भारत विश्व में सबसे सफल व्यवसाय करने वाला देश बनने की कगार पर है। तकनीक और वैश्वीकरण, मुख्य कारक के रूप में योगदान दे रहे हैं और इंडस्ट्री को क्रांतिकारी तरीके से बदल रहे हैं। खासतौर पर, वेल्नेस इंडस्ट्री में बहुत तेजी से विकास देखा जा सकता है। फ्रैंचाइज़र बहुत ही खूबसूरती से टेक्नोलॉजी को अपने ऑफर में शामिल कर रहे हैं।
हाल ही में रौश ने डिजिटल हेल्थ कंपनी वेल्थी थेरप्युटिक्स से पार्टनरशिप की है और हेल्थकेयर सेग्मेंट में नया व अनोखा ऑफर पेश किया है। वे ग्राहकों के लिए एक्यू-चैक एक्टिव सिस्टम को लेकर आए हैं जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित डिजिटल डायबिटीज कोचिंग सल्युशन है।
पार्टनर via टेक्नॉलजी
रौश, विश्वभर में डायबिटीज मैनेजमेंट सल्युशन में सबसे आगे रहा है। अब ये अपनी सेवाओं को बढ़ाने के लिए वेल्थी थेरप्युटिक्स के साथ मिलकर अपनी सेवाओं का विकास कर रहे हैं। दोनों ही ब्रांड विश्वसनीय एक्यू-चैक एक्टिव ब्लड ग्लूकोज मीटर और वेल्थी केयर नए ग्राहकों को शामिल करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं।
रौश डायबिटीज केयर इंडिया के एड-इंटरिम जनरल मैनेजर राहुल केडिया ने बताया कि भारत विश्व में डायबिटीज ग्रस्त लोगों की संख्या वाला दूसरा देश है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार 2017 में 73 मिलियन लोग इसका शिकार थे जबकि 2025 तक इस आंकड़े के लगभग दुगुने होने की आशंका है।
हेल्थकेयर सर्विस में सुधार
कम देखभाल और ब्लड ग्लूकोज को नापने की सुविधाएं न होने के कारण ये और भी जरूरी हो गया है कि डायबिटीज के मरीजों की हर रोज की मैनेजमेंट थेरेपी को बढ़ावा देकर उनकी सहायता की जाए।
केडिया ना बताया कि वेल्थी के डिजिटल डायबिटीज हेल्थ कोच के साथ नई एक्यू-चैक एक्टिव का प्रयोग करने वाले अब अपने ब्लड ग्लूकोज की रीडिंग को अपने ऐप पर 24/7 देख सकते हैं। साथ ही डायबिटीज से बेहतर तरीके से निपटने के सुझाव भी यहां मिलते हैं। हम इस बात पर यकीन करते हैं कि ये साझा ऑफर टाइप 2 की डायब्टीज से ग्रस्त भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएगी।
थेरप्युटिक्स सदी का उदय
वेल्थी थेरप्यूटिक इस गंभीर स्वास्थ्य समस्या से बचने और नियंत्रण करने में रोगी की मदद प्रभावी तरीके से कर रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड डिजिटल डायबिटीज कोचिंग सल्युशन ने एक नए ट्रैंड की शुरुआत की है, जो आने वाले दिनों में हेल्थकेयर सेग्मेंट को पूरी तरह से बदल देगा।