व्यवसाय विचार

'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' ने किया 'विंग्स आईवीएफ' का अधिग्रहण

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Jun 23, 2023 - 5 min read
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आईवीएफ फर्टिलिटी की दुनिया में लगातार आगे बढ़ रहे 'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' ने अहमदाबाद के 'विंग्स आईवीएफ' का अधिग्रहण कर लिया है। अपने इस कदम से नोवा आईवीएफ को इस क्षेत्र में सफलता की नई बुलंदियों को छूने की संभावना नजर आ रही है।

देश की बड़ी प्रजनन श्रृंखलाओं में से एक, एशिया हेल्थकेयर होल्डिंग्स (एएचएच) के स्वामित्व वाली 'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' ने अहमदाबाद स्थित 'विंग्स आईवीएफ' का अधिग्रहण कर लिया है। देश की अग्रणी क्षेत्रीय आईवीएफ श्रृंखलाओं में से एक माने जाने वाले 'विंग्स आईवीएफ' की स्थापना साल 2014 में जाने-माने आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. जयेश अमीन ने की थी। गुजरात में विंग्स आईवीएफ के छह केंद्र हैं। इस अधिग्रहण के साथ 'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' 44 शहरों के 68 केंद्रों तक अपनी पहुंच का विस्तार करेगी, जिसका लक्ष्य पूरे दक्षिण एशिया में आईवीएफ सेवाओं का अग्रणी प्रदाता बनना है।

साल 2019 में एशिया हेल्थकेयर होल्डिंग्स के निवेश किए जाने के बाद से नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी तेजी से बढ़ी है। आज फर्टिलिटी के क्षेत्र में यह सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती आईवीएफ श्रृंखलाओं में से एक बन चुकी है। साल 2014 में लॉन्च हुई 'विंग्स आईवीएफ' ने गुजरात, राजस्थान, बिहार और दिल्ली में अपने केंद्र स्थापित किए हैं। इन्हें बार-बार प्रत्यारोपण में विफल रहने वाले जोड़ों के इलाज में महारत हासिल है। आईवीएफ गर्भधारण के जरिए 'विंग्स आईवीएफ' को अब तक 20 हजार से ज्यादा बच्चों के जन्म में सफलता मिल चुकी है।

नोवा परिवार में विंग्स का स्वागत

इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए 'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' के सीईओ शोभित अग्रवाल ने कहा, "'विंग्स आईवीएफ' और 'नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी' का काम एक सा ही है। दोनों ब्रांड्स अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, प्रजनन उपचार प्रदान करते हैं और दोनों गंभीरता से नैदानिक विज्ञान से जुड़े हैं। ये दोनों संगठन 'सेल्फ-साइकिल तकनीक' के माध्यम से जोड़ों को गर्भधारण करने में सक्षम बनाने हेतु काम करते हैं। असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलाॅजी (एआरटी) अधिनियम के लॉन्च के साथ इस ओर सबका ध्यान और भी बढ़ गया है। आज हमारे 90 प्रतिशत आईवीएफ साइकिल सेल्फ-साइकिल के माध्यम से होते हैं। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी परिवार में विंग्स आईवीएफ का स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है।"

"आज हर छह भारतीय जोड़ों में से एक बांझपन से जूझ रहा है। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, दंपत्तियों को अपने अंडाणु और शुक्राणु के माध्यम से बच्चा पैदा करने में मदद करके मातृत्व व पितृत्व के विज्ञान को सबसे आगे लाने में हमारे विश्वास को बढ़ाती है। दोनों प्रजनन श्रृंखलाओं का नैतिक मानकों के उच्चतम स्वरूप को सुनिश्चित करने पर कड़ा ध्यान है। सफलता दर में महत्वपूर्ण सुधार प्रदर्शित करते हुए जटिल मामलों में दोनों भारत में '5वें दिन के भ्रूण स्थानांतरण आंदोलन' को शुरुआत से अपनाने वाले रहे हैं।"

विंग्स आईवीएफ के संस्थापक और डायरेक्टर डॉ. जयेश अमीन ने कहा, "इस साझेदारी के साथ हमारा लक्ष्य रीजेनरेटिव थेरेपी जैसी उन्नत नई तकनीकों को लाना है, जो जोड़ों को दाता अंडाणु पर निर्भरता कम करने में मदद कर सकती है।"

आईवीएफ उपचार में उत्कृष्टता पुरस्कार

डॉ. अमीन 18 वर्षों से अधिक समय से आईवीएफ के क्षेत्र में हैं। साल 2016 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें 'आईवीएफ उपचार में उत्कृष्टता' पुरस्कार से सम्मानित किया है। वह इंडियन फर्टिलिटी सोसाइटी के अतिरिक्त सचिव हैं। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी ने हर साल लगभग 15 हजार साइकल्स का प्रदर्शन करते हुए 1 लाख 10 हजार जोड़ों में से 55 हजार से अधिक को गर्भधारण कराने में सफलता हासिल की है। कंपनी ने पिछले तीन वर्षों में अपने साथ 43 केंद्र जोड़ने में सफलता हासिल की है। वेंचर इंटेलिजेंस के आंकड़ों के अनुसार, 2018 के बाद से, प्रजनन क्षेत्र ने पहले ही प्रमुख निजी इक्विटी (पीई) और वेंचर कैपिटलिस्ट्स (वीसी) से 318 मिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित किया है। भारत के आईवीएफ सेवा बाजार का मूल्य 2020 में 750 मिलियन डाॅलर का था, उम्मीद है कि साल 2030 तक बढ़कर यह 3.7 बिलियन डाॅलर का हो जाएगा।

एशिया हेल्थकेयर होल्डिंग्स के ग्रुप सीएफओ और हेड बीडी रितेश पांडे ने कहा, "भारत में आईवीएफ सेवा बाजार दो राष्ट्रीय श्रृंखलाओं और कई क्षेत्रीय श्रृंखलाओं द्वारा संचालित है। हम देख रहे हैं कि समेकन की ताकतों ने इस क्षेत्र को आकार देना शुरू कर दिया है। इस संदर्भ में नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी और विंग्स आईवीएफ के एक साथ आने से हमें देश के उत्तर और पश्चिम में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा।"

प्रजनन उपचार के बड़े सेवा प्रदाता

नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी पूरे भारत में प्रजनन उपचार के बड़े सेवा प्रदाताओं में से एक है। एक दशक से अधिक के औसत आईवीएफ अनुभव के साथ, नोवा आईवीएफ ने अत्यधिक अनुभवी आईवीएफ विशेषज्ञों और अच्छी तरह प्रशिक्षित भ्रूणविज्ञानियों के साथ, देश में 55 हजार से अधिक नैदानिक गर्भधारण को सफलतापूर्वक लक्ष्य तक पहुंचाया है। विशाल अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता के साथ 'प्रजनन श्रृंखला' भारत में प्रक्रियाओं, प्रोटोकॉल और नीतियों के असाधारण और नैतिक मानक लाती है। चिकित्सा प्रबंधन, बुनियादी एआरटी और उन्नत एआरटी की व्यक्तिगत उपचार योजनाओं के माध्यम से सभी प्रक्रियाओं का उद्देश्य सकारात्मक गर्भावस्था की संभावनाओं में उल्लेखनीय सुधार करना है। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी वर्तमान में भारत के 44 शहरों में 68 प्रजनन केंद्र संचालित करती है।

विंग्स आईवीएफ की शुरुआत 2005 के आसपास हुई थी और आज इसके आठ केंद्र हैं। विंग्स आईवीएफ के संस्थापक और डायरेक्टर डॉ. जयेश अमीन को बांझपन के इलाज में 18 वर्षों से अधिक का अनुभव है। आईवीएफ के माध्यम से 20 हजार से अधिक बच्चों के जन्म के साथ, खासकर अपने गैमेट्स के जरिए गर्भाधारण को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ, इनफर्टिलिटी इंडस्ट्री में विंग्स आईवीएफ अस्पताल ने खुद को सबसे आगे खड़ा किया है। प्रजनन श्रृंखला ने सालाना 4 हजार से अधिक आईवीएफ मामलों का इलाज किया है, 5 हजार से अधिक सफल पीजीटी/ईआरए पूरा किया है और आवर्ती विफलताओं में 10 हजार बच्चों के जन्म में सफलता हासिल किए हैं। वे भारत के पश्चिमी हिस्से में आईवीएफ क्षेत्र में अग्रणी हैं। नॉन-इनवेसिव पीजीएस, ईआरए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रीजनरेटिव थेरेपी जैसे उन्नत आईवीएफ उपचारों के लिए पूरे भारत में अग्रणी होने पर गर्व महसूस करते हैं।

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