लोकेशन यानी जगह सैलून और स्पा व्यवसाय के बनने या बिगड़ने, दोनों में ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सैलून व्यवसाय की सफलता इस पर निर्भर करती है कि उस तक पहुंचना कितना आसान है। इसलिए उस जगह का चुनाव करें जहां पर बहुत से ऑफिस और अन्य कमर्शियल संस्थान हो। ये ग्राहकों की संख्या को बनाएं रखने में मदद करेगी।
भारत स्थित मेरी क्लेअर पेरिस सलून, नेल्स, वेलनेस एंड एकेडमी, की डायरेक्टर वंदना भारद्वाज ने कहा है, 'लोकेशन यानी जगह बहुत जरूरी चीज है। आप इसे सैलून और स्पा व्यवसाय की सफलता के सभी मापदंडों का पिता माना जा सकता है।'
ज्यादा फुटफॉल को सुनिश्चित करना
कोई भी जगह चुनते समय हमेशा इस बात को ध्यान में रखें कि वहां पर फुटफॉल ज्यादा हो और वहां पर पहुंचना आसान हो। जगह लोकप्रिय होनी चाहिए और अन्य स्थानीय जगहों से जुड़ी हुई होनी चाहिए। इससे ग्राहकों को जगह ढूंढने में कठिनाई नहीं होती।
आस पड़ोस पर भी रखें नजर
यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि सैलून और स्पा के आसपास का क्षेत्र अच्छा हो। सावधि ट्रेडिशनल थाई स्पा की डायरेक्टर विभा खन्ना ने कहा, 'दिल्ली के ज्यादातर स्पा (पांच सितारा होटल को छोड़कर) व्यस्त बाजारों, मॉल या बाई-लेन पर हैं और ये सभी जगहें आपको शांति का अहसास नहीं देतीं। जबकि शांति अच्छे स्पा के लिए बहुत जरूरी है।'
गैलेंट्री सैलून के बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर प्रतीक सिंह ने कहा है कि इस व्यवसाय में, महिलाओं और पुरूषों की संख्या का अनुपात समान ही है, इसलिए लोकेशन बहुत जरूरी है ताकि आपको दोनों श्रेणियों के ग्राहक मिल सकें। आसपास की जांच कर लें कि वहां कोई वाइन या एल्कोहल की दुकान है या नहीं। सैलून और स्पा ग्राउंड फ्लोर पर होना चाहिए ताकि जाना आसान हो। आपका स्टोर दिखाई देना चाहिए और सुकून भरी जगह पर होना चाहिए।
अपनी थीम के साथ चलें
जगह और थीम का चुनाव समझदारी के साथ करें। ये दोनों चीजें एक साथ फिट होनी चाहिए। इस इंडस्ट्री में प्रतिष्ठा और ग्राहकों द्वारा किया गया प्रचार आपको सफल बनाता है। सही चीजों का सफलतापूर्वक मिलान आपके ग्राहक को दुबारा लाने में मदद करेगा और ये स्थिर ग्राहक अपने साथ अपने मित्रों को भी लाएंगे। ये व्यवसाय एकदम सही जगह पर होना चाहिए और यही इसकी आधार रेखा है।