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- 'ग्राहक को घर पर रेस्टोरेंट जैसा अनुभव देने में विफल रहा डिलीवरी व्यवसाय'
अपॉर्च्युनिटी सम्मिट, 2018 के सत्र में येल्लो टाई हॉस्पिटैलिटी के फाउंडर एंड सीईओ, मॉडरेटर करन तन्ना ने फूड एंड बेवरेज सेक्टर में 'डिलीवरी, क्षेत्रीय भोजन की बढ़ती मांग, और बेहतर हेल्थ फूड के बाजार' के ट्रेंड की जानकारी देकर सेशन का आरंभ किया।
डिलीवरी व्यवसाय
रेस्टोरेंट के अनुभव को ध्यान में रखते हुए सदन के सभी वक्ताओं ने सर्वसम्मति दिखाई कि डिलीवरी व्यवसाय, ग्राहक को घर पर रेस्टोरेंट जैसा अनुभव देने में विफल रहा है। ईस्ट वैस्ट हॉस्पिटेलिटी के सीईओ जोएल सिल्वरस्टिन ने कहा, 'डिलीवरी व्यवसाय इसलिए विकास कर रहा है क्योंकि जानकारी का डिजिटलाइजेशन हो गया है। इसके साथ केवल एक परेशानी है कि डिलीवरी से कोई भी पैसा नहीं बना पाता है। डिलीवरी की अवधारणा स्वयं कोई पैसा नहीं बनाती है।'
सर्फ एन फ्राईस के पार्टनर- दि आर्कडिन ग्रुप एंड कंट्री हेड रसेश सेठ भारत ने इसी विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा, 'भारत आने वाले कुछ सालों में डिलीवरी बाजार का 60-70 प्रतिशत होगा। लेकिन पैकेजिंग डिलीवरी व्यवसाय में बड़ी भूमिका निभाती है। जब तक डिलीवरी घर तक पहुंचती है ये एकदम निराशाजनक हो जाती है।' इसलिए रेस्टोरेंट के खाने के अनुभव को ग्राहक के घर तक डिलीवर करने में पूरी तरह से विफल होने के कारण इसका नाम खराब हो रहा है।
बिजनेस मॉडल में हेर-फेर
भारत न सिर्फ भोगौलिक ढंग से बल्कि हर तरीके से एक विविधता का देश है। रसेश सेठ बताते है कि कोई भी इंटरनेशनल ब्रांड अपने मूल या ऑरिजिनल व्यंजन के साथ भारत में नहीं आ सकता। उन्हें उसमें बदलाव या सुधार करना ही पड़ता है। भारत विविधता का देश है। लचीलापन और नयापन महत्वपूर्ण कुंजी है और इसमें बदलाव हर 3 से 6 महीने में करना जरूरी है। आबादी को देखते हुए कहा जा सकता है कि आगे बाजार बहुत बड़ा है।
क्यों ग्लोबल ब्रांड क्षेत्रीय से है आगे
ऐसे बहुत से कारण हैं जिसकी वजह से ग्लोबल ब्रांड आगे है। तकनीकी उन्नति और मेन्यू का नयापन इन कारणों में से कुछ एक है।सिल्वरस्टिन कहते है 'अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करना और नाम कमाना मुश्किल है। इसके लिए आपको सोशल मीडिया में वायरल होने की जरूरत होगी।' लैजेंड्स आफ पंजाब के चेयरमेन एंड मेनेजिंग डायरेक्टर आनंद ठक्कर ने बताया, 'अपना रेस्टोरेंट स्थापित करने के बाद मुझे खुशी होगी कि मैं उनकी संस्कृति को अपना लूं। लोगों को बदलाव पसंद है और मेन्यू में नयापन बनाएं रखना महत्वपूर्ण कुंजी है जो भारत में नहीं होती।'
कुछ बातें
रसेश सेठ ने सलाह दी है, 'ध्यान रखें कि आपका ब्रांड किफायती और ग्राहक की पहुंच में हो। जिन लोगों के साथ काम करते हैं उनका बहुत महत्व होता है इसलिए समझदार लोगों के साथ काम करना आसान होता है।'
सिल्वरस्टिन ने नए-पन को लगातार लाने की बात करते कहते हुए कहा, 'जितनी बड़ी श्रृंखला होती है उसमें नए-पन की संभावना उतनी ही कम होती है।' उन्होंने यह भी कहा कि अपने पार्टनर के साथ परिश्रम करें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके पार्टनर के पास अच्छी पूंजी हो और वह समय पर बिल भरने के विषय में नीतिपरक हो।
आनंद ठक्कर ने कहा, 'लोग विषय-क्षेत्र-संबंधी जानकारी पाएं बिना रेस्टोरेंट खोलते हैं। आज का ग्राहक फोन पर व्यस्त रहने की बजाय अनुभव चाहता है। इसलिए हम अपने मेन्यू में नयापन लाते रहते हैं और अपनी प्रस्तुति पर बहुत मेहनत करते हैं।'