समिट इंडिया और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा एक शाम तिरंगे के नाम दृ ‘आत्मानिर्भर भारत की भागीदारी’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में तिरंगे की कहानी, नृत्य की जुबानी की थीम पर पद्मश्री से सम्मानित और विश्व प्रसिद्ध कथक नर्तकी बहनें डॉ. नलिनी अस्थाना और कमलिनी अस्थाना, जो नलिनी-कमलिनी के नाम से मशहूर हैं, सांस्कृतिक नृत्य कार्यक्रम पेश करेंगी। यह कार्यक्रम 26 अगस्त को दिल्ली के ला मेरिडियन होटल में शाम छह बजे से आरंभ होगा।
गैर-लाभकारी संगठन व एक ट्रस्ट के द्वारा संचालित समिट इंडिया के सचिव महेश वर्मा ने कहा कि समिट इंडिया नामक इस प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य वर्तमान में देश के प्रमुख मुद्दों के बारे में चर्चा करना और समस्याओं के समाधान के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस प्लेटफॉर्म पर हुई चर्चा को सरकार सुनती और उन पर संज्ञान लेती है। हमने शिक्षा के क्षेत्र में दिग्गज ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी की है। इसके तहत कंपनी उन अभिभावकों को प्रशिक्षित करेगी, जो अपने बच्चों की संपूर्ण शिक्षा-दीक्षा और संस्कार जैसे महत्वपूर्ण विषय को पूरी तरह स्कूल पर छोड़ देते हैं और फीस देकर खुद को चिंतामुक्त मान लेते हैं।
आत्मनिर्भर भारत पर उन्होंने बात करते हुए कहा की समिट इंडिया मुख्य रूप से विकास, बुनियाद, व्यवस्था, वातावरण या माहौल और विश्वास - इन पांच बेहद महत्वपूर्ण विषयों पर देशभर में चिंतन का दौर शुरू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इन पांचों ही क्षेत्रों में सरकार अपनी तरफ से सभी संभव कदम उठा रही है। लेकिन अकेले सरकार के भरोसे इन विषयों को नहीं छोड़ा जा सकता, इनके लिए देशभर में समग्र कोशिश की जरूरत है।
शुक्रवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में विभिन्न कैबिनेट मंत्री, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल होंगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन मंत्री परशोत्तम रुपाला होंगे। कार्यक्रम में जनजातीय मामलों के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्यमंत्री श्रीपद नाइक, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे समेत कई क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी।
समिट इंडिया ने पहले वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किए हैं जिसमें ष्वसुधैव कुटुम्बकम - शिक्षा शिखर सम्मेलन 2022ष् प्रमुख है। वह तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन बेंगलुरु में 10 से 12 जनवरी 2022 तक बेंगलुरु में आयोजित किया गया था। यह शो पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और इसके महत्व पर चर्चा करने के लिए केंद्रित था।
कार्यक्रम में इन विभिन्न श्रेणियों के तहत पुरस्कार दिए जाएंगे:
देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद पुरस्कार
यह उन लोगों के लिए है जो अच्छी परफॉर्मेंस देने में सक्षम हैं, जो सामान्य या विशिष्ट बौद्धिक क्षमता के साथ सीखने में रुचि रखते हैं। उनका व्यवहार विनम्रता, भक्ति, मानवता के प्यार और दृष्टि की गहराई जैसे कुछ गुणों के साथ है।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार
यह पुरस्कार कड़ी मेहनत, और सकारात्मक दृष्टिकोण के गुणों के साथ-साथ नवोन्मेष या इनोवेशन और समर्पण के प्रति उत्कृष्ट दृष्टिकोण का सम्मान करने के लिए है।
चाणक्य पुरस्कार
यह कैटेगरी उन लोगों के लिए है जिन्होंने कौशल में उत्कृष्टता हासिल की है। यह पुरस्कार लोगों के दर्शन के साथ समाज में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है।
विश्वामित्र पुरस्कार
यह पुरस्कार लोगों को बड़े दृढ़ संकल्प और सकारात्मक काम करने की इच्छा के साथ सम्मानित करता है। साथ ही, मैत्रीपूर्ण तरीके से प्रतिभा को सही समय पर सही दिशा में ले जाना है।
एकलव्य पुरस्कार
यह पुरस्कार प्रतिभाशाली लोगों को महान दृढ़ संकल्प और मूल्य ज्ञान के साथ सम्मानित करने के लिए है। समिट इंडिया शिक्षा, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान, उद्यमिता और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों के उपलब्धि हासिल करने वालों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित करेगा।