हरियाणा ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान इस क्षेत्र में सबसे अधिक 66,767 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की स्थापना की है। इन एमएसएमई ने 3.36 लाख नौकरियां पैदा करने में मदद की।
केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने इसकी जानकारी लोकसभा में साझा की। एमएसएमई का लॉकडाउन के समय काफी सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। पंजाब में भी 46,519 एमएसएमई स्थापित हुए और 1.94 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया। इसी तरह, 12,460 एमएसएमई ने हिमाचल प्रदेश में अपनी रुचि दिखाई और 62,069 लोगों को रोजगार प्रदान किया। जबकि, वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान चंडीगढ़ में कुल 2,657 एमएसएमई आए, जिससे 12,042 नौकरियां पैदा हुईं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डाटा केंद्र सरकार के उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर उद्यमों द्वारा स्वैच्छा से पहचान(वॉलंटरी डिसक्लोजर) बताने पर आधारित है। जबकि कहीं भी बड़ी संख्या में सूक्ष्म उद्योग पंजीकृत नहीं हैं। कुल मिलाकर, पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश भर में 18.34 लाख एमएसएमई स्थापित किए गए और उन्होंने केंद्र सरकार के उद्यम पोर्टल के अनुसार लोगों को 1.16 करोड़ से अधिक नौकरियां प्रदान कीं।
नव स्थापित एमएसएमई में सबसे अधिक संख्या सूक्ष्म उद्योगों की है जिसके बाद लघु और मध्यम उद्यमों का स्थान है। इस अवधि के दौरान हरियाणा में स्थापित कुल 66,767 एमएसएमई में से 66,442 सूक्ष्म, 318 छोटे और सात मध्यम उद्यम थे।
इसी तरह, पंजाब में अपना आधार स्थापित करने के लिए चुने गए कुल 46,519 एमएसएमई में से 46,366 सूक्ष्म थे, 144 छोटे और नौ मध्यम उद्यम थे।जबकि हिमाचल प्रदेश में पिछले साल स्थापित कुल 12,460 नए एमएसएमई में से 12,394 सूक्ष्म, 63 छोटे और तीन मध्यम उद्यम थे। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में, जहां पिछले साल 2,657 एमएसएमई की स्थापना हुई थी, 2,648 सूक्ष्म और नौ लघु उद्यम थे।
एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) के रूप में व्यवसायों के पंजीकरण के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म उद्यम पोर्टल अपने दो वर्षों के संचालन में 1 करोड़ के करीब पहुंचा है। उद्योग आधार मेमोरेंडम (यूएएम) पंजीकरण ढांचे को बदलने के लिए 1 जुलाई, 2020 को लॉन्च किया गया था। उद्यम पोर्टल में वर्तमान में एमएसएमई के रूप में पंजीकृत 96.53 लाख से अधिक नए और मौजूदा व्यवसाय हैं।पोर्टल के लॉन्च से लगभग 15 महीनों (सितंबर 2021) में पोर्टल पर पंजीकरण 50,000 का आंकड़ा पार कर गया था।
उद्यम पोर्टल एक बहुत ही उपयोगी पोर्टल है जिसमें आप अपने एमएसएमई) को पंजीकृत कर सकते हैं। उद्यम पोर्टल में पंजीकरण के बाद, आपको एक पंजीकरण संख्या और एक प्रमाण पत्र मिलेगा जो आपके एमएसएमई पंजीकरण का प्रमाण होगा। इस प्रमाणपत्र में आपके उद्यमों के सभी आवश्यक विवरण हैं। यह आपका आधार कार्ड नंबर है जो उद्यम पोर्टल में पंजीकृत होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
उद्यम रजिस्ट्रेशन भारत सरकार द्वारा 1 जुलाई, 2020 को लागू की गई नई एमएसएमई प्रक्रिया है, जो पुराने एमएसएमई रजिस्ट्रेशन प्रणाली की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए लाया गया है। एमएसएमई की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पहले उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के नाम से जाना जाता था लेकिन अब उसका नाम बदल कर उद्यम रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है।