हुंडई मोटर और किया ने एक नए संयुक्त पहल की घोषणा की है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लिथियम आयरन फॉस्फेट (LFP) बैटरियों की कैथोड मैटीरियल टेक्नोलॉजी के विकास पर केंद्रित है।
मीडिया समाचार एजेंसी के अनुसार यह परियोजना, जिसमें हुंडई स्टील कंपनी और इकोप्रो( बीएम भी शामिल हैं। इसका उद्देश्य एलएफपी बैटरी कैथोड के उत्पादन में बिना प्रारंभिक पदार्थों (प्रीकर्सर्स) के सीधे सामग्री संश्लेषण की विधि विकसित करना है।
यह सहयोग हुंडई स्टील की उच्च-शुद्धता वाली बारीक लोहे के पाउडर की प्रसंस्करण तकनीक का उपयोग करेगा, जिसे पुनर्नवीनीकरण स्टील के माध्यम से और बेहतर बनाया जाएगा। इकोप्रो बीएम (Ecopro BM) इस तकनीक का उपयोग एलएफपी कैथोड सामग्री के उत्पादन में करेगी।
व्यापार, उद्योग और ऊर्जा मंत्रालय द्वारा समर्थित यह चार साल की परियोजना उत्पादन लागत को कम करने की उम्मीद करती है, क्योंकि इसका उद्देश्य उन कुछ देशों से आयात पर निर्भरता को कम करना है, जहां से ज्यादातर कैथोड प्रीकर्सर(cathode precursors) प्राप्त किए जाते हैं।
यह पहल एलएफपी बैटरी मैटीरियल के लिए एक स्थिर डोमेस्टिक सप्लाई चेन स्थापित कर सकती है, जिससे दक्षिण कोरिया में सप्लाई चेन की सुरक्षा मजबूत होगी। कंपनियों ने उम्मीद जताई कि यह परियोजना देश की तकनीकी प्रतिस्पर्धात्मकता और हुंडई मोटर ग्रुप की प्रतिस्पर्धात्मकता दोनों को बेहतर बनाएगी।
उद्योग पूर्वानुमानों के अनुसार, इस महीने हुंडई मोटर की कुल बिक्री 10 करोड़ यूनिट से अधिक हो जाएगी। 1968 से लेकर जुलाई के अंत तक, कंपनी ने कुल 9.966 करोड़ यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जिसमें 2.436 करोड़ यूनिट घरेलू बाजार में और 7.53 करोड़ यूनिट अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेची गईं। यह मील का पत्थर हुंडई के लिए महत्वपूर्ण होगा, जिसने 1968 में कोर्टिना कॉम्पैक्ट सेडान के साथ बाजार में प्रवेश किया था।