित्तीय वर्ष में 14.8% वार्षिक ऐसी प्रशंसनीय संख्या वृद्धि दिखाई है। इसके अलावा, भारतीय जनसंख्या के ज्यादातर लोग मध्यम-आय वर्ग में आते हैं। इसीलिए भारतीय खरीददारों की सूची में दो-पहिया वाहन अग्रस्थान पर आते हैं। इसी अवसर का लाभ उठाने के लिए दो-पहिया ब्रांड्स भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपने डीलरशिप नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।
बढ़ती बिक्री और डीलरशिप नेटवर्क
असाधारण गति से वृद्धि करते हुए, रॉयल एनफील्ड ने 2014 में 3,00,000 इकाईयों से अधिक की बिक्री का अनुभव किया। कंपनी के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी, सिद्धार्थ लाल ने ब्रांड की विस्तार-योजना पर रोशनी डालते हुए कहा, “मध्यम-आकार की मोटरसाइकल्स के वैश्विक बाजार में अगुवा बनने के लिए रॉयल एनफील्ड ने दो तकनीकी केंद्र बनाए हैं। दोनों में से बड़ा चेन्नई के ओल्ड महाबलीपुरम रोड पर स्थित 4.5 एकड़ की प्रॉपर्टी पर स्थित है और 2016 की दूसरी तिमाही से संचालित होने लगेगा। छोटा उपग्रह केंद्र लिसेस्टरशाइर, यूके में निर्माणाधीन है और 2015 के अंत तक शुरू होगा। ये तकनीकी केंद्र रॉयल एनफील्ड की दूरगामी उत्पाद रणनीतियों को अमल में लाने की क्षमता लक्षणीय रूप से बढ़ाएंगे। रॉयल एनफील्ड की नजदीकी बाजार सम्भावनाएं बहुत मजबूत हैं और कंपनी 2015 में दूरगामी विकास के लिए क्षमता विस्तार, उत्पाद विकास, फ्रंटलाइन और बैकएंड समेत सभी रणनीतिक क्षेत्रों में 500 करोड़ रूपए का निवेश करेगी।”
टीवीएस कंपनी ने पिछले साल के मुकाबले जून 2015 के महीने में बिक्री में 8% वृद्धि दिखाई है। घरेलु दो-पहिया बिक्री जून 2014 में 1,69,805 से 5% बढ़कर जून 2015 में 1,77,769 इकाईयां हो गई है। मोटरसाइकल बिक्री जून 2014 में 76,734 से 16% बढ़कर जून 2016 में 88,675 ईकाईयां हो गई है।
स्कूटर्स ज्यादा पीछे नहीं हैं
स्कूटर सेगमेंट में भी बिक्री के आंकड़ों में विचारणीय विस्तार देखा गया। बिक्री की संख्या में 30.7% की वृद्धि देखी गई। पिछले 2 से 3 वर्षों में भारत में एक दर्जन से ज्यादा नए स्कूटर ब्रांड्स पेश किए गए। जहाँ गियरलेस स्कूटर्स स्त्री और पुरुष, दोनों की जरूरतों को पूरा करती हैं। वहीं मोटरबाइक्स ऐसा सेगमेंट है, जिसे पुरुष ही पसंद करते हैं। इसने बिक्री को कमाल का उछाला है। टीवीएस मोटर कंपनी के अध्यक्ष और प्रमुख कार्यकारी अधिकारी, के एन राधाकृष्णन कहते हैं, “टीवीएस जुपिटर ने बाजार में आने के केवल 18 महीनों में 5,00,000 इकाईयों की बिक्री का मील का पत्थर छूकर एक नया मानदंड स्थापित किया है। काफी विचार और ग्राहक-ज्ञान निवेश करने के बाद टीवीएस जुपिटर की निर्मिति हुई है। हमने रिकॉर्ड समय में ये मानदंड बनाया है, ये इस तथ्य का सबूत है कि उत्पाद के कार्य-संपादन और गुणवत्ता से ग्राहक संतुष्ट हैं। उत्पाद में निरंतर नवीनता और हमारे ब्रांड में नयापन लाते रह कर ग्राहकों को खुश करने पर हमारा ध्यान आगे भी केंद्रित रहेगा।”
विदेशों में बढ़ते वितरक
भारत में दो-पहिया बाजार ने हमेशा ही उच्च विकास गति दिखाई है। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय बाजार ने भी देशी ब्रांड्स का स्वागत किया है। ऑस्ट्रेलियाई बाजार में मंझले आकार की मोटरसाइकल सेगमेंट को फिर से चेताने के लिए, रॉयल एनफील्ड ने राष्ट्रीय वितरक के रूप में अर्बन मोटो इम्पोर्ट्स के नाम की घोषणा की है। इस नए वितरक की प्रमाणित विशेषज्ञता और अनुभव, रॉयल एनफील्ड के ब्रांड अनुभव के साथ अच्छी सहक्रियता दिखाता है।
इसकी बारीकियां बताते हुए सिद्धार्थ लाल जोड़ते हैं, “अर्बन मोटो इम्पोर्ट्स ऑस्ट्रेलियाई बाजार में रॉयल एनफील्ड्स उत्पादों की आपूर्ति, विपणन, पुनर्बिक्री, वितरण और सेवाओं के लिए जिम्मेदार रहेगी। संपूर्ण ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में फैले हुए बिक्रेता नेटवर्क के साथ वे मेलबर्न से संचालन करेंगे। रॉयल एनफील्ड उनके लोकप्रिय मॉडल्स बुलेट (AUD 6991), क्लासिक (AUD7290) और नई कॉन्टिनेंटल जीटी कैफे रेसर (AUD7992) की बिक्री अर्बन मोटो इम्पोर्ट्स के द्वारा करेगी। ये आधुनिक क्लासिक बाइक्स ऑस्ट्रेलिया में मध्यम आकार की मोटरबाइक्स (250CC-750CC) की श्रेणी को फिर से बहाल करेंगी। ये बाइक्स रॉयल एनफील्ड के जल्द ही शुरू होने वाले विशेषीकृत स्टोर्स में ही बेची जाएंगी। ऑस्ट्रेलिया में क्लासिक मोटरबाइक्स प्रेमी ग्राहकों की बढ़ती संख्या और वहाँ के राइडिंग के लिए अद्भुत प्रदेश, इनकी वजह से वह रॉयल एनफील्ड के लिए एक रणनीतिक महत्व का बाजार है।