माइक्रोफाइनांस संस्थानों का सबसे बड़ा और सबसे पुराना संघ 'सा-धन' और दिल्ली स्थित फिनटेक समाधान प्रदाता 'नेक्स्टजेन' ने लाखों फीचर फोन (वैसे फ़ोन, जिनमें बेसिक मोबाइल्स से ज्यादा और बेहतर फीचर्स होते हैं, लेकिन वे स्मार्टफोन्स की तरह एडवांस नहीं होते। इनमें बेसिक मल्टीमीडिया और इंटरनेट क्षमताएं होती हैं। इनमें माइक्रोफोन, माइक्रो यूएसबी पोर्ट, माइक्रो एसडी कार्ड स्लॉट, रेयर फेसिंग कैमरा और कुछ अन्य सुविधाएं भी मौजूद होती हैं।) उपयोगकर्ताओं के डिजिटल माइक्रो फाइनांस समाधान के लिए हाथ मिलाया है। बता दें कि ये कंपनियां मोबाइल फोन का उपयोग करने वाली आबादी का लगभग 45 प्रतिशत हैं और एमएफआई पारिस्थितिकी तंत्र के तहत इसके लाभार्थियों की संख्या लगभग 94 मिलियन हैं।
नेक्स्टजेन के संस्थापक तारुण मोहन ने सा-धन के साथ टाई-अप की घोषणा करते हुए कहा, "सूक्ष्म वित्त संस्थानों की उपस्थिति आज भारत के 600 से अधिक जिलों में है। इन संस्थानों के परिचालन लागत को कम करने और भारत के टियर टू व टियर थ्री शहरों / ग्रामीण क्षेत्रों में आसान वित्त उपलब्धता को सक्षम बनाने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान लाने की आवश्यकता है। इस समाधान को सक्षम करने के लिए, हमें बड़े पैमाने पर विनम्र फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को इसके लिए लक्षित करना चाहिए।"
डिजिटल भुगतान मुश्किल
उन्होंने विस्तार से बताया, "सा-धन के अंतर्गत 150 से अधिक एमएफआई संस्थान हैं और उनकी सामूहिक शिकायत ईएमआई के नाम पर नकद संग्रह संभालने को लेकर है। चूंकि इनमें से अधिकांश एमएफआई ग्राहकों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, इसलिए इस सेगमेंट में डिजिटल भुगतान मुश्किल हो जाता है। ऐसे में, गैर-स्मार्ट/फीचर फोन सेगमेंट के माध्यम से उनकी समग्र परिचालन लागत को कम करने के लिए एक मज़बूत डिजिटल ईएमआई संग्रह समाधान की तत्काल आवश्यकता है।"
ग्राहकों के पास स्मार्ट फोन नहीं
सा-धन के ईडी एंड सीईओ जीजी मैमेन ने कहा, "माइक्रोफाइनांस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण एक बड़ी चुनौती रही है क्योंकि अधिकांश एमएफआई ग्राहकों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। इस संबंध में नेक्स्टजेन के साथ मिलकर काम करना, तकनीकी हस्तक्षेप के साथ फीचर फोन का उपयोग कर उनके द्वारा एक नया भुगतान और संग्रह प्रणाली विकसित करने में हमारी मदद करेगा। हम इस सेगमेंट को डिजिटल वित्तीय समावेशन प्लेटफॉर्म पर लाने और प्रधानमंत्री के डिजिटल मिशन को प्राप्त करने के एक बेहतरीन भविष्य के तौर पर पहल के रूप में देखते हैं।"
तकनीकी समाधान का इरादा
उन्होंने आगे बताया, "नेक्स्टजेन का इरादा तकनीकी समाधान लाने का है, जैसे नियमित ईएमआई के लिए एक ऑटो पे फंक्शन के रूप में एक यूपीआई ऑटो पे प्लेटफॉर्म स्थापित करना, एनपीसीआई के साथ यूपीआई 123पे सर्विस प्लेटफॉर्म पर काम करना, वगैरह। साझेदारी के साथ UPI समेत, MFI पारिस्थितिकी तंत्र के लाभार्थियों के लिए बैंकिंग व वॉलेट, बिल भुगतान प्रणाली, व्यक्तिगत व व्यापारी धन हस्तांतरण और सूक्ष्म ऋण व बीमा के अनुरोधों को सक्षम करने वाला एक इंटरफ़ेस सहित कई अतिरिक्त लाभ भी मिलते हैं। MFI संगठनों के अंतर्गत लगभग 45 मिलियन व्यक्तिगत लाभार्थी हैं और उनमें से अधिकांश फीचर फोन वाले हैं।"
आपको बता दें कि नेक्स्टजेन टेलीसॉल्यूशंस और सा-धन ने फीचर फोन में डिजिटल माइक्रो फाइनांस समाधान लाने के लिए यह करार किया है। सा-धन माइक्रोफाइनांस संस्थानों के लिए आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त स्व-नियामक संगठन है। सा-धन भारत में सामुदायिक विकास वित्त संस्थानों का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संघ है।