सौर पैनल्स को लेकर बढ़ती जागरूकता और मांग के कारण, अधिक से अधिक लोग सौर पैनल व्यवसाय को एक फायदेमंद व्यवसाय के रूप में चुन रहे हैं। इस तरह के व्यवसाय का प्रमुख फायदा ये है कि आवश्यक निवेश कम से कम होने के बावजूद प्रतिफल बहुत अच्छा होता है। सौर नवीकरणीय ऊर्जा पैनल्स के द्वारा विद्युत्-निर्मिति के लिए पर्यावरण-अनुकूल राह की हम यहां एक झलक देख रहे हैं। आजकल सिर्फ ग्रामीण ही नहीं, बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी इसका बोलबाला है।
यद्यपि टिकाऊ उपभोक्ता सूचना प्रौद्योगिकी ने लोगों के जटिल जीवन को इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल उत्पादों के जरिए सरल कर दिया है, लेकिन भारत का सौर बाजार भी अगले दशक में कई बिलियन डॉलर मूल्य का होने वाला है। घटते संसाधनों तथा घरेलू और व्यावसायिक दोनों के, उपयोग के लिए विद्युत् आपूर्ति की बढ़ती कीमतों के कारण सौर नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग ने छोटे और बड़े, दोनों स्तर के उद्यमियों के लिए नए रास्ते खुले कर दिए हैं। इतना ही नहीं, उद्योग फ्रैंचाइज़ीज, विक्रेता और वितरक, सभी के लिए लाभकारी अवसर लिए तैयार किए हैं।
सौर बाजार
भारतीय सौर उत्पादक संघ ने केपीएमजी के सहयोग से प्रकाशित किए श्वेत-पत्र के अनुसार यदि सरकार घरेलू सौर उपकरण उत्पादक उद्योग को समर्थन दिया तो अगले 10 वर्षों में सुधारित ऊर्जा सुरक्षा, रोजगार निर्माण और विदेशी मुद्रा की विशाल बचत के कारण उसका $1.1 बिलियन से अधिक का फायदा होगा।
ये सच है कि व्यय-योग्य आय में बढ़त और प्रौद्योगी की प्रगति के कारण भारत में विभिन्न सीडीआईटी उत्पादों की मांग लक्षणीय रूप से बढ़ गई है, लेकिन सौर नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग भी नजदीकी भविष्य में अप्रत्याशित रूप से विकसित होने का अनुमान है। क्रमशः लोगों में सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता ने सौर ऊर्जा को किफायती और पर्यावरण-अनुकूल बिजली-स्रोत का सशक्त प्रतियोगी बना दिया है। भारत में कई स्वदेशी और विदेशी सौर ऊर्जा ब्रांड्स ने जल्द और अधिक प्रतिफल पाने के लिए आक्रामक भारत-व्यापी विस्तार के लिए फ्रैंचाइज़ी राह को अपनाया है।
एक नवीकरणीय व्यवसाय प्रारूप
सौर ऊर्जा समर्थित उपकरण विद्युत् उत्पादों से बेहतर और सस्ते होते हैं। इस वास्तविकता को लेकर खुदरा विक्रेता और ग्राहक, दोनों जागरूक हो रहे हैं। ये भी सच है कि सौर ऊर्जा उद्योग ने कई क्षमतापूर्ण और होनहार उद्यमियों की सफल कहानियों को जन्म देते हुए ब्रांड्स के विकास और विस्तार के दरवाजे खुले कर दिए हैं। माधुरी सोलर, किंग सन, सोलर बास्केट, एमएफ एनर्जी और उनके जैसे कई ब्रांड्स पूरे देश में सौर ऊर्जा समाधान प्रदान कर रहे हैं।
संगठित क्षेत्र और घरेलू उपयोग के लिए सौर ऊर्जा पैनल्स प्रदान करने वाले ब्रांड्स के लिए बढ़ती मांग देखते हुए इस क्षेत्र की असीम क्षमताओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। विभिन्न सौर पैनल ब्रांड्स अपने भागीदारों के द्वारा देश के विभिन्न भागों में कार्यरत हैं। कई राज्यों में सरकार भी सौर ऊर्जा पैनल को अपना व्यवसाय बनाने की इच्छा रखने वालों को अनुदानित शुल्क और प्रोत्साहनों की बहुत अच्छी योजनाएं उपलब्ध करवा रही है।
सोलर बास्केट के मार्केटिंग विभाग के संचालक बी नरेंद्र के अनुसार, "भविष्य केवल सौर ऊर्जा का है। बढ़ते पावर कट्स, ईंधन की बढ़ती कीमतें और विद्युत् प्रकल्पों के बंद पड़ जाने के घटनाक्रमों से सौर ऊर्जा के अवसर बढ़ गए हैं। ऐसे बहुत सारे क्षेत्र हैं, जिनकी खोज करना अभी बाकी है। कई लोग नकली उत्पाद खरीदते हैं और उन्हें सौर ऊर्जा के लाभ नहीं मिलते। इस समस्या से निपटने के लिए हम व्यक्तिगत जरूरत को अलग तरीके से पूरा करते हैं। हम ग्राहक की आवश्यकतानुसार और मूल्य निर्धारण संरचना की विस्तृत श्रेणी के द्वारा उपकरणों की रचना करते हैं।"
दिल्ली-स्थित सौर ऊर्जा पैनल ब्रांड किंग सन का ये दावा है कि वे समाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक नवीनतापूर्ण सौर ऊर्जा उत्पाद लेकर आए हैं। किंग सन गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर-पूर्व और छत्तीसगढ़ में 4 फ्रैंचाइज़ी द्वारा सक्रीय भांबरी इंटरप्राइजेज का सब-ब्रांड है। उन्होंने फ्रैंचाइज़ीज के लिए मार्केटिंग कार्य-प्रणाली, परिचालन प्रक्रियाएं और व्यवसाय प्रारूप समेत एक परिपूर्ण संरचना विकसित की है। उन्होंने एक सूक्ष्म-वित्त कंपनी के साथ भागीदारी भी की है और वे उसके द्वारा शुरुआती दौर में बिहार और उत्तर-प्रदेश के फ्रैंचाइज़ीज का समर्थन करने जा रहे हैं।
मेनफ़्रेम एनर्जी सोलूशन्स प्रा. लि. इस नाम से भी जाना जाने वाला एमएफ एनर्जी दिल्ली-स्थित ब्रांड है और खुदरा मार्केट के लिए शुरू से अंत तक समाधान और अच्छे गुणवत्ता प्रबंधन के साथ हर किसी की आवश्यकता के अनुरूप उत्पादों की आपूर्ति करता है। ब्रांड की 28 स्थानों पर उपस्थिति है जिनमें से 14 फ्रैंचाइज़ी द्वारा संचालित हैं। एम एफ एनर्जी के सीईओ और संस्थापक सदस्य कहते हैं, "सौर ऊर्जा पैनल व्यवसाय फ्रैंचाइज़ी-स्वरूप में व्यवहार्य है। फ्रैंचाइज़िंग एक ऐसा व्यवसाय प्रारूप है जिसमें प्रतिफल निश्चित हैं, जोखिम बहुत कम है और ओटीसी (काउंटर पर होने वाली बिक्री) के लिए अनुकूल हैं। हम फ्रैंचाइज़ीज को टेंडर्स में संयुक्त रूप से शामिल होने और व्यक्तिगत परियोजनाओं में काम करने के लिए अवसर देते हैं। ये समय के साथ बहुत लाभदायक साबित हो सकते हैं।"
पुणे-स्थित पर्ल इंटरप्राइजेज का माधुरी सोलर ये ब्रांड आणविक ऊर्जा में प्रगाढ़ विश्वास रखता है। ये ब्रांड सौर ऊर्जा में कई नवीनतापूर्ण कल्पनाओं के लिए जाना जाता है। माधुरी सोलर ने 2012 में फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क बांधना शुरू किया और आज उनके आंध्र प्रदेश, राजस्थान, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में लगभग 27 फ्रैंचाइज़ी हैं। ब्रांड इस तथ्य से गौरवान्वित महसूस करता है कि उन्होंने कोल्हापुर के इर्दगिर्द कई ग्रामीण महिलाओं को माधुरी सोलर ब्रांड के तहत सर्किट्स का उतपादन करने का काम देकर रोजगार अवसर उपलब्ध करवाए।
विजयवाडा स्थित सोलर बास्केट ने 2013 में फ्रैंचाइज़िंग के द्वारा शुरुआत की और अब तक भारत के विभिन्न भागों में 30 से अधिक फ्रैंचाइज़ी बना लिए हैं।
व्यवसाय के काले धब्बे
भारत में सौर नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग अभी प्राथमिक अवस्था के होने के कारण निवेशक और ग्राहक, दोनों को अद्यतन करने की जरूरत है। पर्यावरण-अनुकूल जीवन के प्रति जागरूकता और योग्य शिक्षा का अभाव इस उद्योग के लिए एक बहुत बड़ी कमी है। किसी भी विकसित हो रहे उद्योग के लिए हर क्षेत्र और हर मौसम में अलग-अलग चुनौतियां होती हैं, जिनसे निपटना जरूरी होता है।
किंग सन की भागीदार रूचि भांबरी कहती हैं, "जागरूकता की कमी और सौर ऊर्जा से संचालित उपकरणों के प्रचार का अभाव ये हमारे सामने बड़ी चुनौतियां हैं। अन्य विद्युत् उपकरणों के मुकाबले सौर ऊर्जा की संकल्पना के लाभ ग्राहकों को समझाने के लिए बहुत प्रयास, श्रमशक्ति और पर्याप्त रणनीतियों की आवश्यकता होती है और ये भी कि अतीत में कई कम्पनियां ग्राहकों को अच्छे उत्पाद और सेवाएं देने में चूक गई हैं, जिससे ग्राहकों के मन में सोलर उपकरणों को लेकर ख़राब तस्वीर बन गई है। इसे उचित योजना और नीति से हल किया जाना चाहिए। निश्चित ही चूंकि लोग पर्यावरण के प्रति अधिक सचेत होते जा रहे हैं और बिजली का बिल साल दर साल बढ़ता चला जा रहा है। आगामी युग सौर ऊर्जा का युग होगा। इन सारी कठिनाइयों के बावजूद सौर क्षेत्र विकसित होता रहेगा, इसमें कोई आशंका नहीं है।"
इसी तर्ज पर माधुरी सोलर के संस्थापक संजय देशमुख बताते हैं, "प्रशिक्षण और सहायता के समेत सौर ऊर्जा के प्रसार के प्रयास बड़े पैमाने पर किए जाने चाहिए। इसके अलावा, भारत सरकार ने भी सौर उद्योग की क्षमताओं को पहचाना है और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 2020 तक 22,000 एमडब्ल्यू की ग्रिड-कनेक्टेड सौर ऊर्जा का प्रसार करने के लिए 2010 में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन का महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम लागू किया है। कार्यक्रम को पहली फेज में सीमित सफलता प्राप्त हुई है और दूसरी फेज वाइअबिलटी गैप फंडिंग कार्यक्रम के जरिए 750 एमडब्ल्यू के रूप में अभी चल रही है। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने सौर उपक्रमों की सहायता के लिए कई प्रावधान किए हैं। इसीलिए, सौर उद्योग के लिए कम चुनौतियों के साथ भविष्य सुनहरा है।"
भागीदारों की खोज
तेज उभरते सौर उद्योग के प्रसार के लक्ष्य के साथ, कई ब्रांड्स फ्रैंचाइज़ी के जरिए पूरे भारत में विस्तार करने की योजना में हैं। सोलर बास्केट अगले वित्तीय वर्ष में टियर II और टियर III शहरों में 150 आउटलेट्स शुरू करने का लक्ष्य रखता है। किंग सन 2015 में टियर III शहरों में कम से कम 10 आउटलेट्स शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। एम एफ एनर्जी सौर ऊर्जा की सभी प्रकार की प्रणालियों की स्थापना, प्रवर्तन, वितरण, आयत और निर्यात पर काम करता है और अपने घर तथा व्यवसाय में सौर क्षमताओं का उपयोग करने में रुचि रखने वाले निवेशकों को असाधारण राष्ट्रव्यापी बिक्री विशेषज्ञता सेवा देती है। माधुरी सोलर सम्पूर्ण भारत में अपना फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क फ़ैलाने पर काम कर रहा है। प्राथमिक अवस्था में, वह मध्य प्रदेश, गुजरात, गोवा और कर्नाटक के बाजार को आजमाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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